Amit Shah Bastar ओलंपिक में शामिल होंगे.. अंदरूनी क्षेत्र के कैंप में बिता सकते है रात
Amit Shah Bastar।जगदलपुर।केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह रविवार से अपने दो दिनों के बस्तर प्रवास पर रहेंगे। इस दौरान जहां वे जगदलपुर में चल रहे संभागस्तरीय बस्तर ओलंपिक के समापन कार्यक्रम में शामिल होंगे।
मीडिया रिपोर्ट मुताबिक श्री शाह अंदरूनी इलाके में किसी कैंप में रात बिताएंगे, लेकिन जो प्रोटोकॉल जारी हुआ है, उसमें बताया जा रहा है कि वे जगदलपुर के सर्किट हाउस में रात बिताएंगे।
इस बीच शाह विभिन्न कार्यक्रमों में शामिल होंगे। शहर में करीब 4 हजार से ज्यादा जवानों को तैनात किया जा रहा है। शाह रविवार की दोपहर 2.35 बजे भारतीय वायुसेना के विमान सेजगदलपुर पहुंचेंगे।
इसके बाद वे इंदिरा प्रियदर्शिनी स्टेडियम जाएंगे, जहां वे बस्तर ओलंपिक के समापन कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि शामिल होंगे। यहां से वे शाम 5.15 बजे सर्किट हाउस जाएंगे और शाम 6.30 बजे शौर्य भवन में बस्तर में चल रहे नक्सल विरोधी अभियानों की समीक्षा करेंगे।
सोमवार को सुबह 10.35 बजे अमर वाटिका में में वे
शहीद जवानों को श्रद्धांजलि देने के साथ ही शहीदों के परिजनों, नक्सल पीड़ितों से मुलाकात करेंगे। इसके बाद 11.35 बजे वे जगदलपुर एयरपोर्ट से बीएसएफ के हेलीकॉप्टर से किसी कैंप पर पहुंचेंगे। सोमवार को दोपहर 3 बजे वे वापस रायपुर के लिए उड़ान भरेंगे।
बस्तर को नक्सलियों से मुक्त करने और केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के निर्देश के बाद सालभर में बस्तर में 25 से ज्यादा सुरक्षाबलों के कैंप स्थापित किए गए हैं।
इनमें दंतेवाड़ा के नेरली घाटी, कांकेर के पानीडोबरी, बीजापुर के गुंडम, पुतकेल, छुटवही, नारायणपुर के कस्तूरमेटा, इरकभट्टी, मसपुर, मोहंदी, सुकमा के मुलेर, परिया, सलातोंग, टेकलगुडेम, पूवर्ती, लखापाल पुलनपाड़ में कैंप खुले हैं।
बस्तर में संभाग स्तरीय बस्तर ओलिंपिक प्रतियोगिता का आयोजन शुक्रवार 13 दिसंबर से शुरू हो गया है। जगदलपुर के इंदिरा प्रियदर्शनीय स्टेडियम में बैडमिंटन, कबड्डी, वॉलीबॉल समेत अन्य गेम्स हो रहे हैं। आज (15 दिसंबर) को समापन है, जिसमें गृहमंत्री अमित शाह शामिल होंगे।
इस bastar ओलिंपिक में संभाग के सातों जिले के अलग-अलग खेलों के करीब 2900 से ज्यादा खिलाड़ी हिस्सा लेने पहुंचे हैं। इसका सारा बंदोबस्त जिला प्रशासन की तरफ से किया गया है।
इस आयोजन में करीब 300 आत्म-समर्पित नक्सली भी हैं। इसके साथ ही नक्सल घटना में दिव्यांग हुए कुल 18 खिलाड़ी, नक्सल हिंसा पीड़ित भी अलग-अलग गेम्स में हिस्सा लिए हैं।