
कांग्रेस नेता लाल्टू घोष ने बदला पाला…भाजपा प्रवेश का किया एलान…नामांकन वापस लेने के बाद कहा..शहर अध्यक्ष ने किया पार्टी छोड़ने को मजबूर
टिकट नहीं मिलने से नाराज पूर्व पार्षद लाल्टू घोष ने दिया कांग्रेस से इस्तीफा
बिलासपुर—पार्षद टिकट नहीं मिलने से नाराज कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व पार्षद लाल्टू घोष ने नामांकन वापस लेने के बाद पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। उन्होने कहा कि भाजपा के सम्पर्क में हूं..मुझे शहर जिला अध्यक्ष का काम काज पसंद नहीं आया। इस दौरान उनके व्यवहार से बहुत अपमानित भी हुआ हूं। यद्यपि तीस साल की राजनीति में कांग्रेस पार्टी ने बड़ी बड़ी जिम्मेदारियां दी..मैने ईमानदारी से जिस्मेदारियों का निर्वहन किया है। टिकट पक्का होने के बाद भी उनका नाम शहर अध्यक्ष ने कटवा दिया। शायद मैं योग्य नहीं था..लोग बागी ना कहें..इसलिए नामांकन वापस लेने के साथ ही भाजपा में प्रवेश कर रहा हूं।
चुनाव मैदान से नाम वापस लेने के अंतिम दिन कांग्रेस के बागी प्रत्याशी लाल्टू घोष ने नाम तो वापस लिया। लेकिन पार्टी को जोरदार झटका भी दिया है। नामांकन वापस लेने के साथ ही लाल्टू घोष ने भाजपा प्रवेश का एलान कर दिया है। भाजपा ने लाल्टू घोष के निर्णय का स्वागत किया है।
नामांकन वापस लेने के बाद लाल्टू ने बताया कि छात्र जीवन से कांग्रेस की राजनीति कर रहा हूं। तीस साल तक कांग्रेस की राजनीति का हिस्सा रहा। यूथ कांग्रेस लेकर अब तक पार्टी में बड़े बड़े पदों पर जिम्मेदारी निभाया। लेकिन शहर अध्यक्ष के व्यवहार ने मुझे पार्टी छोड़ने को मजबूर कर दिया है। अपमान सहकर राजनीति मेरे लिए संभव नहीं है।
दो बार टिकट मिला..एक बार जीता एक बार हारा। टिकट एलान के समय प्रदेश की सूची में उनका नाम प्रत्याशियों की सूची में शामिल था। संगठन ने दुबारा संशोंधन सूची जारी किया। इसमें भी उनका नाम था। अपने समर्थकों के साथ रैली निकालने की तैयारी करने लगा। लेकिन जिला शहर अध्यक्ष ने संशोधित तीसरी सूची से नाम हटाकर किसी योग्य प्रत्याशी को टिकट दे दिया।
सम्पर्क करने पर जिला शहर अध्यक्ष ने बताया कि एक बार मिलना चाहिए था। नहीं मिले इसलिए नाम सूची से नाम काट दिया। लाल्टू ने कहा तीस साल की राजनीति में इतना समझ आया कि अध्यक्ष से मिलकर टिकट फायनल होता है। कांग्रेस में काम और संघर्ष की कोई कीमत नहीं है। इसके बाद मैने तय किया कि सबसे पहले नामांकन वापस लिया। ताकि लोग बागी होने का आरोप ना लगाएं। फिर फैसला किया जो भी पार्टी सम्मान के साथ बुलाएगी..प्रवेश करूंगा। लाल्टू ने कहा कि इस समय भाजपा के सम्पर्क में हू। लगातार बातचीत भी हो रही है। मैने भाजपा में प्रवेश का फैसला कर लिया है।
बातचीत के दौरान पूर्व सभापति अशोक विधानी भी मौजूद थे। उन्होने कहा कि लाल्टू घोष का अपना फैसला है…पार्टी में उनका स्वागत है।