
भारतमाला परियोजना भ्रष्टाचार केस में निलंबित पटवारी ने की आत्महत्या, सुसाइड नोट में….
मौके से पुलिस को एक सुसाइड नोट भी बरामद हुआ है जिसमें मिश्रा ने खुद को निर्दोष बताया और अपने खिलाफ षड्यंत्र रचने का आरोप लगाया है।
Bilaspur/बिलासपुर जिले से एक चौंकाने वाली खबर सामने आई है, जहां भारतमाला परियोजना में भ्रष्टाचार के आरोपों से घिरे निलंबित पटवारी सुरेश मिश्रा ने आत्महत्या कर ली। उनका शव सकरी थाना क्षेत्र स्थित अपनी बहन के फार्महाउस में फंदे से लटका मिला।
मौके से पुलिस को एक सुसाइड नोट भी बरामद हुआ है जिसमें मिश्रा ने खुद को निर्दोष बताया और अपने खिलाफ षड्यंत्र रचने का आरोप लगाया है।
सुरेश मिश्रा हाल ही में उस समय विवादों में आए थे जब भारतमाला परियोजना के अंतर्गत भू-अर्जन और मुआवजा वितरण में बड़े पैमाने पर गड़बड़ियों की शिकायत सामने आई थी।
मामले की जांच राज्य सरकार के निर्देश पर एसडीएम और जिला स्तरीय समिति द्वारा की गई थी। जांच में तत्कालीन तहसीलदार डीके उइके और पटवारी सुरेश मिश्रा की भूमिका संदिग्ध पाई गई थी, जिसके बाद दोनों के खिलाफ तोरवा थाना में IPC की धारा 420, 34, 467, 468, 471 के तहत केस दर्ज किया गया था।
एफआईआर दर्ज होने से पहले ही सुरेश मिश्रा को निलंबित कर दिया गया था और इस पूरे घटनाक्रम के बाद से वे मानसिक रूप से बेहद तनाव में थे।
आत्महत्या से पहले छोड़े गए सुसाइड नोट में उन्होंने लिखा कि उन्हें जानबूझकर इस केस में फंसाया गया है और उनका इस घोटाले से कोई लेना-देना नहीं है।