
Teacher Salary Hike : शिक्षकों को मिलेगा वेतन में फायदा, चौथा समयमान वेतनमान जल्द कैबिनेट की मुहर के बाद लागू
स्कूल शिक्षा विभाग में कार्यरत 1.5 लाख से अधिक शिक्षकों का चौथे समयमान वेतनमान का लंबा इंतजार जल्द खत्म होने वाला है। वित्त विभाग ने स्कूल शिक्षा विभाग के प्रस्ताव को स्वीकृति दे दी है और अब कैबिनेट की मंजूरी का इंतजार है।
Teacher Salary Hike : मध्यप्रदेश के लाखों शिक्षकों के लिए राहत भरी खबर सामने आई है। लंबे समय से प्रतीक्षित चौथा समयमान वेतनमान अब हकीकत बनने जा रहा है।
स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा तैयार किए गए इस प्रस्ताव को वित्त विभाग से मंजूरी मिल गई है और अब यह कैबिनेट की स्वीकृति की अंतिम प्रक्रिया में पहुंच चुका है। 3 जून को पचमढ़ी में होने वाली मोहन सरकार की अगली कैबिनेट बैठक में यह प्रस्ताव पेश किए जाने की पूरी संभावना है।
Teacher Salary Hike : इस निर्णय से राज्य के करीब 1.5 लाख शिक्षक कर्मचारियों को सीधा आर्थिक लाभ होगा। चौथे समयमान वेतनमान के लागू होने से शिक्षकों की सैलरी में 3,000 से लेकर 7,000 रुपये तक की मासिक वृद्धि हो सकती है। यह वृद्धि 7वें वेतनमान की संरचना के अनुसार दी जाएगी, जिसमें ग्रेड पे और वेतन स्तर के आधार पर वेतन में संशोधन किया जाएगा।
पिछली शिवराज सरकार के कार्यकाल में इस वेतनमान को लेकर घोषणा की गई थी, लेकिन विधानसभा और लोकसभा चुनावों के चलते मामला ठंडे बस्ते में चला गया था। अब नए सिरे से सक्रिय हुई स्कूल शिक्षा विभाग ने इस प्रस्ताव को फिर से तैयार कर वित्त विभाग को भेजा और वहां से मंजूरी मिलने के बाद अब यह मुख्य सचिव कार्यालय के माध्यम से कैबिनेट की मंजूरी की ओर अग्रसर है।
Teacher Salary Hike : इस निर्णय का सबसे बड़ा लाभ प्राथमिक, माध्यमिक, सहायक शिक्षक, उच्च श्रेणी शिक्षक और प्रधानाध्यापक संवर्गों को मिलेगा। खासतौर पर वे शिक्षक जो 35 वर्ष की सेवा पूरी कर चुके हैं, उन्हें इस योजना से बड़ा फायदा होने वाला है। प्रदेश के प्रमुख शहरों में इस योजना का असर व्यापक होगा।
इंदौर में 15,000, भोपाल में 12,000, ग्वालियर में 10,000, जबलपुर में 9,000 और उज्जैन में 8,000 से ज्यादा शिक्षक इस योजना के तहत आएंगे।
- प्राथमिक शिक्षक 3,000 तक (40,000 शिक्षक)
- माध्यमिक शिक्षक 3,000-4,500 (52,000 शिक्षक)
- सहायक शिक्षक 4,000-5,000 (20,000 शिक्षक)
- उच्च श्रेणी शिक्षक 5,000-7,000 (10,000 शिक्षक)
- प्रधानाध्यापक 6,000-7,000 (10,000 शिक्षक)