
LIC घोटालाः DRUCC सदस्य,योगी ब्रिगेड जिला अध्यक्ष समेत 4 अन्दर..3 बाहर..1 करोड़ 7 लाख का फर्जीवाड़ा..जमीन कारोबारी भाजपा नेता की भूमिका संदिग्ध..
पश्चिम मण्डल भाजपा उपाध्यक्ष का भाई और भतीजा गिरफ्तार
बिलासपुर—एलआईसी एजेन्ट भाजपा नेता और हितग्राही ने मिलकर बीमा निगम को लगभग एक करोड़ का झटका दिया है। मामले में पूछताछ के बाद दो दिन पहले सिविल लाइन पुलिस ने अपराध दर्ज किया। और कुल चार लोगों को पकड़कर अन्दर यानी जेल दाखिल कराया है। बताया जा रहा है कि तीन से चार लोग अभी भी बाहर घूम रहे हैं। उन्हें भी जल्द गिरफ्तार सरकारी मेहमान बनाया जाएगा। बड़ी बात यह कि पकड़े गए सभी आरोपी भाजपा नेता परिवार से हैं। पुलिस गिरफ्त में लिया गया एलआईसी एजेन्ट भाजपा नेता और योगी बिग्रेड का जिला अध्यक्ष भी है। मामले में जमीन कारोबारी भाजपा नेता राजेश पाण्डेय की भूमिका संदिग्ध है। फिलहाल गतिविधियों पर पुलिस की नजर है।
जानकारी देते चलें कि सिविल लाइन पहुंचकर मगरपारा स्थित एलाईसी बीमा कम्पनी प्रबंधन ने भाजपा नेता और उसके भतीजों के खिलाफ जालसाजी घोटाला का अपराध दर्ज कराया। बीमा प्रबंधन ने बताया कि कस्तूरबा नगर निवासी विजय पाण्डेय ने फर्जीवाड़ा कर पहले करीब 36 लाख का बीमा आहरण किया। इसके बाद 71 लाख का बीमा पालिसी धारक को मृत बताकर आहरण का दबाव बना रहा है। मामला संदिग्ध है। जबकि दोनो बीमाधारक अभी जिन्दा हैं। जबकि उन्हें मृत बताया जा रहा है।
एक करोड़ 7 लाख का फर्जीवाडा
जानकारी के बाद थाना प्रभारी प्रदीप आर्य ने तत्काल पुलिस कप्तान रजनेश सिंह को बताया। कप्तान के आदेश पर सिविल लाइन पुलिस टीम ने छानबीन कर चार फर्जीवाडों को धर दबोचा। बताते चलें कि विजय पाण्डेय कुल पांच भाई है। बबला, मुन्ना और एक अन्य भाई की मौत हो चुकी है। तीन का नाम पुलिस थानों में नामचीन बदमाश के रूप में आज भी दर्ज है। तीसरे मृत भाई की संतान चीकू ऊर्फ राकेश पाण्डेय के नाम पर 36 लाख और गोलू ऊर्फ ओमप्रकाश पाण्डेय के नाम विजय पाण्डेय ने 71 लाख का बीमा कराया है। चीकू पाण्डेय का डेथ सर्टिफिकेट पेश कर आरोपियों ने 36 लाख का भुगतान लिया है। इसके बाद विजय पाण्डेय ने दूसरी पालिसी गोलू ऊर्फ ओमप्रकाश पाण्डेय का डेथ सर्टिफिकेट पेश किया…क्लेम मांगा… मामले में एलआईसी एजेन्ट नरेश अग्रवाल ने स्थानीय लोगों से बयान लिला। एजेन्ट ने सर्टिफिकेट पेश कर क्लेम दिये जाने का दबाव बनाया है। सारी प्रक्रिया ठीक होने के बाद भी एलआईसी प्रबंधन को शक है। इसलिए पुलिस छानबीन की जरूरत है।
भाजपा नेता,एजेन्ट समेत चार आरोपी गिरफ्तार
सिविल लाइन पुलिस ने छानबीन के दौरान पाया कि पालिसी धारक चीकू ऊर्फ राजेश और गोलू ऊर्फ ओमप्रकाश पाण्डेय आज भी जिन्दा है। दोनो आदतन नशेड़ी और अपराधी है। पुलिस ने पूछताछ के दौरान एलआईसी एजेन्ट नरेश अग्रवाल को गिरफ्तार किया। नरेश अग्रवाल ने फर्जीवाड़ा की सच्चाई पुलिस के सामने पेश किया। पूछताछ के बाद मुख्य आरोपी विजय पाण्डेय को गिरफ्तार किया गया। चारो आरोपियों को न्यायिक हिरासत में रखा गया है।
भाजपा की अनुशंसा से डीआरयूसीसी सदस्य
जानकारी देते चलें कि नरेश अग्रवाल 18 साल से भाजपा का सक्रिय और ऊर्जावान नेता है। हाल फिलहाल नरेश नें भाजपा की सक्रिय सदस्यता भी लिया है। योगी ब्रिगेड़ का जिला अध्यक्ष भी है। नरेश अग्रवाल शिव मंदिर के पीछे विद्यानगर स्थित कृष्णा अपार्टमेन्ट में रहता है। विजय पाण्डेय से मिलिभगत कर पालिसी निकालने में मदद किया है। जानकारी है कि आरोपी प्रत्येक पालिसी में हिस्साधार भी है। नरेश अग्रवाल भाजपा नेता की अनुशंसा पर रेलवे में इस समय डीआरयूसीसी सदस्य है।
भाजपा नेता की भूमिका संदिग्ध
पुलिस सूत्रों के अनुसार एलआईसी फर्जीवा़डा में गिरप्तार विजय पाण्डेय के बाहर घूम रहे भाई पश्चिम मण्डल भाजपा नेता की भूमिका पर पुलिस की तिरछी नजर है। सरकारी जमीन का फर्जीवाड़ा कर दस्तावेज तैयार करने फिर बिक्री करने में मण्डल नेता का नाम कई बार सामने आ चुका है। बाहर घूम रहे भाजपा नेता का नाम शहर के नामी गिरामी बिल्डर के अलावा जमीन का काम करने वाले भाजपा नेताओं के साथ पार्टनरशिप भी है। अमेरी क्षेत्र स्थित रेलवे पटरी किनारे सरकारी जमीन बेचने का भी आरोप है। पिछली बार निगम चुनाव के दौरान निर्दलीय प्रत्य़ाशी से चुनाव भी हार चुका है। सूदखोरी में भी भाजपा नेता का नाम एक साल पहले सामने आ चुका है। जरहाभाठा शिवनाथ मार्ग निवासी महिला प्रताड़ना से तंग आकर आत्महत्या कर चुकी है।
गवाहों और अन्य नेता की होगी गिरफ्तारी
पुलिस सूत्र के अनुसार बाहर घूम रहे जमीन कारोबारी भाजपा नेता की भूमिका पूरे प्रकरण में संदिग्ध है। बहरहाल मामले मेँ अभी भी छानबीन चल रही है। साथ ही झूठे गवाहों को भी पूछताछ के बाद गिरफ्तार किया जाएगा।
भाजपा सरकार में संभव
इससे बड़ी क्या बात हो सकती है कि भाजपा नेता अपने ही परिवार के जिन्दा सदस्यों को पैसों के लालच में मृत घोषित कर दें। पहले 36 लाख फिर 71 लाख का फर्जीवाड़ा शर्मसार करने वाली घटना है। भाजपा नेताओ के संरक्षण में बिलासपुर में फर्जीवाड़ा का खेल जमकर फल फूल रहा है। जानकारी मिली है कि जेल के अन्दर योगी ब्रिगेड़ जिला अध्यक्ष और बाहर घूम रहे भाजपा मण्डल नेता को बचाने के लिए पुलिस पर लगातार दबाव बनाया जा रहा है। लेकिन हम शांत नहीं रहने वाले हैं। फर्जीवाड़ा के तह तक जाएंगे।