India News

बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी का क्रिकेट फैंस बेसब्री से इंतजार, इस खिलाड़ी को मिलना चाहिए मौका

बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी का क्रिकेट फैंस बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। टीम इंडिया और ऑस्ट्रेलियाई टीम भी अपनी तैयारियों को पुख्ता करने में जुटी हुई है। इस बीच पूर्व ऑस्ट्रेलियाई टेस्ट कप्तान टिम पेन ने युवा विकेटकीपर-बल्लेबाज ध्रुव जुरेल का समर्थन करते हुए कहा कि ये युवा खिलाड़ी सीरीज में अच्छा प्रभाव डाल सकता है।

जुरेल, जिन्होंने सिर्फ तीन मैच खेले हैं, मुख्य रूप से ऑस्ट्रेलिया में पांच मैचों की टेस्ट सीरीज के लिए भारत के दौरे पर गए दल में नियमित विकेटकीपर ऋषभ पंत के बैकअप के रूप में शामिल थे। उन्होंने पिछले हफ्ते मेलबर्न में ऑस्ट्रेलिया ए के खिलाफ भारत ए के लिए खेले गए मैच में 80 और 68 रन की पारी खेलकर प्रभावित किया था।

ऑस्ट्रेलिया ए के खिलाफ दाएं हाथ के बल्लेबाजों के बल्लेबाजी प्रदर्शन को देखने के बाद, पूर्व ऑस्ट्रेलियाई कप्तान को लगता है कि 23 वर्षीय खिलाड़ी पर्थ में गर्मियों के शुरुआती टेस्ट में विशेषज्ञ बल्लेबाज के रूप में खेल सकता है।

पेन ने कहा, “एक ऐसा खिलाड़ी है जिसने भारत के लिए कुछ टेस्ट मैचों में विकेटकीपिंग की है। उसने जो तीन टेस्ट मैच खेले हैं, उनमें से उसका औसत 63 है और उसका नाम ध्रुव जुरेल है। मुझे नहीं पता कि आपने ज्यादा हाइलाइट्स देखे हैं या नहीं, लेकिन उसे (ऑस्ट्रेलिया ए के खिलाफ) बल्लेबाजी करते देखने के बाद, अगर वह नहीं खेलता है तो यह मुझे हैरान करेगा।”

पेन ने कहा कि भले ही जुरेल एक विकेटकीपर हैं, लेकिन उन्होंने इस दौरे पर और पिछले कुछ महीनों में उनकी बल्लेबाजी को देखा है। इसलिए वह टीम इंडिया में जगह बनाने के हकदार हैं।

IAS transfer 2024: जानिए किस आईएएस को क्या सौंपी जिम्मेदारी?

जुरेन ने इस साल की शुरुआत में राजकोट में इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट क्रिकेट में डेब्यू किया था। उन्होंने उन सभी मैचों में विकेटकीपिंग की और भारत की शानदार जीत के दौरान नंबर 8 पर आने के बाद बल्ले से 46 रन भी बनाए।

इसके बाद रांची में खेले गए टेस्ट में उन्होंने 90 रन की पारी खेली। कुल मिलाकर, उन्होंने अपनी चार टेस्ट पारियों में 46, 90, नाबाद 39 और 15 रन बनाए।

पांच मैचों की बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी का पहला टेस्ट 22 नवंबर को पर्थ में शुरू होगा।

CGWALL NEWS

पत्रकारिता में 8 वर्षों से सक्रिय, इलेक्ट्रानिक से लेकर डिजिटल मीडिया तक का अनुभव, सीखने की लालसा के साथ राजनैतिक खबरों पर पैनी नजर
Back to top button
close