पूर्व मुख्यमंत्री ने अरूण साव को कहा निरंकुश…बताया पत्रकार का मुंह.हमेशा के लिए बन्द किया..लखमा ने सवाल किया तो जेल भेजा..छत्तीसगढ़ में एल पद्मजा OBC कभी नहीं सुना
भ्रष्टाचार के खिलाफ खोलने वाले का मुंह बन्द कराया...
बिलासपुर—कांग्रेस मेयर प्रत्याशी प्रमोद नायक के समर्थन में पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ट्रैक्टर रैली में शामिल होने बिलासपुर पहुंचे। उन्होने सकरी से लेकर घुूरू अमेरी क्षेत्र से होकर लिंगियाडीह तक ट्रैक्टर मार्च किया। रैली में शामिल होने से पहले पूर्व मुख्यमंत्री ने पत्रकारों के सवालों का जवाब दिया। उन्होने बताया कि भाजपा सरकार में भ्रष्टाचार का खेल जमकर हो रहा है। जिसने भी मुंह खोलने की गलती की। उसका मुंह हमेशा के लिए बन्द करा दिया जाता है। पत्रकार की हल्या,लखमा को जेल इसका सबसे बड़ा उदाहरण है। उन्होने इस दौरान बताया कि मैने आज तक नहीं सुना कि छत्तीसगढ़ में एल पद्मजा ओबीसी में आता है।
कांग्रेस मेयर प्रत्याशी के समर्थन में आज ट्रैक्टर रैली में शिरकत करने पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल बिलासपुर पहुूंचे। सकरी से ट्रैक्टर सवार हो कर सकरी से लिंगियाडीह तक अलग अलग वार्डों में भूपेश ने भ्रमण कर वोट मांगा। इसके पहले उन्होने पत्रकारों से बातचीत के दौरान भाजपा मेयर प्रत्याशी एल पद्मजा की जाति को लेकर सवाल उठाया। उन्होने कहा कि मैने आज तक छत्तीसगढ में एल पद्मजा नाम से कोई ओबीसी नहीं सुना। उन्हे बताना चाहिए कि उनकी जाति ओबीसी की सूची में किसी नम्बर में आता है।
भूपश बघेल ने बताया कि जिला प्रशासन सेठ के इशारे पर काम कर रहा है। जिला प्रशासन ने सेठ के इशारे पर जाति के खिलाफ पेश शिकायत को खारिज कर दिया। भूपेश बघेल ने बताया कि जिसने भी भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज बुलन्द किया। उसका मुंह हमेशा के लिए बन्द कर दिया जाता है। बस्तर में पत्रकार की हत्या सबसे बड़ा उदाहरण है। पत्रकार ने सड़क में भ्रष्टाचार के खिलाफ मुंह खोला..और फिर हमेशा के लिए बन्द कर दिया गया। विभाग अरूण साव का ही है। वह इतना निरंकुश कैसे हो गये। भूपेश ने बताया कि अरूम साव तनाशाह बन गये है। विधानसभा में लखमा ने सवाल किया तो जेल भेज दिया गया। पत्रकार जनप्रतिनिधि को सवाल करने का अधिकार होता है।
भूपेश ने बताया कि जिला प्रशासन भाजपा नेताओं के इशारे पर काम कर रहे हैं। ट्रैक्टर रैली को भी प्रतिबंध लगा दिया है। यह तानाशाही नहीं तो और क्या है। जाति के खिलाफ लोगों को कोर्ट जाने के लिए मजबूर होना पड़ा है।