Chhattisgarh

Teacher online attendance- शिक्षकों की ऑनलाइन हाजिरी पर छिड़ा संग्राम: VSK ऐप को बताया निजता का खतरा, आंदोलन की चेतावनी

Teacher online attendance।रायपुर। छत्तीसगढ़ की स्कूली शिक्षा व्यवस्था को डिजिटल बनाने की सरकार की कोशिशों को शिक्षकों के भारी विरोध का सामना करना पड़ रहा है।

स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा विद्या समीक्षा केंद्र (VSK) मोबाइल ऐप के माध्यम से शिक्षकों और छात्रों की ऑनलाइन उपस्थिति अनिवार्य करने के आदेश ने प्रदेश भर में विवाद खड़ा कर दिया है।

सरकार जहां इसे शिक्षा व्यवस्था में सुधार और पारदर्शिता की दिशा में बड़ा कदम बता रही है, वहीं शिक्षक संगठनों ने इसे अपनी निजता का उल्लंघन करार दिया है।

Teacher online attendance।राज्य सरकार ने पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर सात जिलों में इस ऐप का परीक्षण किया था। विभाग का दावा है कि वहां मिले सकारात्मक परिणामों के बाद अब इसे प्रदेश के सभी 33 जिलों में लागू कर दिया गया है।

जियो-फेंसिंग तकनीक से लैस यह ऐप यह सुनिश्चित करता है कि शिक्षक स्कूल परिसर के भीतर रहकर ही अपनी उपस्थिति दर्ज करें। अधिकारियों का कहना है कि इससे ‘रियल टाइम’ निगरानी संभव होगी और व्यवस्था में जवाबदेही आएगी।

शिक्षक संगठनों का कड़ा विरोध: क्यों हैं नाराज?

सहायक शिक्षक समग्र शिक्षक फेडरेशन के प्रांतीय अध्यक्ष रविंद्र राठौर और संयुक्त शिक्षक संघ के प्रांतीय अध्यक्ष केदार जैन ने इस निर्णय को एकतरफा और “तुगलकी फरमान” बताया है।

शिक्षकों का कहना है कि निजी मोबाइल फोन में सरकारी ऐप डाउनलोड करना साइबर सुरक्षा और व्यक्तिगत डेटा की गोपनीयता के लिए बड़ा जोखिम है।

शिक्षक नेताओं ने मांग की है कि यदि सरकार ऑनलाइन निगरानी चाहती है, तो वह शिक्षकों को सरकारी मोबाइल या टैबलेट और डेटा भत्ता उपलब्ध कराए। संगठन ने सरकार के पायलट प्रोजेक्ट की सफलता पर सवाल उठाते हुए कहा कि उन सात जिलों में भी केवल 10-15% शिक्षकों ने ही ऐप डाउनलोड किया था।

शिक्षकों का कहना है कि वे पहले से ही 10 से अधिक विभागीय ऐप का उपयोग कर रहे हैं और अब एक और ऐप का दबाव उन पर गैर-शैक्षणिक बोझ बढ़ा रहा है।

Teacher online attendance।शिक्षक संगठनों ने स्पष्ट चेतावनी दी है कि वे ऑनलाइन हाजिरी या पारदर्शिता के खिलाफ नहीं हैं, लेकिन निजी फोन के इस्तेमाल को स्वीकार नहीं करेंगे।

यदि सरकार ने इस आदेश को वापस नहीं लिया या शिक्षकों को आवश्यक उपकरण प्रदान नहीं किए, तो प्रदेश के लाखों शिक्षक संयुक्त रूप से इस ऐप का बहिष्कार करेंगे और सड़कों पर उतरकर बड़ा आंदोलन शुरू करेंगे।

Shri Mi

पत्रकारिता में 8 वर्षों से सक्रिय, इलेक्ट्रानिक से लेकर डिजिटल मीडिया तक का अनुभव, सीखने की लालसा के साथ राजनैतिक खबरों पर पैनी नजर
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