
Case Against Ranveer Allahbadia: अश्लील जोक्स मामले में असम पुलिस ने रणवीर अल्लाहबादिया और अन्य के खिलाफ दर्ज की एफआईआर
Case Against Ranveer Allahbadia/गुवाहाटी। स्टैंड-अप कॉमेडियन समय रैना के शो ‘इंडियाज गॉट लेटेंट’ में पेरेंट्स पर अश्लील जोक्स करने पर यूट्यूबर-पॉडकास्टर रणवीर अल्लाहबादिया और शो के आयोजकों की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं। शो के दौरान की गई आपत्तिजनक टिप्पणी को लेकर आयोजकों के खिलाफ असम में शिकायत दर्ज की गई है।
Case Against Ranveer Allahbadia/असम पुलिस ने सोमवार को ‘इंडियाज गॉट लैटेंट’ शो में की गई ‘अश्लील’ टिप्पणी को लेकर रणवीर अल्लाहबादिया, समय रैना, आशीष चंचलानी के खिलाफ एफआईआर दर्ज की।
Case Against Ranveer Allahbadia/असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने माइक्रो ब्लॉगिंग प्लेटफॉर्म एक्स पर जानकारी साझा करते हुए लिखा, “गुवाहाटी पुलिस ने ‘इंडियाज गॉट लैटेंट’ नामक शो में अश्लीलता को बढ़ावा देने और यौन रूप से स्पष्ट और अश्लील चर्चा में शामिल होने के लिए यूट्यूबर्स आशीष चंचलानी, जसप्रीत सिंह, अपूर्व मखीजा, रणवीर अल्लाहबादिया, समय रैना और अन्य के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की है।”
Case Against Ranveer Allahbadia/पोस्ट में आगे लिखा गया है, “गुवाहाटी क्राइम ब्रांच ने बीएनएस 2023, आईटी एक्ट, 2000, सिनेमेटोग्राफ एक्ट 1952 और महिलाओं का अशिष्ट चित्रण (निषेध) अधिनियम, 1986 की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है। इस मामले की पुलिस जांच जारी है।”
Case Against Ranveer Allahbadia/वहीं राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (एनएचआरसी) के सदस्य प्रियांक कानूनगो ने सोमवार को यूट्यूब की पब्लिक पॉलिसी प्रमुख मीरा चट को एक पत्र लिखकर “इंडियाज गॉट लैटेंट” शो से संबंधित वीडियो को हटाने का आग्रह किया, जिसमें रणवीर अल्लाहबादिया ने विवादास्पद टिप्पणी की थी, जिससे इंटरनेट पर आक्रोश फैल गया।
वहीं मुंबई पुलिस ने यूट्यूबर रणवीर अल्लाहबादिया, कॉमेडियन समय रैना और शो ‘ इंडियाज गॉट लैटेंट’ के आयोजकों के खिलाफ शिकायत दर्ज करने के बाद जांच शुरू कर दी है।
Case Against Ranveer Allahbadia/ महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने इस घटना पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा, “हर किसी को बोलने की स्वतंत्रता है, लेकिन हमारी स्वतंत्रता तब समाप्त हो जाती है जब हम दूसरों की स्वतंत्रता का अतिक्रमण करते हैं। हमारे समाज में हमने कुछ नियम बनाए हैं, अगर कोई उनका उल्लंघन करता है तो यह गलत है और उनके खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए।”