Chhattisgarh
कमिश्नर निरीक्षण में खाली नजर आया अस्पताल…बीएमओ समेत 7 डॉक्टरों को नोटिस…देना होगा पांच दिनों में जवाब
निरीक्षण के दौरान मरीजों की स्थिति देख नाराज हुए कमिश्नर
बिलासपुर—संभागायुक्त डॉ. महादेव कावरे ने कोटा बीएमओ डॉ. एन गुप्ता समेत 7 डॉक्टरों को शो काज़ नोटिस जारी किया है। सीएचएमओ कार्यालय से जारी नोटिस में बताया गया 21 सितम्बर को कमिश्नर ने कोटा स्थित सामुूदायिक स्वास्थ्य केन्द्र का निरीक्षण किया। मौके पर बीएमओ समेत सात डॉक्टर ड्यूटी से नदारद पाये गये है। सभी डाक्टरों को शोकाज नोटिस जारी कर 5 दिनों के अन्दर जवाब पेश करने को कहा गया है।
सीएचएमओ ने कोटा विकास खण्ड समेत सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र के सात डाक्टरों को शोकाज नोटिस जारी किया है। नोटिस में बताया गया है कि कोटा विकासखण्ड के क्ई ग्राम डायरिया-मलेरिया और डेंगू प्रभावित क्षेत्र में शामिल है। मरीजों की बढ़ती संख्या और मौसमी बीमारियों की रोकथाम, बेहतर स्वास्थ्य और उपचार को लेकर प्रशासन लगातार सक्रिय है। बावजूद इसके चिकित्सकों की लापरवाही लगातार सामनेै आ रही है। इसी क्रम में कमिश्नर महादेव कांवरे ने 21 सितम्बर को सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र कोटा का निरीक्षण किया। कमिश्नर निरीक्षण के दौरान बीएमओ समेत सभी सात डॉक्टर मौके से नदारद पाए गये। निरीक्षण के दौरान पंजीयन रजिस्टर में भी किसी डाक्टर की उपस्थिति नहीं पायी गयी। डाक्टरों की अनुपस्थिति से मरीजों को ना तो बेहतर उपचार किया जाना पाया गया। इस मौके पर मरीजों को परेशानियों का सामना करते देखा गया।
कमिश्नर के आदेश पर जारी नोटिस के अनुसार बीएमओ डॉ. एन गुप्ता सहित चिकित्सा अधिकारी डॉ. ए साय,डॉ. पी जोगी,डॉ. आर सैमुअल, डॉ ए झा, डॉ आर तिवारी और डॉ एस पुनिया शामिल छत्तीसगढ़ सिविल सेवा (आचरण) नियम 1965 के नियम-3 और 1966 के तहत दोषी पाये गये हैं। सभी डाक्टरों को पांच दिनों के भीतर जवाब पेश करना होगा। संतोषप्रद जवाब नहीं पाये जाने पर सभी के खिलाफ एकपक्षीय कार्यवाही होगी।