
ias divyank singh : IAS अफसरों पर लोकायुक्त की बड़ी कार्रवाई..स्मार्ट सिटी घोटाले में होगी जांच
ias divyank singh : मध्य प्रदेश के इंदौर का मामला, दोनों IAS अधिकारियों पर स्मार्ट सिटी में संविदा इंजीनियर देवेश कोठारी को नियमों के खिलाफ निगम में भवन अधिकारी बनाने का आरोप, शिकायत के बाद जांच का केस दर्ज, लोकायुक्त करेगी जांच
ias divyank singh : इंदौर स्मार्ट सिटी परियोजना एक बार फिर विवादों में आ गई है। नगर निगम की पूर्व आयुक्त और वर्तमान में कौशल विकास केंद्र की निदेशक हर्षिका सिंह तथा इंदौर स्मार्ट सिटी के वर्तमान सीईओ दिव्यांक सिंह के खिलाफ लोकायुक्त ने गंभीर आरोपों के तहत जांच प्रकरण दर्ज किया है। मामला स्मार्ट सिटी के संविदा इंजीनियर देवेश कोठारी की नियमविरुद्ध नियुक्ति से जुड़ा है, जिन्हें नगर निगम में भवन अधिकारी के पद पर तैनात किया गया था, जबकि वे निगम के कर्मचारी ही नहीं थे।
शिकायत के अनुसार, 5 जून 2023 को तत्कालीन निगमायुक्त हर्षिका सिंह ने देवेश कोठारी को जोन-13 का भवन अधिकारी नियुक्त कर दिया।
गौर करने वाली बात यह है कि कोठारी को वर्ष 2017 में केवल स्मार्ट सिटी के लिए संविदा पर सहायक यंत्री नियुक्त किया गया था, लेकिन उन्हें बिना किसी वैध प्रक्रिया और सरकारी नियमों की अनदेखी करते हुए भवन अधिकारी जैसे महत्वपूर्ण पद पर बैठा दिया गया। शिकायत में बताया गया है कि राज्य सरकार ने भवन अधिकारी पद के लिए जो मानक तय किए हैं, कोठारी उन सभी मानकों को पूरा नहीं करते थे।
ias divyank singh : लोकायुक्त को यह भी बताया गया कि कोठारी ने मात्र छह महीनों में 250 से ज्यादा नक्शों को स्वीकृति दी और सैकड़ों नोटिस जारी किए, जिनमें से किसी पर भी कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई। आरोप है कि यह पूरी नियुक्ति एक अवैध पैसे कमाने की योजना का हिस्सा थी, जिसमें निगम के भीतर के नियमों को नजरअंदाज किया गया और जिम्मेदार अधिकारियों ने जानबूझकर नियुक्ति को छिपाने का प्रयास किया।
इस मामले में एक पूर्व पार्षद की शिकायत पर भोपाल स्थित लोकायुक्त मुख्यालय में जांच प्रकरण दर्ज किया गया है। लोकायुक्त संगठन ने कुछ गवाहों के बयान भी दर्ज किए हैं और अब विस्तृत जांच शुरू कर दी गई है। यदि जांच में पर्याप्त सबूत मिलते हैं, तो प्रकरण में एफआईआर दर्ज की जा सकती है और संबंधित अधिकारियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी।