मृतक मास्टर-आरोपी में पुरानी पहचान..दोनों गेय वाट्सअप ग्रुप के सक्रिय मेम्बर..पैसों के लिए सदस्य बनाते हैं अप्राकृतिक रिश्ता
आरोपी को 10 जनवरी तक न्यायिक रिमाण् पर भेजा गया
बिलासपुर—दो दिन पहले मोपका चौकी स्थित हाउसिंग बोर्ड कालोनी में हत्या मामले की गुत्थी को बेशक पुलिस ने सुलझा लिया है। छानबीन के बाद दोनों को लेकर नई बात सामने आ रही है। मृतक प्रधानाचार्य और हत्या का आरोपी पहले से ही चिर परिचित थे। दोनों एक विशेष ग्रुप से जुड़े थे। जानकारी के अनुसार के ग्रुप के सभी सदस्य गेय प्रकार के है। जब तब एक दूसरे का डिमाण्ड भी पूरा करते थे। सूत्र ने बताया कि प्रधानाचार्य चन्द्राकर और आरोपी हरीश पैकरा रजामन्दी के बाद एक दूसरे से संबध बनाया। रिश्ता बनाने के बाद किन्ही कारणों से आरोपी ने प्रधानाचार्य को तवा और चाकू से हमला कर मौत के घाट उतार दिया। बहरहाल मामले में पुलिस जांच पड़ताल कर रही है।
मोपका पुलिस चौकी जानकारी के अनुसार 25 दिसम्बर को बता चला कि चिल्हाटी स्थित एक मकान में संदिग्ध लाश है। जानकारी मिलते ही पुलिस कप्तान के साथ टीम मौके पर पहुंची। लगातार पतासाजी कर पुलिस ने आरोपी का पीछा कर डोंगरगढ़ से गिरफ्तार किया। इस दौरान आरोपी ट्रेन से महाराष्ट्र फरार होने जा रहा था। लेकिन पुलिस की संयुक्त टीम ने समय रहते आरोपी को धर दबोचा।
पुलिस को पूछताछ के दौरान जानकारी मिली कि आरोपी हरीश कुमार पैकरा खम्हारडीह थाना लवन बलौदाबाजार का रहने वाला है। छानबीन के दौरान पता चला कि आरोपी हरीश कुमार बेरोजगार है। इसलिए घर से भागकर बिलासपुर समेत आस पास के रेलवे स्टेशन में भटकता रहता है।
मृतक और आरोपी में ग्रुप रिश्ता
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार मृतक मनोज चन्द्राकर बिरगनी थाना बलौदा का रहने वाला है। प्रमोद चन्द्राकर डोंगरिया स्थित हाईस्कूल का प्रधानाचार्य के पद पर काम करता है। 19 दिसम्बर प्रमोद चन्द्राकार अपने परिवार के साथ 19 दिसम्बर को बिरगहनी गया। 22 दिसम्बर को बैंक का बहाना बनाकर चिल्हाटी लौट आया। लेकिन प्रमोद चन्द्रकार किसी व्यक्ति के साथ 24 दिसम्बर को अपने घर पहुंचा। पुलिस को 26 दिसम्बर को जानकारी मिली कि मकान में लाश है। जांच पड़ताल के दौरान पता चला कि मृतक का नाम प्रमोद चन्द्राकर है।
दोनो पहले से ही चिर परिचित
पुलिस सूत्र के अनुसार आरोपी और प्रधानाचार्य पहले से चीर परिचित हैं। दरअसल दोनो के बीच परिचय एक विशेष प्रकार के गेय समूह से जुड़े होने का कारण हुआ। समूह में जुड़े कमोबेश सभी सदस्य अप्राकृतिक रिश्ता पसंद वाले बताये जा रहे हैं। ग्रुप से जुड़े ज्यादातर सदस्यों का पता ठिकाना रेलवे स्टेशन के आसपास ही है। ग्रुप के सदस्य अपनी जरूरतों को पुूरा करने के लिए ही एक दूसरे से सम्पर्क में हमेशा रहते हैं।
दोनो ने बनाया अप्राकृतिक रिश्ता
प्रधानाचार्य प्रमोद चन्द्राकर और हरीश पैकरा भी कुछ इसी स्वभाव के हैं। चिल्हाटी आने के बाद अपने वाट्सअप साथी हरीश को लेलकर प्रमोद चन्द्रार 24 दिसम्बर को अपने घर लाया। दोनों ने पहले मुर्गा खाया और साथ में दारू पीया…। इसके बाद प्रधानाचार्य प्रमोद चन्द्राकार ने हरीश से अप्राकृतिक रिश्ता बनाया और फिर सो गया। इसके बाद मौका पाकर आरोपी ने किचन से चाकू और तवा लाया और हमला कर प्रमोद को मौत के घाट उतार दिया।
सूत्र के अनुसार मौत से पहले हरीश ने भी शायद शिक्षक से अप्राकृतिक रिश्ता बनाया है। बहरहाल मामले में छानबीन चल रही है। पुलिस ने दोनो का मोबाइल जब्त कर लिया है। विशेष प्रकार के वाट्स ग्रुप और एप्स की छानबीन जारी है।
पुलिस ने आरोपी हरीश को 10 जनवरी तक न्यायिक रिमाण्ड में जेल भेज दिया है। जल्द ही मौत के अन्य कारणों के अलावा अन्य गतिविधियों की जानकारी मिलने पर खुलासा का दावा किया है।