ITR Refund- कैसे चलता है रिफंड का प्रोसेस
ITR Refund-अगर आपने इनकम टैक्स रिटर्न फाइल कर दिया है और रिफंड का इन्तजार कर रहे हैं तो ये खबर आपके काम की साबित हो सकती है. ITR फाइलिंग की डेडलाइन खत्म होने के बाद लोग ज्यादातर लोग अब रिफंड का इंतजार कर रहे हैं. कुछ लोगों को उनके रिफंड मिल भी गए हैं, लेकिन बहुत से लोग अभी भी रिफंड के इंतजार में हैं.
ITR Refund-आमतौर पर रिफंड मिलने में 10 दिन का समय लगता है लेकिन इस बार कई लोगों को महीना भर से ज्यादा का समय हो गया है और उन्हें रिफंड नहीं मिले हैं. ऐसे में आइए जानते हैं कैसे चलता है रिफंड का प्रोसेस और किसे मिलता है सबसे पहले रिफंड…
ITR Refund-रिफंड को लेकर हाल ही में निर्मला सीतारमण ने भी एक बड़ी बात कही थी. उन्होंने कहा था कि पिछले 10 सालों में इनकम टैक्स रिफंड प्रोसेस होने का वक्त तेजी से कम हो गया है.पिछले ही हफ्ते निर्मला सीतारमण ने संसद में कहा था कि 2013-14 में इनकम टैक्स रिटर्न को प्रोसेस कर के रिफंड जारी करने में औसतन 93 दिन का वक्त लगता था. वहीं अगर अभी की बात करें तो साल 2023-24 में औसतन 10 दिन में लोगों को उनका रिफंड मिल जा रहा है. यहां एक बड़ा सवाल ये उठता है कि क्या फिर रिफंड सिर्फ 10 दिन में प्रोसेस हो जाता है? आयकर विभाग की वेबसाइट पर तो लिखा है कि रिफंड आने में 4-5 हफ्ते लगते हैं.
ITR Refund-वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने ये साफ किया कि हर आईटीआर 10 दिन में प्रोसेस नहीं होता है. आईटीआर को प्रोसेस होने में औसतन 10 दिन का समय लगता है. किसी आईटीआर फॉर्म में जितनी ज्यादा कठिनाइयां होंगी, उसे प्रोसेस करने में उतना ही अधिक वक्त लगेगा. ITR-1 की तुलना में ITR-2 अधिक मुश्किल है और ITR-2 की तुलना में ITR-3 में दिक्कतें ज्यादा हैं. ऐसे में परेशानियों से हिसाब से आईटीआर प्रोसेसिंग टाइम बढ़ता चला जाएगा.
इनकम टैक्स के पूर्व चीफ कमिश्नर रामकृष्ण श्रीनिवासन के अनुसार सबसे पहले ITR-1 के रिफंड प्रोसेस किए जाते हैं. उसके बाद नंबर आता है ITR-2 का और फिर ITR-3 का. यानी जैसे-जैसे आईटीआर फॉर्म कठिन बनता जाता है, उसी तरह रिफंड को भी प्रोसेस किया जाता है.
हालांकि, अगर आपने आईटीआर आखिरी तारीख पर या उसके बहुत पास आने पर भरा है, तो आपको रिफंड मिलने में देर हो सकती है. ITR-2 और ITR-3 के रिफंड, जिनमें कोई डिफेक्ट या दिक्कत ना हो, आपको वह मिलने में कुछ महीनों तक का वक्त लग सकता है.