बिलासपुर नगर निगम वार्ड आरक्षण की घोषणा…33 वार्ड आरक्षित..23 महिलाओं को मिला मौका…मेयर रामशरण ने कहा जाएंगे कोर्ट
आरक्षण से कुल 47 वार्ड मुक्त...आयोग ने 37 वार्डों को किया अनारक्षित
बिलासपुर—चुनाव आयोग के निर्देशानुसार जिला चुनाव प्रशासन ने गुरूवार को मंथन साभागार में नगर निगम बिलासपुर वार्ड आरक्षण की स्थिति को स्पष्ट कर दिया है।
करीब 5 लाख 75 हजार से अधिक आबादी वाले निगम के कुल 70 वार्डों के लिए कलेक्टर ने पर्ची निकाला। इस दौरान सभी दलों जनप्रतिनिधि विशेष रूप से उपस्थित थे।
प्रक्रिया के दौरान 33 वार्ड को महिला पुरूष और एसटी एससी के लिए आरक्षित किया गया। इस दौरान पुराने आरक्षित कुल जबकि 47 वार्डों को पुराने आरक्षण से मुक्त किया गया। सामान्य वर्ग के 37 वार्ड का एलान किया गया। इसमें सामान्य वर्ग की महिलाओं के लिए 12 वार्ड आरक्षित किया गया है।
ओबीसी के लिए कुल आरक्षित वार्ड
जिला प्रशासन ने बताया कि बिलासपुर निगम आबादी में कुल 26.13 प्रतिशत आबादी ओबीसी की है। जनसंख्या के आधार पर कुल 18 वार्ड ओबीसी महिला पुरूष वर्ग के लिए के लिए आरक्षित किया गया है। इसमें महिला ओबीसी उम्मीदवार के लिए 6 वार्ड रिजर्व है। इसके अलावा पुराने आरक्षण प्रक्रिया के 12 वार्डों को आरक्षक मुक्त किया गया है।
अन्य पिछड़़ा वर्ग वार्ड की संख्या
वार्ड क्रमांक 16….विष्णु नगर …(महिला)
वार्ड क्रमांक 17..नेहरू नगर…..
वार्ड क्रमांक 34 संत रविदास नगर
, वार्ड क्र्मांक 63—अरविनन्द नगर
वार्ड क्रमांक 222…अम्बेडकर नगर
वार्ड क्रमांक 27…विनोबा नगर…..महिला… ,
वार्ड क्रमांक 18….तिलक नगर…..महिला….
,वार्ड क्रमांक 38….तात्याटोप नगर,..महिला
वार्ड क्रमांक 45-शहीद हेमुकालानी नगर….
वार्ड क्रमांक 69—बिलासादाई केवटी नगर
वार्ड क्रमांक 48..बिसाहूदास मंहत नगर…
,वार्ड क्रमांक 15….विकास नगर….
वार्ड क्रमांक 65—संतनामदेव नगर
वार्ड क्रमांक 13 पंडित दीन दयाल नगर
, वार्ड क्रमांक51-राजकिशोर नगर
, वार्ड क्रमांक16-पंडित देवकीनन्दन दीक्षित नगर…महिला
, वार्ड क्रमांक 31-लाला लाजपत राय नगर….महिला
, वार्ड क्रमांक 47 पंडित रामगोपाल नगर….
, वार्ड क्रमांक 30—पंडित मुन्नुलाल शुक्ल नगर….,
अनुसूूचित जाति आरक्षण
आरक्षण प्रक्रिया के दौरान कलेक्टर ने बताया कि बिलासपुर निगम सीमा कुल जनसंख्या का 15.09 प्रतिशत आबादी अनूचसूति जाति समुदाय से है। जनसंख्या के हिसाब से आरक्षित वार्डों की कुल संख्या 11 होगी। इसमें महिलाओं के कुल 4, मुक्त रिजर्व रखा गया है। जबकि पुराने आरक्षण प्रक्रिया से सात वार्ड को मुक्त किया गया है।
वार्ड क्रमांक 21,……गुरू घासीदास नगर महिला
वार्ड क्रमांक 03,…..सांई नगर…..महिला
वार्ड क्रमांक 04,…गोकुल नगर
वार्ड क्रमांक 25….क्रांति कुमार नगर महिला
वार्ड क्रमांक 67,—विद्या सागर नगर
6, 02,….अब्दुल कलाम नगर
वार्ड क्रमांक 01,—बजरंग नगर
वार्ड क्रमांक 53….कमला नेहरू नगर….
वार्ड क्रमांक 07..कालिका नगर…
वार्ड क्रमांक 08…चित्रकांत नगर….महिला
वार्ड क्रमांक .49…बीआर यादव नगर….,49
अनुसूचित जन जाति…
निगम में कुल जनसंख्या….5.68 प्रतिशत
आरक्षण प्रक्रिया के दौरान बताया कि अनुसूचित जनजाति की कुल संख्या निगम के 70 वार्डों में 5.68 प्रतिशत है। जनसंख्या के हिसाब से अनुसूचित जन जाति के लिए कुल चार वार्ड पर्ची निकाल करआरक्षित किया गया। इसमें एक वार्ड महिला वर्ग के लिए आरक्षित है। पुराने आरक्षण प्रक्रिया से तीन वार्ड को मुक्त किया गया है।
वार्ड क्रमांक 12..बुढ़ादेव नगर
वार्ड क्रमांक 14 मिनी माता नगर….
वार्ड क्रमांक 43..बंशीलाल नगर
,वार्ड क्रमांक 59…शहीद मंगल पाण्डेय नगर …महिला
70 वा्र्डों की वस्तुस्थिति
एसटी,एससी और ओबीसी को मिलाकर कुल आरक्षण वार्ड की संख्या 33 है। इसमें महिलाओं के लिए 11 आरक्षित वार्ड 11 हैं। साथ ही पुराने आरक्षण से 22 वार्डों को मुक्त किया गया है। अनारक्षित वार्ड संख्या 37 है। इसमें अनारक्षित महिलाओं का 12 वार्ड भी शामिल है। जबकि 25 वार्ड को आरक्षण से बाहर किया गया है। कुल मिलाकर 70 वार्ड वाले बिलासपुर नगर निगम में वार्डों की स्थिति सभी वर्गों की महिलाओं के लिए 23 और मुक्त वार्ड की संख्या 47 है।
सामान्य महिला वर्ग वार्ड आरक्षण संख्या
वार्ड क्रमांक–06….यदुनन्दननगर
वार्ड क्रमांक….11..संत कबीरदास नगर
वार्ड क्रमांक…20…भक्तकंवर राम नगर
वार्ड क्रमांक…23…मदर टेरेसा नगर
वार्डक्रमांक…26…शहीद अशफाकउल्लाह नगर
,वार्ड क्रमांक…44…शंकर नगर
.वार्ड क्रमांक–62,…शास्त्री नगर
वार्ड क्रमांक….66…शिव दुलारे मिश्रा
वार्ड क्रमांक 54,…भक्त माता कर्मा नगर
वार्ड क्रमांक…55….माता परमेश्वरी नगर
वार्ड क्रमांक…57,….अशोक नगर
वार्ड क्रमांक…62,….शास्त्री नगर…
मेयर रामशरण यादव देंगे चुनौती
मंथन सभागार में आयोजित आरक्षण प्रक्रिया को लेकर मेयर रामशरण यादव ने असंतोष जाहिर किया है। उन्होने बताया कि दुख और आश्यर्य दोनो है कि अन्य वर्ग का आरक्षण जनसंख्या के आधार पर किया गया है। जबकि ओबीसी वर्ग के लिए क्रायटेरिया अलग रखा गया है। जबकि आरक्षण का आधार जनसंख्या है। बावजूद इसके ओबीसी वर्ग को इस लाभ से दूर रखा गया। रामशरण ने बताया कि सबसे बड़ी विसंगति कि हर बार क्षेत्र बदल दिया जाता है। इस बार भी ऐसा ही हुआ। वर्ग बदले तो ठीक है..लेकिन हर बार आरक्षण प्रक्रिया में जातिगत आधार पर वार्ड बदल दिये जाते है। उन्होने कहा मैं हाईकोर्ट में इसके खिलाफ चुनौती देने जा रहा हूं। दरअसल नगरीय और पंचायती राज्य अधिनियम का खुल उल्लंघन हुआ है। इस बात को बर्दास्त नहीं किया जाएगा।