
युक्तियुक्तकरण से बच्चों में शिक्षा की गुणवत्ता पर आयेगी सुधार,जानिए इस जिले के 80 टी-संवर्ग के शिक्षक होंगे युक्तियुक्तकृत
युक्तियुक्तकरण।नारायणपुर/ शिक्षा की गुणवत्ता को बढ़ाने के दृष्टिगत रखते हुए शासन की युक्तियुक्तकारण की नीति उपयोगी एवं कारगर साबित होगी। जिला शिक्षा अधिकारी रमेश कुमार निषाद ने जानकारी दी है कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 एवं शिक्षा का अधिकार अधिनियम 2009 के अनुरूप शालाओं में शिक्षकों की उपलब्धता बच्चों की दर्ज संख्या के अनुपात में होनी चाहिए।
जिले में लगभग शिक्षक अतिशेष हैं। शालाओं एवं शिक्षकों का युक्तियुक्तकरण किया जाना छात्र हित में उचित है।
जिले के विभिन्न स्थानों में एक ही परिसर में अथवा निकट में दो या दो से अधिक शालाएं संचालित हैं, ऐसे शालाओं का युक्तियुक्तकरण किया जा रहा है। साथ ही अतिशेष शिक्षकों का शिक्षक विहीन एवं एकल शिक्षकीय शालाओं में युक्तियुक्तरण किया जाएगा।
राज्य में ऐसे विद्यालय हैं, जिसमें दर्ज संख्या 10 से भी कम है और उन शालाओं में दो से अधिक शिक्षक भी पदस्थ है। जिला शिक्षा अधिकारी रमेश कुमार निषाद ने जानकारी दी है कि जिले के 80 टी-संवर्ग के शिक्षक युक्तियुक्तकृत होंगे।
उन शिक्षकों को छात्र हित को ध्यान रखते हुए अधिक दर्ज संख्या वाले विद्यालयों में युक्तियुक्तकरण के तहत् पदस्थापना किया जाएगा। शिक्षकों के युक्तियुक्तकरण की कार्यवाही की जा रही है।
प्रदेश में लगभग बड़ी संख्या में विभिन्न विद्यालयों का संचालन एक ही परिसर में हो रहा है। एक ही परिसर में संचालित विद्यालयों का युक्तियुक्तकरण बच्चों की शैक्षणिक गुणवत्ता की दृष्टि से किया जाएगा, जिसमें एक ही परिसर में संचालित दो या दो से अधिक प्राथमिक विद्यालयों, एक ही परिसर में संचालित दो या दो से अधिक पूर्व माध्यमिक विद्यालयों, एक ही परिसर में संचालित प्राथमिक व पूर्व माध्यमिक विद्यालयों, एक ही परिसर में संचालित पूर्व माध्यमिक एवं हाईस्कूल विद्यालयों, एक ही परिसर में संचालित प्राथमिक व पूर्व माध्यमिक एवं हाईस्कूल, हायर सेकेण्डरी विद्यालय हैं उनका भी युक्तियुक्तकरण छात्र हित में किया जा रहा है।