कुसुम पावर प्लांट में क्रेन के जरिये हटाया गया कंटेनर ,घटना स्थल पहुंचे डिप्टी सीएम अरुण साव
मुंगेली /जिला मुंगेली सरगांव में ग्राम पंचायत रामबोड़ स्थित कुसुम प्लांट में क्रेन के जरिए साइलो (कंटेनर) को हटा लिया गया है। उप मुख्यमंत्री अरुण साव घटना स्थल पर पहुंच चुके है।
डिप्टी सीएम ने मौके पर पहुँच करवस्तुस्थिति की जानकारी ली और आवश्यक दिशा निर्देश दिए. घटना के संबंध में उपमुख्यमंत्री अरुण साव ने कहा कि हर तरह से प्रयास करके वजनी कंटेनर को हटा लिया गया है। अब आगे का रेस्क्यू कार्य आसानी से किया जाएगा। उन्होंने कहा कि सरकार परिजनों के साथ है और हर संभव मदद की जाएगी। उन्होंने कहा कि घटना के संबंध में फैक्ट्री एक्ट के अंतर्गत जांच की जा रही है। दोषियों के ऊपर कड़ीकार्रवाई की जाएगी।
छत्तीसगढ़ के मुंगेली जिले में निर्माणाधीन कुसुम पावर प्लांट में गुरुवार को बड़ा हादसा हो गया था.
ओवर लोड चिमनी गिरने से कई मजदूर चपेट में आ गए. जिसमें से एक मजदूर की मौत हो गई है. वहीं 4-5 मजदूरों के मलबे में दबे होने की आशंका थी .घटना के बाद से यहां रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया जा रहा है. ए
सडीआरएफ और एनडीआरएफ की टीम पिछले 20-22 घंटे चिमनी को हटाने की कोशिश में जुटी .चिमनी को हटाने देर रात को भिलाई से 400 टन क्षमता वाली क्रेन मंगाई गई, लेकिन ओवर लोट होने के कारण उसका भी पट्टा टूट गया. इस घटना के बाद स्टील प्लांट में अफरा-तफरी मच गई. प्लांट प्रशासन ने पहले तो लोगों को अंदर जाने से रोक दिया था, लेकिन मजदूरों ने जब शोर मचाते हुए हंगामा किया तब रेस्क्यू टीम को अंदर जाने की अनुमति दी.
मामला सरगांव थाना क्षेत्र के ग्राम रामबोर्ड की है. यहां कुसुम इस्मेल्टर्स स्टील प्लांट का निर्माण किया जा रहा है. गुरुवार दोपहर को प्लांट में काम के दौरान अचानक भारी भरकम सैलो यानी चिमनी अचानक गिर गया.
जिसकी चपेट में आने से वहां काम कर रहे मजदूर टैंक में दब गए. आनन-फानन में टैंक में दबे मजदूरों को बाहर निकालने की कार्रवाई शुरू हुई. मलबे में दबे दो मजदूर मनोज घृतलहरे और लखन साहू को बड़ी मुश्किल से बाहर निकाला गया.
घायल दोनों मजदूर को बिलासपुर अस्पताल भेजा जा रहा था, लेकिन अस्पताल पहुंचने से पहले ही मनोज घृतलहरे ने दम तोड़ दिया. वहीं लखन साहू को अस्पताल में भर्ती कराया गया है. आज सुबह तक टैंक में दबे अन्य मजदूरों को बाहर नहीं निकाला जा सका था. बताया गया कि रात भर कंटेनर को हटाने की कोशिश जारी रही.
कंटेनर को काटकर अंदर से राख को हटाने का काम चलता रहा. इस हादसे की जानकारी मिलते ही मुंगले कलेक्टर राहुल देव और पुलिस अधीक्षक भोजराम पटेल मौके पर पहुंचे और पूरी रात रेस्क्यू ऑपरेशन में जुटे रहे. पुलिस टीम के साथ स्वास्थ्य विभाग विभाग के अधिकारी-कर्मचारी भी रात भर डटे रहे. मिली जानकारी के अनुसार इस निर्माणाधीन प्लांट में लगभग 350 कर्मचारी कार्यरत हैं. ये कर्मचारी अलग-अलग शिफ्ट में काम करते हैं.