
गुप्त बैठक में तैयार होगी दावेदारों की फायनल सूची..कई नेताओं को रखा गया दूर…24 को किया जाएगा पार्षद और मेयर चेहरों का एलान
दावेदारों के नाम का फैसला गुप्त स्थान में आयोजन बैठक में होगा
बिलासपुर— कांग्रेस ने फैसला किया है कि 24 जनवरी को पार्षद और मेयर टिकट दावेदारों के नाम का एलान कर दिया जाएगा। इसके पहले सभी दावेदारों के नाम पर जिला कार्यसमिति की बैठक में विचार विमर्श किया जाएगा। समिति की बैठक गुरूवार शाम को होगी। जरूरत पड़ने पर शुक्रवार को भी बैठक हो सकती है। सबसे बड़ी बात की कांग्रेस की बैठक में चुने गए लोग ही शामिल होंगे।
कांग्रेस पार्षद और मेयर टिकट दावेदारों के नाम का फैसला आज होने वाली जिला कार्यसमिति की बैठक में संभावित है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं ने बताया कि बैठक अलग अलग चरणों होगी। जिला कांग्रेस ग्रामीण अध्यक्ष कमोबेश सभी बैठक में शिरकत करेंगे। शहर अध्यक्ष अपने क्षेत्र की बैठक में शिरकत दावेदारों का नाम पेश करेंगे। बैठक में क्षेत्र के स्थानीय विधायक या छाया विधायक की विशेष उपस्थिति होगी।
जानकारी के अनुसार बिलासपुर निगम के 70 वार्डों के प्रत्याशियों का फैसला पांच अलग अलग बैठक में लिया जाएगा। बिलासपुर विधानसभा क्षेत्र के पार्षद टिकट का फैसला विजय केशरवानी,पुूर्व विधायक शैलेष पाण्डेय, शहर कांग्रेस अध्यक्ष विजय पाण्डेय मिलकर करेंगे। बिल्हा विधानसभा क्षेत्र स्थित निगम पार्षद टिकट का एलान विजय केशरवानी, सियाराम कौशिक मिलकर करेंगे। इसके अलावा ग्रामीण निगम क्षेत्र की बैठक में विज.य केशरवानी के अलावा संगठन के पदाधिकारी मिलकर टिकट दावेदारों के नाम को अंतिम रूप देंगे। मस्तूरी विधानसभा क्षेत्र में आने वाले निगम वार्ड दावेदारों पर दिलीप लहरिया और विजय केशरवानी मुहर लगाएंगे। तखतपुर विधानसभा क्षेत्र स्थित निगम वार्ड टिकट का फैसला प्रमुख रूप से विजय केशरवानी के अलावा पूर्व विधायक रश्मि आशीष सिंह करेंगी।
कांग्रेस रणनीति के अनुसार नगर पालिक और नगर पंचायत क्षेत्र के टिकट दावेदारों की अंतिम सूची क्षेत्रीय कांग्रेस विधायक या छाया विधायक के अलावा जिला ग्रामीण कांग्रेस अध्यक्ष मिलकर करेंगे। मतलब कोटा,बिल्हा,बोदरी,तखतपुर,मस्तूरी,मल्हार के अध्यक्ष और संभावित पार्षदों के नाम का अंतिम फैसला कांग्रेस के क्षेत्रीय विधायक या फिर छाया विधायक मिलकर करेंगे।
इस तरह प्रत्याशी चयन को लेकर कांग्रेस संगठन ने दिग्गज नेताओं को ना केवल दूर रखा है। बल्कि वर्तमान निवर्तमान पदाधिकारियों को भी जिला कार्यसमिति की बैठक से दूर रखा गया है।