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आदिवासी मुख्यमंत्री के राज में आदिवासी असुरक्षित..बोले पूर्व उप मुख्यमंत्री …मौत की हाईकोर्ट जज से कराएं जांच..दोषियों को करें बर्खास्त
थाना में किसी की मौत जघन्य अपराध...पुलिस ने किया अमानवीय अत्याचार
बलरामपुर(पृथ्वी लाल केशरी)–-कांग्रेस के वरिष्ठ नेता छत्तीसगढ़ के पूर्व उपमुख्यमंत्री टी.एस. सिंहदेव ने बलरामपुर थाना क्षेत्र के ग्राम संतोषी नगर पहुंच कर पीड़ित परिवार से मुलाकात किया है। गुरुचंद मंडल के परिजनों से मिल कर घटना क्रम के प्रति दुख जाहिर किया है। पूर्व उप मुख्यमंत्री ने सांत्वना जाहिर कर गहरा शोक भी प्रकट किया है। पत्रकारों से बातचीत के दौरान सिंहदेव ने कहा कि पुलिस अभिरक्षा में मौत बहुत शर्मनाक और दुखद है। मामले में हाईकोर्ट के सीटिंग जज से जांच कराने की मांग करते टीएस ने दोषी पुलिसकर्मियों को तत्काल बर्खास्त करने को कहा है।
बलरामपुर थानांतर्गत ग्राम संतोषी नगर निवासी गुरुचंद मंडल की तीन दिन पहले पुलिस प्रताड़ना से अभिरक्षा में मौत हो गयी थी। इसके पहले पुलिस ने पत्नी रीना मंडल की गुमशुदगी मामले में गुूरूचंद मंडल और परिजनों को पूछताछ के लिए थाना बुलाया था। सिंहदेव ने बताया कि बुलाने और पूछताछ का सिलसिल करीब एक महीने तक चला। घटना के तीन दिन पहले पुलिसकर्मियों ने पूछताछ के दौरान गुरूचन्द मंडल और उसके परिजनों से अमानवीय तरीके से मारा-पीटा। इसी दौरान गुरूचन्द मंडल की मौत हो गयी।
पुलिस प्रताड़ना का प्रमाण
पत्रकारों से बातचीत के दौरान सिंहदेव ने कहा कि घटना से पहले मृतक गुरु चंद मंडल,पिता शांति मंडल,असीम मंडल समेत दो अन्य लोगो को 3 दिन तक लगातार प्रताड़ित किया गया। इसी बीच परिजनों को पुलिस कर्मियों के बीच आपसी बातचीत से गुरचंद मंडल की मौत की अपुष्ट जानकारी मिली। पुलिस की तरफ से थाने में मौजूद परिजनों को कुछ भी नही बताया गया।
परिजनों ने मुलााकात के दौरान अपने शरीर पर पुलिस प्रताड़ना का प्रमाण दिखाया। परिजनों ने गुरूचन्द मंडल का फोटो और वीडियो भी दिखाया। मृतक के शरीर पर पुलिस पिटाई के निशान पाये गये हैं।
हाईकोर्ट सिटिंग जज करें जांच
पूर्व उप मुख्यमंत्री ने कहा कि यह घटना असहनीय और पीड़ादायक है। पहली नजर में साफ है कि गुरु चंद मंडल की मौत पुलिस की पिटाई से हुई है। बाद में मृत शरीर को शौचालय में फांसी पर लटका कर मौत की कहानी गढ़ी गयी है। घटना की जांच उच्च न्यायालय के सीटिंग जज अथवा सीबीआई कराई जाए। दोषी पाए जाने पर पुलिसकर्मी को तत्काल बर्खास्त किया जाए।
आदिवासियों पर अत्याचार
सिंहदेव ने दुख जाहिर करते हुए कहा कि जिन पर समाज की रक्षा की जिम्मेदारी है.. उनका ऐसा जघन्य अपराध अक्षम्य है। ऐसा लगता है कि कानून व्यवस्था सरकार के नियंत्रण से बाहर हो चुकी है। प्रदेश में इस तरह की लगातार घटनाएं सामने आ रही है। निश्चित रूप से चिंता का विषय है। दुहराया कि आदिवासी मुख्यमंत्री के शासन काल मे आदिवासियों और आदिवासी क्षेत्र के लोगो पर अत्याचार की घटनाएं तेजी से बढ़ी है।
प्रमुख कांग्रेसी मौजूद
इस दौरान औषधीय पादप बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष बाल कृष्ण पाठक महापौर डॉ अजय तिर्की, पूर्व विधायक डॉ प्रीतम राम,बलरामपुर जिला कांग्रेस अध्यक्ष राजेंद्र तिवारी,सूरजपुर जिला पंचायत अध्यक्ष राजकुमारी मरावी,प्रदेश कांग्रेस महामंत्री द्वितेंद्र मिश्र , राकेश गुप्ता, रिपुजीत सिंह, हरीश मिश्रा, अजय गुप्ता,शिव भजन मरावी, आशीष वर्मा,अशोक सिंह राजू, लालसाय मिंज,अजय सिंह, आलोक सिंह, नीतीश चौरसिया,सतीश बारी, ऋषिकेश मिश्रा,डॉ दिनेश यादव,ओंकार गुप्ता, जितेंद्र गुप्ता ,मुन्ना सिंह,हरीश मिश्रा,दिलीप धर,नन्हेलाल गुप्ता,अविनाश कुमार, क्षितिज चन्देल, बृजेश मिश्रा सहित अन्य कांग्रेसजन मौजूद थे।