Bilaspur News

रेल राजनीति…कांग्रेस नेता का आरोप..जानबूझ कर रोकी गयीं गाड़ियां..लाठी खायी..FIR दर्ज हुआ..कोर्ट में घसीटा गया..अब केन्द्रीय मंत्री काट रहे लोकार्पण का फीता

साजिश के तहत स्टापेज किया गया बन्द..अब लोकार्पण के बहाने कर रहे राजनीति

बिलासपुर— करगी स्टेशन में रेल प्रशासन के गरिमामय कार्यक्रम के दौरान केन्द्रीय मंत्री तोखन साहू ने एक साथ बेलगहना, कोटा और टेंगनमाड़ा बन्द स्टापेज का लोकार्पण किया। करीब चार साल बन्द स्टापेज का लोकार्पण किया गया। अब तीनों स्टेशन पर गाड़ियां रूकेंगी। बन्द स्टापेज खोले जाने से स्थानीय लोगों ने खुशी जाहिर किया । केन्द्रीय मंत्री ने कहा कि रेल प्रशासन बन्द अन्य स्टापेज को लेकर विचार विमर्स कर रहा है। मामले में जिला कांग्रेस अध्यक्ष विजय केशरवानी ने कहा कि पिछले चार साल में कांग्रेस कमेटी ने जनता से सवाद कर बन्द स्टापेज को बहाल कराने संघर्ष किया है.। लाठियों को पीठ पर झेला है….रेल रोकने के जुर्म में .एफआईआर और कोर्ट सामना आज तक कर रहा है।बावजूद इसके कार्यक्रम में जनता के हितों की आवाज उठाने वालों को नहीं बुलाया गया। केशरवानी ने प्रेस नोट जारी कर आरोप लगाया कि केन्द्र सरकार ने सिर्फ सत्ता के लिए सुनियोजित साजिश कर स्टापेज को बन्द किया था। 
जिले के ग्रामीण अंचलों खासकर कोटा विधानसभा क्षेत्र के उन ग्रामीणों के लिए जिनकी  लाइफ लाइन रेलवे है।सोमवार को केन्द्रीय मंत्री तोखन साहू ने टेंगनमाडृ़ा, कोटा और बेलगहना स्टेश का लोकार्पण कर जनता को दीपावली का तोहफा दिया है। निश्चित रूप से स्टापेज शुरू होने का सबसे ज्यादा गरीब आदिवासियों को फायदा मिलेगा।
कांग्रेस नेता विजय केशरवानी ने बताया कि चार साल पहले गाड़ियों के स्टापेज का बन्द होना भाजपा की बहुत बड़ी साजिश थी। तत्कालीन समय नया नया बहाना कर पहले स्टापेज को बन्द किया गया। इसके बाद पैसेंजर ट्रेनों के पहियों पर ताला जड़ा गया। विरोध करने पर कभी तीसरी लाइन बिछाने का बहाना बनाया गया तो कभी किसी अन्य कारणों से स्टापेज को बन्द किया गया। आज भी कमोबेश स्थिति वैसी ही है। तीसरी लाइन बिछ रही है…मरम्मत का कार्य भी हो रहा है। सवाल उठता है कि अब स्टापेज को कैसे खोला जा रहा है।
 विजय ने कहा कि स्टापेज बन्द करने और शूरू करने के पीछे भाजपा की कुटिल राजनीति है। सिर्फ सत्ता पाने के लिये स्टापेज बन्द कर गरीबों को परेशान किया गया। और आरोप भूपेश सरकार पर लगाया गया। भाजपा ने सस्ती लोकप्रियता के लिए रेलवे को राजनीति का हथियार बनाया है।
        कांग्रेस नेता ने कहा कि जिला  कांग्रेस कमेटी ने जनता के साथ रेल रोको आंदोलन किया। जीआरपी और आरपीएफ की लाठियों को पीठ पर लिया। एफआईआर का सामना किया। आज भी  रेलवे कोर्ट में मुकदमा चल रहा है। भाजपा के नेता घूम घूम कर श्रेय  ले रहे हैं कि तीनों स्टेशन का लोकार्पण भाजपा ने किया। लेकिन जबकि इसमें थोड़ी भी सच्चाई नहीं है।
 विजय ने कहा कि तत्कालीन समय  कोरोना संक्रमणकाल के दौरान से छोटे-छोटे स्टेशनों में पैसेंजर के ठहराव को बंद कर दिया गया था। पैसेंजर की जगह एक्सप्रेस गाड़ियों का किराया वसूला जाने लगा।इसका असर गरीबों की आर्थिक, स्थित पर देखने को मिला। कांग्रेस ने तत्कालीन समय तुलगकी फरमान के खिलाफ  कोटा,से लेकर जिले के अलग अलग स्टेशनों पर धरना प्रदर्शन किया। कभी अरूम साव तो कभी धरमलाल कौशिक, कभी रजनीश सिंह तो कभी अमर अग्रवाल के घर का घेराव किया गया।
बावजूद इसके कोई ना कोई बहाना बनाकर स्टापेज को बहाल नहीं किया गया। 28 अक्टूबर को केन्द्रीय मंत्री ने कोटा में आयोजित कार्यक्रम के दौरान गाड़ियों के ठहराव को लेकर टेंगनमाड़ा ,बेलगहना और कोटा स्टेशन का लोकर्पण किया। लेकिन आंदोलन से जुड़े लोगों को नहीं बुलाया गया। ऐसा किया जाना निश्चित रूप से भाजपा नेताओं को शर्मसार करने वाली है।
निर्वाचन में लापरवाही..पंचायत सचिव पर गिरी गाज...सीईओ ने किया निलम्बित
Back to top button
CG News | Chhattisgarh News Latest Hindi| Breaking News| India News
close