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कोर्ट की गाइड लाइन का नहीं किया पालन..कांग्रेस का बयान…छिप छिपाकर किया परिसीमन..लोकतंत्र में राजतंत्र मंजूर नहीं
कांग्रेस का दावा...परिसीमन के विरोध में शिकायतों का अंबार
बिलासपुर–निगम वार्ड परिसीमन को लेकर कांग्रेस की समीक्षा समिति की बैठक कांग्रेस भवन में हूई। समिति के सदस्यों ने विभिन्न वार्डो से मिले आवेदनों को शार्टलिस्ट किया। इस दौरान परिसीमन नीतियों को लेकर विचार विमर्श भी किया। कांग्रेस नेताओं ने बताया कि 21 जुलाई को स्थानीय ज़िला निर्वाचन के सामने सभी आवेदनों को पेश किया जाएगा।
शहर अध्यक्ष विजय पांडेय ने बताया कि नए परिसीमन प्रकिया में सर्वोच्च न्यायालय की गाइड लाइन का पालन नही किया गया है। सुप्रीमकोर्ट गाइड लाइन के अनुसार परिसीमन के समय मतदाताओं की संख्या को समरूपता में रखा जाना है। राज्य सरकार ने जल्दबाजी में परिसीमन का निर्णय लिया है। अधिकारियों ने बिना वार्ड पहुंचे बन्द कमरे में परिसीमन की रूपरेखा तैयार किया है। उन्हें वार्डो में जाकर मतदाताओं से सम्पर्क करना चाहिए था। पार्षद ,पार्षद प्रत्याशी ,वार्ड प्रमुखों और जनसामान्य से पंचनामा के साथ सहमति बनाना चाहिए था। जैसा कि लोकसभा और विधानसभा परिसीमन में किया जाता है। इस दौरान जन सुनवाई भी होती है।
महापौर रामशरण यादव ने कहा कि आवेदनों की भरमार से जाहिर हो गया है कि पार्टी के साथ साथ सामान्य भी वार्ड से छेड़छाड़ को लेकर नाराज हैं। जाहिर सी बात है कि जनप्रतिनिधियों से ज्यादा आम जनता को दिक्कतों को सामना करना पड़ेगा। आधार कार्ड , मतदाता कार्ड, पासपोर्ट में नाम पता ठिकाना बदलाव को लेकर परेशानी होगी। सभी आवेदन कर्ताओ को सम्बंधित ज़ोन कार्यालय, ज़िला निर्वाचन अधिकारी के पास भी आवेदन करने को कहा गया है। 21 जुलाई को शाम तक अधिवक्ता के माध्यम से तकनीकी पक्ष को ध्यान में रखकर आवेदनों को प्रशासन के हवाले किया जाएगा।
पूर्व विधायक शैलेष पांडेय ने कहा कि जिला निर्वाचन ने आज दिनांक तक पार्टी कार्यालय को नए परिसीमन को लेकर कापी उपलब्ध नही कराया है। जबकि छोटी से छोटी मीटिंग के लिए पार्टी को आमंत्रित किया जाता है। किसी भी चुनाव में संगठन चुनाव लड़ता है और अपना उम्मीदवार तय करता है। बावजूद इसके जिला निर्वाचन ने पार्टियों को परिसीमन के बाद भी प्रति उपलब्ध नही कराया है। परिसीमन समिति में कौन अधिकारी है किसी को जानकारी नहीं है। जाहिर सी बात है कि जनता में सन्देह का वातावरण है। कांग्रेस लम्बी लड़ाई लड़ेगी । प्रजातन्त्र में राज तंत्र व्यवस्था स्वीकार्य नही है।
कांग्रेस भवन में आयोजित समीक्षा समिति की बैठक में विशेष रूप से शहर अध्यक्ष विजय पांडेय,महापौर रामशरण यादव, पूर्व विधायक शैलेष पांडेय, आशीष सिंह,सभापति शेख नजीरुद्दीन, पूर्व महापौर राजेश पांडेय, राकेश शर्मा,राजेन्द्र साहू,ऋषि पांडेय,समीर अहमद, जावेद मेमन, अरविंद शुक्ला, विनोद साहू, मोती ठारवानी, पिंकी बतरा, सीमा घृतेश, शिल्पी तिवारी,स्वर्णा शुक्ला, सन्ध्या तिवारी,प्रियंका यादव,अजय यादव,जुगल किशोर गोयल,भरत कश्यप,अब्दुल इब्राहिम,साईं भास्कर,काशी रात्रे,तजम्मुल हक,राज कुमार तिवारी,पंचराम सूर्यवँशी,रिंकू छाबड़ा,अमित दुबे, दीपांशु श्रीवास्तव, गोवर्धन श्रीवास्तव,शाहिद कुरैशी,राज कुमार यादव,राज कुमार कश्यप,शिशिर कश्यप,बबलू मगर, राजेश ताम्रकार,उदय बिहारी सिंह,महेतराम सिंगरौल,पुष्पेंद्र मिश्रा,सहित बड़ी संख्या में कांग्रेसजन उपस्थित थे।