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चक्रवात दाना की दहशत…बैठक में रेल मंत्री ने किया अलर्ट….2 राज्य में 9 वार रूम स्थापित…बिलासपुर जोन की गाड़ियां भी होंगी प्रभावित

मंत्री वैष्णव ने कहा..न्यूनतम व्यवधान के साथ अधिकतम रखें तैयारी

बिलासपुर—-चक्रवात ‘दाना’ के प्रभाव को कम करने के लिए रेलवे सक्रिय कदम उठा रहा है। रेल मंत्री अश्वनी वैष्णव ने चक्रवात से निपटने को लेकर आलास्तर के अधिकारियों के साथ बैठक में संवाद किया है। उन्होने न्यूनतम व्यवधान के साथ अधिकतम तैयारी का निर्देश दिया है। अधिकारियों को राहत संचालन, यात्री सुरक्षा और बुनियादी ढांचे की बहाली पर ध्यान दिए जाने की बात कही है। रेल मंत्रालय के दिशा निर्देश पर पूर्वी तट पर रेड अलर्ट के बीच रेल सेवाओं को तुरंत बहाल करने के लिए 2 राज्यों में 9 वॉर रूम स्थापित किया गया है। गाइडलाइन का पालन करते हुए दाना के दहशत से दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे प्रबंधन ने भी सुरक्षा के लिहाज से कई गाड़ियों के परिवहन को लेकर जरूरी सुरक्षा कदम उठाए हैं।
न्यूनतम व्यवधान के साथ रखें अधिकतम तैयारी
ओडिशा और पश्चिम बंगाल के तटों पर आने वाले भीषण चक्रवात ‘दाना’ के मद्देनजर रेल मंत्रालय ने उच्च स्तरीय बैठक का आयोजन किया। बैठक में संबधित जोनल रेलवे यानी ईस्ट कोस्ट रेलवे और साउथ ईस्टर्न रेलवे की तैयारियों की समीक्षा हुई। उच्च स्तरीय बैठक की अध्यक्षता केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने किया। बैठक में  रेलवे बोर्ड  अध्यक्ष, सीईओ, सभी बोर्ड सदस्य, पूर्वी तट रेलवे और दक्षिण पूर्व रेलवे के महाप्रबंधक, खड़गपुर, चक्रधरपुर, आद्रा और खुर्दा रोड के मंडल रेल प्रबंधकों ने भाग लिया। इस दौरान रेल मंत्री वैष्णव ने न्यूनतम व्यवधान के साथ अधिकतम तैयारी सुनिश्चित करने का निर्देश दिया।
मंत्री ने कहा समय के साथ रहें अपडेट
बैठक में ईस्ट कोस्ट रेलवे और साउथ ईस्टर्न रेलवे के महाप्रबंधकों मंत्री को तैयारियों से अवगत कराया। भुवनेश्वर और गार्डन रीच (कोलकाता), खुर्दा रोड, विशाखापत्तनम, संबलपुर, चक्रधरपुर, आद्रा, रांची, खड़गपुर और बालेश्वर के मंडल कार्यालयों में चौबीसों घंटे चलने वाले 9 समर्पित वॉर रूम स्थापित किए जाएंगे। वॉर रूम इंजीनियरिंग, एसएंडटी, ऑपरेटिंग, वाणिज्यिक और आरपीएफ के अधिकारियों द्वारा संचालित किए जाएंगे।  ताकि चक्रवात के कारण कोई भी त्वरित निर्णय लिया जा सके । संचार के लिए 20 सैटेलाइट फोन के साथ वॉर रूम/आपातकालीन नियंत्रण कक्ष चालू रहेगा। वास्तविक समय पर अपडेट प्राप्त करने और आवश्यकतानुसार संसाधन जुटाने के लिए मौसम विभाग के साथ निरंतर संपर्क बनाकर रखा जाएगा।
डीजल इंजन की विशेष व्यवस्था
                   सोरो, जलेश्वर और अन्य महत्वपूर्ण स्टेशनों जैसे विभिन्न स्थानों पर पटरियों, सिग्नलिंग प्रणाली और विद्युतीकरण की त्वरित बहाली के लिए विशेष टीमों को तैनात किया गया है। बिजली कटौती की स्थिति में रेलगाडी संचालन सुनिश्चित करने के लिए डीजल इंजन तैयार रखा गया है।
 
आपात स्थिति से निपटने व्यवस्था के साथ कर्मचारी तैनता
  भोजूडीह, बोकारो स्टील सिटी, सोरो, नीमपुरा, आद्रा, राजगोड़ा, बछरावां, केंदुआ, कालाघर, तपांग, छतरपुर, पलासा, हिंडोल रोड, राधाकिशोरपुर, केंद्रपाड़ा, रघुनाथपुर, हरिदासपुर जैसे सभी महत्वपूर्ण स्थानों पर पर्याप्त संख्या में 600 से अधिक कर्मचारी 57 बीओएक्सएन बोल्डर, 86 बीओबीवाईएन गिट्टी और 123 बीओएक्सएन रेत/मूरम/खदान धूल आदि जैसी बहाली सामग्री का स्टॉक के साथ तैनात हैं। किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए राहत वैन, 49 भारी मशीनरी, 7 ट्रॉली और अन्य उपकरण भी तैयार रखे गए हैं। राहत सामग्री या किसी अन्य आवश्यकता को ले जाने के लिए जरूरी संसाधनों को खड़गपुर में इकट्ठा किया गया है। टावर वैगनों को बालेश्वर, दातन, खड़गपुर, रूपसा और हल्दिया में व्यवस्थित किया गया है।
इन स्टेशनों पर कड़ी निगरानी
 तटीय क्षेत्रों के लिए जारी रेड अलर्ट के कारण भुवनेश्वर-विशाखापत्तनम कॉरिडोर के स्टेशनों पर कड़ी निगरानी रखी जा रही है। निकटवर्ती प्रभाग अर्थात, खड़गपुर मंडल के साथ चक्रधरपुर और आद्रा को भी हाई अलर्ट पर रखा गया है। भारी बारिश और बाढ़ से होने वाले नुकसान को रोकने के लिए रेलवे पुलों, पटरियों, यार्डों और सिग्नलिंग प्रणालियों पर कड़ी नजर रखी जा रही है। जल निकासी नालियों और किनारे की नालियों को गाद और वनस्पति जैसी बाधाओं से साफ किया जा रहा है। यात्रियों की निकासी और अन्य आकस्मिकताओं से निपटने के लिए सोरो, बालेश्वर, जलेश्वर, खड़गपुर और दीघा में ड्राइवरों के साथ स्टैंडबाय वाहनों की योजना बनाई गई है।
वैकल्पिक बिजली का प्रबंध
 डीजी पावर को क्रमशः खड़गपुर-पंसकुरा खंड, खड़गपुर-भद्रक खंड, तमलुक-हल्दिया खंड और तमलुक-दीघा खंड में वैकल्पिक बिजली के रूप में स्थापित किया गया है। तमलुक, पंसकुरा और बालेश्वर स्टेशनों पर डी-वाटरिंग पंप लगाया जाएगा। सुरक्षा उपाय के तौर पर प्रमुख स्टेशनों के सर्कुलेटिंग एरिया से बड़े होर्डिंग्स और बिल-बोर्ड हटाने की योजना है।
गाड़ियों का मार्ग परिवर्तन, बन्द किया गया
 रेलगाडियों को हवा की गति के आधार पर स्टेशनों पर नियंत्रित/रोका जाएगा।  सभी सुरक्षा उपायों के साथ विनियमित करने की योजना बनाई गई है। यात्रियों के जोखिम को कम करने के लिए कई रेलगाडियों को रद्द कर दिया गया है। या फिर मार्ग बदल दिया गया है। इसके अलावा गाड़ियों को बीच में ही समाप्त कर दिया गया है।
इन स्टेशनों पर हेल्प डेस्क स्थापित
सभी महत्वपूर्ण स्टेशनों, पुरी – खुर्दा रोड, भुवनेश्वर, कटक,, पारादीप, जाजपुर क्योंझर रोड , भद्रक , पलासा  , ब्रह्मपुर पर हेल्प डेस्क स्थापित करने का निर्देश है। यात्रियों के साथ-साथ जनता के बीच लगातार घोषणा का भी निर्णय लिया गया है।
बच्चों और शिशुओं के लिए विशेष व्यवस्था
 किसी भी जरूरत या पात स्थिति से निपटने के लिए पर्याप्त क्लोरीन टैबलेट, ब्लीचिंग और अन्य दवाओं के साथ मेडिकल टीम को मेचेदा, तमलुक, खड़गपुर और बालेश्वर में तैनात किया गया है। चक्रवात के कारण नियंत्रित होने वाली रेलगाडियों के लिए सभी महत्वपूर्ण स्टेशनों पर शिशु आहार के साथ पर्याप्त भोजन की व्यवस्था की गई है। सभी महत्वपूर्ण स्टेशनों और उन स्थानों पर जहां रेलवे कॉलोनियां स्थित हैं, पर्याप्त क्षमता की पानी की टंकी उपलब्ध कराने की योजना बनाई गई है।
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Bhaskar Mishra

पत्रकारिता के क्षेत्र में लगभग 16 साल का अनुभव।विभिन्न माध्यमों से पत्रकारिता के क्षेत्र मे काम करने का अवसर मिला।यह प्रयोग अब भी जारी है।वर्तमान में CGWALL में संपादकीय कार्य कर रहा… More »
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