
CG NEWS:शिक्षा विभाग में हड़कंप, कबाड़ में रद्दी के भाव बेची गईं लाखों पुस्तकें ….. कई अधिकारियों को नोटिस
CG NEWS:रायपुर। लाखों किताबें कबाड़ में रद्दी के भाव बचने के मामले में शिक्षा विभाग ने कई शिक्षा अधिकारियों को नोटिस जारी किया है। जिसमें जिला शिक्षा अधिकारी, सहायक संचालक से लेकर सहायक वर्ग भी शामिल है ।
लोक शिक्षण संचालनालय की ओर से राजनांदगांव के तत्कालीन जिला शिक्षा अधिकारी आदित्य खरे को भेजे गए कारण बताओ नोटिस में कहा गया है कि वह 6 सितंबर 2024 से 3 अक्टूबर 2024 तक प्रभारी जिला शिक्षा अधिकारी राजनांदगांव के पद पर कार्यरत थे। जिनके द्वारा पुस्तकों का मिलान नहीं किया जाकर सहायक वर्ग तीन रामटेके के कथन के आधार पर पुस्तक नहीं बेचे जाने का दावा किया जा रहा है। जो सत्य प्रतीत नहीं होता। यह सुनियोजित लापरवाही और मिली भगत को इंगित करता है। इस लापरवाही के कारण यह घटना हुई ।जिससे विभाग की छवि धूमिल हुई। इस मामले में 7 दिन के भीतर जवाब मांगा गया है।
राजनांदगांव के तत्कालीन जिला शिक्षा अधिकारी अभय जायसवाल को भेजे गए शोकॉज नोटिस में कहा गया है कि अभय जयसवाल 13 मार्च 2024 से 5 सितंबर 2024 तक जिला शिक्षा अधिकारी राजनांदगांव के पद पर कार्यरत थे। इनके द्वारा पाठ्य पुस्तकों की सुरक्षा हेतु व्यवस्था नहीं किए जाने और कागजों पर प्राप्त वितरित एवं शेष किताबों का हिसाब मिलने को सही मान लेना पूरी घटना में मिली भगत को इंगित करता है। इस प्रकार लापरवाही बरतने के कारण या घटना हुई। जिससे विभाग की छवि धूमिल हुई। इस मामले में अभय जायसवाल से भी 7 दिन के भीतर जवाब मांगा गया है।
जिला सूरजपुर के प्रभारी जिला शिक्षा अधिकारी राम ललित पटेल को भेजे गए शोकॉज नोटिस में कहा गया है कि लाखों किताबें कबाड़ में रद्दी के भाव बचने के संबंध में पेश किए गए जांच प्रतिवेदन के मुताबिक राम ललित पटेल जिला शिक्षा अधिकारी सूरजपुर के पद पर कार्यरत हैं। इनके द्वारा दर्ज संख्या से अधिक मांग तत्पश्चात अतिरिक्त मांग पत्र भेजने सुनियोजित लापरवाही और मिली भगत को इंगित करता है। यह लापरवाही बरतने के कारण यह घटना हुई। जिससे विभाग की छवि धूमिल हुई । इस मामले में 7 दिन के भीतर नोटिस का जवाब देने कहा गया है।
जिला जशपुर के प्रभारी जिला शिक्षा अधिकारी प्रमोद कुमार भटनागर को भेजे गए नोटिस में कहा गया है कि आपके कार्यालय के सहायक वर्ग तीन रवि बड़ईक के द्वारा पाठ्य पुस्तक संबंधी सभी कार्य किए जाते हैं। जिसकी निगरानी आपके द्वारा नहीं की जाती थी। जो कि एक सुनियोजित लापरवाही और संलिप्तता को इंगित करता है। इस तरह के लापरवाही बरतने के कारण यह घटना हुई। जिससे विभाग की छवि धूमिल हुई है। प्रमोद कुमार भटनागर को भी 7 दिन के भीतर नोटिस का जवाब देने कहा गया है।
जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय जशपुर में सहायक संचालक श्रीमती सरोज खलखो को भेजे गए नोटिस में कहा गया है कि आपके द्वारा बिना सत्यापित किए निशुल्क पाठ्य पुस्तक संबंधी अतिरिक्त मांग पत्र के चालान पावती पर हस्ताक्षर किया जाना स्वीकार किया गया है। जिससे आपकी संलिप्तता इंगित होती है। इस प्रकार की गई लापरवाही के कारण यह घटना घटित हुई है। जिससे विभाग की छवि धूमिल हुई है । इस मामले में 7 दिन के भीतर जवाब देने कहा गया है।
जिला धमतरी के प्रभारी जिला शिक्षा अधिकारी टी.आर. जगदल्ले को भेजे गए नोटिस में कहा गया है कि आपके कार्यालय में पाठ्य पुस्तक वितरण प्रभारी अमन जाचक सहायक वर्ग 3 के द्वारा जांच अधिकारी के सामने बयान दिया गया है कि पुस्तक खराब हो रही थी ।इसलिए 80 हज़ार रुपए में बेचा है और पैसा उनके पास है। आपने बयान दिया है कि मेरे जिले में कोई किताबें नहीं बेची गई है। इससे स्पष्ट है कि आपके द्वारा अपेक्षित नियंत्रण एवं निगरानी नहीं की गई। इस लापरवाही के कारण यह घटना घटित हुई है। जिससे विभाग की छवि धूमिल हुई है ।टी. आर.जगदल्ले से भी 7 दिन के भीतर जवाब मांगा गया है।
इसी तरह जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय राजनांदगांव के सहायक वर्ग 3 निश्चय रामटेके को भेजे गए कारण बताओ सूचना पत्र में कहा गया है कि लाखों किताबें कबाड़ में रद्दी के भाव बचने के संबंध में पेश जांच प्रतिवेदन के मुताबिक सितंबर 2023 से पाठ्य पुस्तक वितरण के प्रभारी थे। स्टेट स्कूल के कमरे की चाबी आपके पास थी और आपके द्वारा खोलकर भृत्य के भरोसे छोड़कर चले जाना पुस्तक भेजने में मिली भगत एवं लापरवाही को इंगित करता है। इसे भी एक सप्ताह 7 दिन के भीतर जवाब मांगा गया है।।