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राज्यपाल आरिफ ने कहा…अटल पर बोलना सौभाग्य की बात…केन्द्रीय मंत्री ने बताया..मुश्किल है शब्दों में जीवन वृतान्त को पिरोना
अतिथियों ने बताया..छत्तीसगढ का रोम रोम अटल के प्रति कृतज्ञ
बिलासपुर…केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान बुधवार को अटल बिहारी वाजपेयी विश्वविद्यालय के तीन तीन दिवसीय ‘कुल उत्सव’ समारोह में शामिल हुए। बतौर मुख्य अतिथि कार्यक्रम में शामिल केरल के राज्यपाल ने विश्वविद्यालय परिसर में पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया। राज्यपाल ने विश्वविद्यालय परिसर में पौधरोपण भी किया। विश्वविद्यालय की त्रैमासिक पत्रिका ‘कन्हार’ समेत विभिन्न प्रकाशनों का विमोचन किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता केंद्रीय आवासन और शहरी विकास राज्यमंत्री तोखन साहू ने की। समारोह में बतौर अति विशिष्ट अतिथि उपमुख्यमंत्री अरुण साव भी शामिल हुए। मंच पर विधायक पूर्व मंत्री अमर अग्रवाल विधायक धरम लाल कौशिक, विधायक सुशांत शुक्ला , कुलपति आचार्य अरूण दीवाकर नाथ वाजपेयी, जिला पंचायत अध्यक्ष अरूण सिंह चौहान उपस्थित थे।
राज्यपाल मोहम्मद आरिफ खान ने 100 वीं जयंती पर अटल बिहारी वाजपेयी को श्रद्धांजलि के बाद भारत रत्न से जुड़े अपने संस्मरण को साझा किया। उन्होंने बताया कि अटल जी सच्चे जन नायक थे। सभी वर्ग में उनकी समान रूप से स्वीकार्यता थी। जटिल विषयों पर भी वे देशहित में त्वरित निर्णय लेते थे। देश के प्रति उनका योगदान सदैव स्मरणीय रहेगा। राज्यपाल ने कहा कि अटल के विषय पर बोलना मेरे लिए सौभाग्य की बात है। वे कुशल राजनीतिज्ञ थे।
राज्यपाल ने भारतीय ज्ञान परंपरा पर अपने विचार रखें। बताया कि ज्ञान और शिक्षा से आदमी इंसान बनता है। ज्ञान और शिक्षा से ही मनुष्य का विकास संभव है। उन्होने कहा कि स्वामी विवेकानंद से किसी ने पूछा था जीवन का क्या उद्देश्य है..उन्होंने जवाब किया कि जीवन का उद्देश्य ज्ञान प्राप्ति है। भारत की संस्कृति ज्ञान की संस्कृति रही है। भारत ज्ञान का बड़ा केन्द्र रहा है। पूरी दुनिया में भारत को ज्ञान एवं प्रज्ञा के संवर्धन के लिए जाना जाता है।
कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे केन्द्रीय आवासनराज्य मंत्री तोखन साहू ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के जीवन वृत्तांत को शब्दों मे पिरोना कठिन है। अटल विहारी वाजपेयी की जीवनी से प्रेरणा लेकर हमें उनके मार्ग पर चलना चाहिए। अटल जी ऐसे मनीषी थे जो सदियों में एक बार जन्म लेते हैं। संपूर्ण मानवता के कल्याण के लिए उन्होंने काम किया। तोखन साहू ने अटल की कविताओं का पाठ भी किया।
उप मुख्यमंत्री अरूण साव ने कहा कि वे प्रखर राष्ट्रवाद, जननायक थे। अपने दृढ़ संकल्पों के लिए जाने जाते थे। संयुक्त राष्ट्रसंघ में जब भी भाषण दिया..राष्ट्रवादिता का प्रतीक बना है। पोखरण में परमाणु परीक्षण कर भारत को आत्मनिर्भर और सशक्त बनाया। छत्तीसगढ़ को अलग राज्य का दर्जा दिलाया। आज छत्तीसगढ़ राज्य जो संवर रहा है, बढ़ रहा है तो इसका श्रेय अटल जी को जाता है। छत्तीसगढ़ का रोम-रोम उनके लिए कृतज्ञ है।
कार्यक्रम में कुलपति आचार्य अरूण दीवाकर नाथ वाजपेयी ने स्वागत भाषण और प्रतिवेदन प्रस्तुत किया। पौधा भेंट कर अतिथियों का स्वागत किया। आभार ज्ञापन शैलेन्द्र दुबे ने किया। इस अवसर पर कलेक्टर अवनीश शरण, एसपी रजनेश सिंह, नगर निगम कमिश्नर अमित कुमार, जिला पंचायत सीईओ संदीप अग्रवाल, रामदेव कुमावत समेत बड़ी संख्या में विश्वविद्यालय के प्रोफेसर, छात्र-छात्राएं मौजूद थीं।