BPSC Exam : जानिए कैसे मिलती है SDM की टॉप पोस्ट और क्या है रैंक का महत्व
BPSC Exam/BPSC (बिहार लोक सेवा आयोग) की 70वीं परीक्षा आज, 13 दिसंबर को पूरे राज्य में आयोजित की जा रही है। इस परीक्षा में भाग लेने के लिए 4.80 लाख अभ्यर्थियों ने आवेदन किया है, और यह परीक्षा 912 केंद्रों पर एक ही पाली में दोपहर 12 से 2 बजे तक आयोजित हो रही है।
BPSC Exam/इस बार 2000 से अधिक पदों पर भर्तियों की घोषणा की गई है, जिसके चलते यह परीक्षा काफी प्रतिस्पर्धात्मक हो गई है। लेकिन सबसे बड़ा सवाल यह है कि BPSC परीक्षा पास करने के बाद उम्मीदवार को कौन सी नौकरी मिलती है और शीर्ष पोस्ट जैसे SDM हासिल करने के लिए कितनी रैंक लानी होती है।
BPSC Exam/BPSC में सबसे प्रतिष्ठित और टॉप पोस्ट SDM (सब-डिविजनल मजिस्ट्रेट) की होती है। इस पद के लिए हर साल हजारों उम्मीदवार प्रयास करते हैं।
लेकिन SDM की पोस्ट हासिल करना पूरी तरह इस पर निर्भर करता है कि उस साल BPSC के तहत कितनी सीटें इस पद के लिए निर्धारित की गई हैं। उदाहरण के लिए, अगर 50 SDM पद हैं, तो आपको टॉप 50 रैंक लानी होगी। हालांकि, आरक्षण व्यवस्था के तहत कुछ उम्मीदवार कम रैंक पर भी SDM की पोस्ट प्राप्त कर सकते हैं।
परीक्षा में अभ्यर्थियों से उनकी प्रायोरिटी पोस्ट के बारे में भी पूछा जाता है।
यदि आपकी रैंक SDM पद के लिए योग्य है, लेकिन आपने अपनी प्राथमिकता में DSP (डिप्टी सुपरीटेंडेंट ऑफ पुलिस) को चुना है, तो आपको DSP का पद मिल सकता है, बशर्ते आप उस पद के लिए निर्धारित सभी मानकों को पूरा करते हों। इसी तरह अन्य पदों की नियुक्ति भी रैंकिंग और प्राथमिकता के आधार पर होती है।
BPSC परीक्षा के तहत विभिन्न पदों की नियुक्ति में रैंक और प्राथमिकता का महत्वपूर्ण योगदान होता है। SDM जैसे शीर्ष पद पाने के लिए न केवल बेहतर रैंक जरूरी है, बल्कि यह भी महत्वपूर्ण है कि आप अपनी प्राथमिकता को सही ढंग से चुनें।
BPSC के अंतर्गत हर पद अपने-आप में विशेष है, लेकिन SDM और DSP जैसे पदों के लिए उम्मीदवारों में खास आकर्षण होता है।
इस परीक्षा के जरिए न केवल आपको एक प्रतिष्ठित सरकारी पद मिलता है, बल्कि यह समाज में एक मजबूत और प्रभावशाली भूमिका निभाने का अवसर भी प्रदान करता है।