CG NEWS:विष्णु देव कैबिनेट विस्तार पर नया अपडेट…? फिलहाल इस वजह से बढ़ सकती है तारीख…!
CG NEWS:रायपुर। छत्तीसगढ़ में विष्णु देव सरकार के कैबिनेट विस्तार को लेकर नया अपडेट सामने आ रहा है। इसके हिसाब से माना जा रहा है कि कैबिनेट का विस्तार फिलहाल टल गया है। हाल ही में मीडिया ने कयास लगाया था कि इसी हफ्ते नए मंत्री शपथ ग्रहण कर सकते हैं। लेकिन सियासी हल्कों में चर्चा है कि मंत्रिमंडल का विस्तार आने वाले दिनों में नगरीय निकाय चुनाव के बाद हो सकता है और दावेदारों को तब तक इंतज़ार करना पड़ सकता है।
जैसा कि मालूम है की हाल के दिनों में यह खबर तेजी से वायरल हुई थी की 1 साल पुरानी विष्णु देव सरकार का विस्तार दिसंबर के आखरी में हो सकता है। हरियाणा के तर्ज पर यहां भी एक अतिरिक्त मंत्री शामिल किए जाने के कयास भी लगाए गए थे। विष्णु देव साय कैबिनेट में पहले से ही एक पद खाली रखा गया था। हाल के लोकसभा चुनाव के दौरान रायपुर दक्षिण विधानसभा के विधायक और प्रदेश सरकार के मंत्री बृजमोहन अग्रवाल के रायपुर लोकसभा सीट से सांसद निर्वाचित होने के बाद एक सीट और खाली हो गई। इस बीच यह चर्चा भी चली कि छत्तीसगढ़ में भी हरियाणा का फार्मूला अपनाया जा सकता है। ऐसे में कुल 14 मंत्री बनाए जा सकेंगे और तीन नए मंत्री शामिल किया जा सकेंगे।इस तरह के अनुमानों को उस समय पंख लग गए जब दो-तीन दिन पहले मुख्यमंत्री विष्णु देव साय दिल्ली के दौरे पर गए। वहां बीजेपी के आला नेताओं के साथ उनकी बैठक हुई। इसके बाद मीडिया में यह खबर तेजी से चली की मंत्रिमंडल विस्तार जल्द होने वाला है। इस सिलसिले में नए मंत्रियों के नाम को लेकर भी अटकलें लगाई लगाई गई। नए मंत्री के रूप में अमर अग्रवाल ,अजय चंद्राकर, किरण सिंह देव, गजेंद्र यादव ,राजेश मूरत, पुन्नू लाल मोहले के नाम भी चर्चा में आए।
हालांकि इस तरह की अटकलों के बीच यह बात भी सामने आई थी कि भाजपा की कार्यशैली के हिसाब से अटकलबाजी के लिए बहुत अधिक गुंजाइश नहीं बच रही है। इसके पहले तक राजनीति कुछ इस तरह होती रही है कि टिकट वितरण या मंत्रियों के नाम को लेकर लोग अनुमान लगाते थे कि किस वजह से – किस नाम पर मुहर लगा सकती है। लेकिन बीजेपी ने पिछले कुछ समय से यह फार्मूला उलट दिया है। इसके हिसाब से पहले से किसी नाम को लेकर अटकलबाजी करने वालों के लिए जगह कम बची है। अलबत्ता कोई फैसला होने के बाद जो नाम शामिल होते हैं ,उन्हें सामने रखकर लोग अंदाज लगते हैं कि इस नाम का इसका चयन किस आधार पर किया गया होगा….।
कुछ इसी तर्ज पर कयासऔर अटकल बाजी को किनारे कर साय कैबिनेट विस्तार का मामला फ़िलहाल टलता हुआ दिखाई दे रहा है। अब तक मामला सिर्फ़ अटकलबाज़ी तक ही सीमित नज़र आ रहा है। सियासत के जानकार भी कमेंट कर रहे हैं कि जब तक शपथ ग्रहण के लिए दिन – तारीख़ की अधिकृत घोषणा ना हो… और नए मंत्रियों की कोई अधिकृत लिस्ट सामने ना आए तब तक पक्के तौर पर कुछ भी कहना सही नहीं होगा। यह सियासत का नया दौर है। जिसमें कुछ नया होने के बाद भले ही कुछ कहा जा सकता है। लेकिन नया होने से पहले कुछ कहना मुश्किल है। इस बारे में चल रही चर्चाओं का लब्बोलुआब यह है कि विष्णु देव साय कैबिनेट का विस्तार आसन्न नगरीय निकाय चुनाव तक टल सकता है। तब तक मंत्री पद के दावेदारों को बड़ी जिम्मेदारी सौंप कर नतीजों का हिसाब – किताब निकालने का भी मौका मिल सकता है। यानी जिन्हे जिस निकाय की ज़िम्मेदारी दी जाएगी, वहां बेहतर नतीज़े आए तो नंबर मिल सकते हैं। ऐसे में दावेदारों को अभी कुछ समय और इंतजार करना पड़ सकता है।।