Bilaspur News
फोटो खिंचास दलाल ने किया..आबकारी के नाक में दम..धमकी देकर खपा रहा बाहर की शराब..कर्मचारियों से कर रहा वसूली
vip के साथ फोटो दिखाकर.दलाली का कारोबार
बिलासपुर—आबकारी विभाग को अन्ततः अपना रसूखदार दलाल मिल ही गया। विभाग के बड़े अधिकारियों से मिली भगत कर प्लैसमेन्ट का अघोषित कर्मचारी ना केवल बिलासपुर बल्कि संभाग के अन्य जिलों की दुकानों में दूसरे राज्य की शरब खपाता है।मजेदार बात है कि प्लैसमेन्ट का अघोषित दबंग कर्मचारी प्लेसमेन्ट कर्मचारियों से वसूली भी कर रहा है।
जानकारी हो कि कैप्स्टन प्लेसमेन्ट कम्पनी का अघोषित कर्मचारी एक दौर में जिले के दिग्गज शराब व्यवसायियों के यहां कोचिया का काम किया करता था। आजकल मुख्यमंत्री और भाजपा के दिग्गज नेताओं के साथ फोटो खिंचाकर गोरखधंधा को अंजाम दे रहा है। विरोध करने वाले फील्ड के आबकारी अधिकारियों और बाबुओं को ना केवल सस्पेन्ड बल्कि ट्रांसफर करने की धमकी भी देता है। इतना ही विभाग के टेबल पर काम करने वाले बाबुओं का भी जीना मुश्किल कर दिया है। सूत्रों की माने तो दलाल की दलाली में आबकारी के बड़े अधिकारी भी शामिल हैं। एक दरोगा तो सिंडिकेट का हिस्सा बनकर काम भी कर रहा है।
खाली हाथ लौटी टीम
जानकारी देते चलें कि पिछले दिनों राज्य सरकार की आबकारी की टीम ने औचक जिले के कुछ दुकानों में धावा बोला। खबर पक्की होने के बाद भी टीम को कुछ हासिल नहीं हुआ। दरअसल विभाग को जानकारी मिली थी कि आबकारी विभाग के कुछ बड़े पदाधिकारी दलाल केसाथ सरकारी दुकानों में मध्यप्रदेश की शराब खपा रहे हैं। यद्यपि टीम को मिली सूचना सही थी। बावजूद इसके सीधे तौर पर छापामार कार्रवाई में कुछ हासिल नहीं हुआ। लेकिन विभाग टीम ने अपने स्रोत से सबकुछ हासिल कर लिया। इसके बाद सचिव ने गड़ड़ी को लेकर विभाग के जिम्मेदार लोगों का जमकर फटकारा भी।
कर्मचारियों में फोटो की दहशत
सूत्र और पुख्ता जानकारी के अनुसार बिलासपुर समेत संभाग के कुछ जिलों में कैप्सटन प्लैसमेन्ट कम्पनी का अघोषित दलाल सिंडिकेट बनाकर मध्यप्रदेश की शराब को बड़े पैमाने पर बिलासपुर में खपा रहा है। सूत्र की माने ने तो मुख्यमंत्री और भाजपा के बड़े नेताओं के साथ अपना फोटो दिखाकर विभाग पर रौब जमाता है। बाहरी शराब नहीं खपाने देने पर कर्मचारियों और बाबुओं को सस्पेन्ड और ट्रांसफर की धमकी देता है। दलाल का खौफ इतना है कि विभाग के सारे कर्मचारी उसे देखते ही सहम जाते हैं। बावजूद इसके दलाल के लिए अधिकारियों का दरवाजा हमेशा खुला रहता है। दलाली में विभाग का एक आरक्षक भी शामिल है।
कौन है प्लैसमेन्ट का दलाल
जानकारी देते चलें कि पुरानी व्यवस्था खत्म होने के साथ राज्य में शराब दुकान संचालन का नया नियम बना। नए नियम के तहत दुकानों से शराब बिक्री का काम प्लैसमेन्ट कम्पनी की देखरेख में होगी। नयी व्यवस्था के तहत कम्पनी ने शराब दुकान संचालन के लिए सुपरवाइजर, सेल्समैन समेत चपरासी,भृत्य की नियुक्ति की।
पुरानी व्यवस्था खत्म होने के बाद शराब व्यवसायियों ने जीवन यापन के लिए अलग अलग काम पकड़ लिया। इन्ही कोचियों में से कुछ ने आबकारी विभाग में फोटो के दाम पर पैठ बनाया। इसमें से तथाकथित पुराने कोचिया ने बिलासपुर में कैप्स्टन प्लैसमेन्ट कम्पनी के मैनेजर से मिलकर दलाली का काम शुरू कर दिया। किया। दलाल ने नयी सरकार में ब़ड़े बड़े नेताओं के साथ फोटो भी खिचवाया। फोटो के दम पर प्लैसमेन्ट कर्मचारियों ने महीने के हिसाब से लाखों की वसूली का खेल शुरू किया। दलाल ने बिलासुपर आबकारी विभाग के एक आरक्षक के साथ सिंडिकेट बनाकर फील्ड अधिकारियों और बाबुओं को डराना धमकाना शुरू कर दिया। सूत्र की माने तो इसमें आबकारी विभाग के बड़े अधिकारी की भूमिका संदिग्ध है।
अलग अलग जिलों में फैलाया जाल
मंत्री और भाजपा नेताओं के साथ तस्वीर खिंचवाने वाला शख्स सुनियोजित रूप से मध्यप्रदेश की शराब को बिलासपुर के अलावा जशपुर,जांजगीर और कोरबा जिले में खपावा है। पिछले दिनों इसकी जानकारी संचालनालय तक पहुंची। उच्च अधिकारियों ने औचक छापा मारा…लेकिन हासिल कुछ नहीं हुआ। इसकी मुख्य वजह विभाग में बैठे बड़े अधिकारी की भूमिका संदिग्ध होना है। बावजूद इसके छापामार टीम ने सूत्रों से सारी सच्चाई का पता लगाया।विभाग को जमकर फटकारा भी।
रोजाना लाखों राजस्व की हानि
फोटो छाप दलाल की सक्रियता से छत्तीसगढ़ शासन को बिलासपुर से प्रतिदिन 50 लाख से एक करोड़ रुपयों का नुकसान हो रहा है।दरअसल तथाकथित प्लैसमेन्ट का दलाल मध्यप्रदेश की शराब दुकानों में सप्लाई करता है। जिसके चलते प्रदेश सरकार की शराब नहीं बिकती है। इसके चलते बिलासपुर आबकारी विभाग को प्रति महीना लाखों रूपयों का नुकसान हो रहा है।
प्लैसमेन्ट कर्मचारियों से महीना में लाखों की वसूली
बताते चलें कि बिलासपुर जिले में शराब दुकानों की कुल संख्या 64 है। प्रत्येक दुकान में एक एक सुपरवाइजर, दो से तीन तक सैल्समैन और इतनी ही संख्या में भृत्य और चपरासी काम करते हैं। सभी कर्मचारी प्लैसमेन्ट कम्पनी से नियुक्त हुए है। तथाकथित दलाल फोटो दिखाकर प्लैसमेन्ट कंपनी के सुपरवाइजरों से प्रति महीना 5 हजार सेल्समैन से 3 हजार, चपारासियों और भृत्यो से 2 हजार रुपए वसूल करता है। इस तरह 64 दुकानों से 10 लाख रुपए की अवैध वसूली करता है। वसूली के काम में बाधा पहुंचाने वाले आबकारी विभाग के अधिकारी कर्मचारी को नक्सल प्रभावित क्षेत्र तबादला और निलंबन कराना की धमकी देता है। जिसके चलते फील्ड अधिकारी समेत आफिस में काम करने वाले बाबू भयभीत है ।
अलग अलग माध्यमों से बना रहा दबाव
सूत्र की माने तो तथाकथित फोटो खिंचास दलाल ग्रामीण क्षेत्रों को अपने प्रभाव का जमकर इस्तेमाल कर रहा है। दलाली में बाधा डालने वाले विभाग कर्मचारियों के खिलाफ सोशल मीडिया में पोस्ट डलवा रहा है। खबर मिल रही है कि अब महिलाओं के संगठन को कलेक्टर कार्यालय के सामने प्रदर्शन की रणनीति तैयार किया है। कभी भी इस योजना को अंजाम दे सकता है।
मामले में जांच जरूरी
विभाग के कुछ लोगों ने नाम नहीं छापने की शर्त पर बताया कि फोटो खिचास शख्स ने जीना मुश्किल कर दिया है। हमारे हे बीच के लोगों का संरक्षण हासिल है। कार्रवाई करने से डर लगाता है। ना केवल दुकानों में बाहर का शराब बेचने को मजबूर करता है। बल्कि गांव के कोचियों को जिन्दा कर देशी शराब सप्लाई करता है। मध्यप्रदेश की शराब बिकने से प्रदेश के शराब की बिक्री पर प्रभाव पड़ा है।
रायपुर की टीम की छापामार कार्रवाई को हमारे अपनों ने ही नाकामयाब किया है। यह सच है कि प्रदेश सरकार विभागीय नजरिये से बेहतर काम कर रही है.। लेकिन वह दिन दूर नहीं जब प्लैसमेन्ट का अघोषित फोटो खिंचास कर्मचारी विभाग के दामन पर समुद्र सिंह से बड़ा दाग लगाएगा।