
CG NEWS:बिलासपुर मेयर चुनाव में बीजेपी की एल.पद्मजा और कांग्रेस के प्रमोद नायक के बीच होगा दिलचस्प मुक़ाबला, संगठन और कार्यकर्ताओं पर बड़ी ज़िम्मेदारी
CG NEWS:बिलासपुर नगर निगम में महापौर का चुनाव बहुत दिलचस्प हो गया है । इस चुनाव में बीजेपी की मेयर उम्मीदवार एल. पदमजा और कांग्रेस के प्रमोद नायक के बीच मुकाबला होने जा रहा है। इस चुनाव में दिग्गजों की दिग्गज नेताओं की प्रतिष्ठा दांव पर लग रही है। लेकिन अब वोटिंग के लिए जितना समय बचा है, उसमें उम्मीदवारों के चेहरे, सियासत में उनकी पहचान के साथ ही पार्टी संगठन और जमीनी कार्यकर्ताओं की भी अहम भूमिका नजर आ रही है। दोनों पार्टियों के पार्षद उम्मीदवार अपने-अपने मेयर उम्मीदवारों के लिए घर-घर तक कितना प्रचार करेंगे इस पर चुनाव का पूरा दारोमदार रहेगा।
बिलासपुर नगर निगम में महापौर का चुनाव के चुनाव में अब तस्वीर करीब करीब साफ हो गई है।अब तक के चुनावों में इस नगर निगम में बीजेपी और कांग्रेस के बीच ही मुख्य मुकाबला रहा है। इस बार भी यही स्थिति नजर आ रही है। कांग्रेस – भाजपा दोनों पार्टियों की ओर से उम्मीदवारों के चेहरे तय हो चुके हैं। बीजेपी की ओर से एल. पद्मजा ने सोमवार को अपना पर्चा दाखिल भी कर दिया है। मीडिया में भी खबरें आ रही है कि भाजपा ने तेलुगू समाज की को मेयर का टिकट दिया है । जो पहले भी पार्षद रह चुकी है। उनके पति अशोक विधानी पूर्व मंत्री और बिलासपुर के विधायक अमर अग्रवाल के नजदीकी माने जाते हैं। भाजपा उम्मीदवार पहले भी पार्टी की महिला मोर्चा में भी पदाधिकारी रह चुकी हैं। माना जा रहा है कि एक महिला को उम्मीदवार बनाकर बीजेपी ने महतारी वंदन जैसी अपनी महत्वपूर्ण योजनाओं को सामने ऱखकर चुनाव मैदान में उतर रही है। जिसका फ़ायदा मिलने की उम्मीद है।
दूसरी तरफ शहर कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष और जिला सहकारी बैंक के अध्यक्ष रह चुके प्रमोद नायक को कांग्रेस ने बिलासपुर मेयर पद के लिए अपना उम्मीदवार बनाया है। प्रमोद नायक ओबीसी तबके में कुर्मी समाज से आते हैं। मीडिया में भी यह बात आ रही है कि कांग्रेस प्रदेश में ओबीसी समाज का कोटा कम किए जाने का मुद्दा पहले से उठा रही है। भूपेश बघेल के मुख्यमंत्री रहते हुए प्रदेश में छत्तीसगढ़िया का मुद्दा काफी चर्चित रहा है।कांग्रेस इस चुनाव में भी इस तरह के मुद्दों को सामने ला सकती है। लेकिन शहरी इलाक़े में इशका खइतनआ असर होगआ , यह चुनाव नतीजों से ही पता चल सकेगा।
बिलासपुर मेयर के चुनावी मुकाबले में खास बात यह भी है कि इसमें कई दिग्गज नेताओं की प्रतिष्ठा भी दांव पर लग रही है ।जिसमें बिलासपुर शहर के विधायक और पार्टी के बड़े नेता अमर अग्रवाल भी हैं। जिन्हें आने वाले दिनों में मंत्री पद के मजबूत दावेदार के रूप में भी देखा जाता है। इसी तरह भाजपा के बेलतरा विधायक सुशांत शुक्ला, बिल्हा विधायक और पूर्व विधानसभा अध्यक्ष धरमलाल कौशिक, तखतपुर विधायक धर्मजीत सिंह और मस्तूरी इलाके के पूर्व विधायक -पूर्व मंत्री डॉ कृष्णमूर्ति बांधी शामिल है। इसी तरह कांग्रेस में कोटा विधायक और भूपेश बघेल के करीबी अटल श्रीवास्तव की भी प्रतिष्ठा जुड़ी हुई है । वैसे प्रमोद नायक के चयन में कांग्रेस में पूर्व विधायक शैलेश पांडे, शहर जिला कांग्रेस अध्यक्ष ग्रामीण विजय केशरवानी, शहर कांग्रेस अध्यक्ष विजय पांडे सहित करीब सभी खेमे के नेताओं की सहमति मानी जा रही है। ऐसे में पार्टी संगठन और कांग्रेस के दिग्गज नेताओं की प्रतिष्ठा भी इस चुनाव से जुड़ गई है।
इस दिलचस्प चुनाव का एक पहलू यह भी है कि बिलासपुर नगर निगम में आसपास के गांवों को शामिल किए जाने के बाद नगर निगम का यह पहले ऐसा चुनाव है, जिसमें महापौर उम्मीदवार का चुनाव मतदाताओं के सीधे वोट से हो रहा है। 70 वार्डों में फैले बिलासपुर नगर निगम का एरिया काफी बड़ा है। मतदान के लिए अब जितना समय बचा है, उसमें सभी इलाकों तक मेयर उम्मीदवारों को खुद पहुंचने और मतदाताओं तक अपनी बात पहुंचाने के लिए दिन-रात एक करना पड़ेगा । ऐसे में पार्टी संगठन और जमीनी कार्यकर्ताओं की जिम्मेदारी बढ़ गई है। जिन्हें अपने मेयर उम्मीदवार की पहचान आम वोटर तक पहुंचानी होगी। इसी तरह 70 वार्डों के पार्षद उम्मीदवारों पर भी अपने खुद के चुनाव प्रचार के साथ ही अपनी पार्टी के मेयर उम्मीदवारों के प्रचार की भी बड़ी जिम्मेदारी रहेगी। उनकी मेहनत, रणनीति और मुद्दों को जमीनी स्तर पर पहुंचाने में उन्हे जितनी कामयाबी मिलेगी, उस पर ही चुनाव का पूरा दारोमदार नजर आ रहा है।