
कलेक्ट्रोरेट में आत्मदाह का प्रयास….आयुक्त से मिलने के बाद महिला कलेक्टर कार्यालय में किया हंगामा…माफीनामा के बाद गिरा पर्दा
बिलासपुर—दोपहर कलेक्टर कार्यालय में एक दम्पत्ति ने आत्मदाह करने पेट्रोल और माचिस के साथ पहुंची। कलेक्टर कार्यालय में तैनात नगर सैनिकों के प्रयास से आत्मदाह के घटनाक्रम को टाला गया। इसके बाद कलेक्टर और निगम कार्यालय के बीच चले करीब एक घंटे के घटनाक्रम के बाद मामला पुलिस लाइन में माफीनामा के साथ खत्म हुआ। आत्मदाह करने पहुंची महिला का नाम संध्या केशरवानी ऊर्फ लक्ष्मी केशरवानी है। कलेक्टर कार्यालय में हंगामा के दौरान महिला का पति दीपक केशरवानी भी मौजूद था।
आत्मदाह का प्रयास
बुधवार को कलेक्टर कार्यालय परिसर में एक दम्पत्ति ने आत्मदाह का असफल प्रयास करने का मामला सामने आया है। महिला अपने पति के साथ पेट्रोल और माचिस लेकर पहुंची थी। महिला ने हंगामा करने के दौरान बताया कि मेलापारा चांटीडीह की रहने वाली है। कुछ महीने पहले बस्ती को उजाड़ा गया। उसे अशोक नगर स्थित अटल आवास आवंटित किया गया। उसे अपना पुराना घर ही चाहिए। अटल आवास में किसी प्रकार की सुविधा नहीं है। परिवार को परेशानियों से गुजरना पड़ रहा है। मेलापारा स्थित घर तोड़ते समय वादा किया गया था कि अच्छा मकान दिया जाएगा। लेकिन ऐसा नहीं हुआ। उसे अपने पुराना घर ही चाहिए। या शासन उसे अपने घर की तरह ही दूसरा घर आवंटित करे।
इस दौरान महिला अपने पति के साथ कलेक्टर से मिलने का प्रयास किया। और धमकी दी कि मिलने नहीं दिया गया तो साथ में पेट्रोल और माचिस लेकर आयी है। और यहीं पर आत्मदाह करेगी। इतना सुनते ही प्रशासन चौकन्ना हो गया। मौके पर मौजूद नगर सैनिक महिला से किसी तरह पेट्रोल और माचिस छीनने में कामयाब रहें। मामले की जानकारी के बाद कलेक्टर ने महिला और उसके पति को कार्यालय में बुलाया।
कलेक्टर ने दिया आदेश
कलेक्टर से मिलकर महिला ने बताया कि उसका नाम संध्या केशरवानी ऊर्फ लक्ष्मी रजक है। पति का नाम दीपक केशरवानी है। महिला ने जानकारी दी कि हमने लव मैरिज किया है। कलेक्टर के सामने आवास संबधित परेशानियों को रखा। कलेक्टर ने निर्देश दिया कि आवास संबधित कार्य के लिए आवेदन लेकर निगम कार्यालय जाएं। और अपनी परेशानियों को रखें। महिला ने धमकी देते हुए कहा कि यदि उसे घर नहीं मिला तो कलेक्टर कार्यालय के सामने आत्मदाह करेगी।
कलेक्टर आदेश पर नगर सैनिक महिला और उसके पति को निगम कार्यालय लेकर गये। पति और पत्नी को भवन अधिकारी से मिलवाया। महिला ने अधिकारी से आवास की मांग की। भवन अधिकारी ने घटनाक्रम की जानकारी के बाद कहा कि आवास के लिए करे। साथ ही जरूरी दस्तावेज भी पेश करें। मामले को अधिकारियों के सामने रखा जाएगा।
कलेक्टर से मिली फटकार
अधिकारी के जवाब से नाराज महिला अपने पति के साथ दुबारा कलेक्टर कार्यालय पहुंची। इस बार उसने फिर से जमकर हंगामा किया। और कलेक्टर से मिलने का प्रयास किया। मामले की जानकारी के बाद कलेक्टर ने महिला को डांटा फटकारा। और समझाने का प्रयास भी किया। कलेक्टर ने कहा कि निगम आयुक्त से मिले। अपनी परेशानी को रखें। मैने फोन कर दिया है। कलेक्टर के उत्तर से नाराज महिला ने चीखना चिल्लाना शुरू कर दिया।
पति को सिविल लाइन पुलिस ने पकड़ा
घटनाक्रम से नाराज कलेक्टर ने तत्काल पुलिस को आदेश दिया कि महिला के पति दीपक रजक का मुलायजा कराएं। और महिला को निगम आयुक्त मिलवायें। आदेश मिलते ही पुलिस ने दीपक केशरवानी को धर दबोचा। सीधे पुलिस लाइन थाना के हवाले किया। इस बीच महिला लक्ष्मी रजक ने आयुक्त से मुलाकात कर आवासा की मांग को दुहराया। निगम कमिश्नर ने भी दुहराया कि आवेदन और जरूरी दस्तावेज पेश करें। इसके बाद मामले मैें विचार किया जाएगा। परेशानियों का पता लगाया जाएगा।
पुलिस को माफीनामा
पति के पकडे जाने की जानकारी के बाद महिला संध्या केशरवानी सीधे सिविल लाइन पहुंची। पुलिस के समझाने पर महिला और उसके पति ने थाने को माफीनामा लिखकर दिया। इसके बाद पुलिस ने दोनों को छोड़ दिया। करीब तीन घंटे तक चले हंगामा के बाद महिला अपने घर लौटी। सुूत्रों ने बताया कि महिला और उसके पति को किसी ने जानबूझकर भेजा है।