Chhattisgarh
जिले में पड़ रहे अत्यधिक ठंड के कारण समस्त विद्यालयों के समय में किया गया है परिवर्तन
जशपुरनगर/कलेक्टर रोहित व्यास ने जिले में पड़ रहे अत्यधिक ठंड के कारण छात्रहित को ध्यान में रखते हुए 30 नवम्बर 2024 से 31 जनवरी 2025 तक के लिए जिले में संचालित होने वाले समस्त विद्यालयों के समय में परिवर्तन किया है।
परिवर्तन समय अनुसार दो पाली में संचालित होने वाले शालाओं में प्रथम पाली में सोमवार से शनिवार प्रातः 9.00 बजे से दोपहर 12.30 बजे तक एवं द्वितीय पाली में अपराह्न 12.45 से 4.15 बजे तक संचालित होगी। इसी प्रकार एक पाली में संचालित होने वाले शालाएं सोमवार से शनिवार तक प्रातः 10.30 बजे से 3.30 बजे तक संचालित होगी।
कलेक्टर श्री रोहित व्यास के निर्देशानुसार अंतरिक्ष अनुसंधान में विद्यार्थियों की रूचि बढ़ाने एवं एक्स्पोजर हेतु आईडीवाईएम फाउंडेशन इसरो के द्वारा ”अंतरिक्ष ज्ञान अभियान” के अंतर्गत जशपुर जिले के स्कूलों में अन्वेषण कार्यक्रम चलाया जा रहा है।
इसी कड़ी में विगत दिवस एकलव्य आदर्श आावासीय विद्यालय सन्ना के छात्राओं को स्पेस टेक्नोलॉजी एवं रॉकेट टेक्नोलॉजी से अवगत कराया गया। पाँच सदस्य विशेषज्ञ दल के श्री सुभाष देवांगन, श्री शिव सिंह भदोरिया, श्री प्रेम प्रकाश देवांगन एवं अन्य सदस्यों ने रॉकेट, सेटेलाईट एवं टेलीस्कोप के मॉडल के माध्यम से छात्राओं को स्पेस टेक्नोलॉजी एवं रॉकेट टेक्नोलॉजी के संबंध में विस्तार से जानकारी दी गई।
इस दौरान श्री शिव सिंह भदौरिया ने सेटेलाइट के बारे में बच्चों को विस्तार से जानकारी दी कि सेटेलाइट कैसे काम करता है।बसेटेलाइट के माध्यम से मौसम, वर्षा, भूगर्भ में खनिज पदार्थ का पता लगा सकते हैं।सेटेलाइट के माध्यम से ही मोबाइल, टीवी सिग्नल, गूगल मैप काम करता है।
विशेषज्ञों ने इसरो के द्वारा चलाए गए अंतरिक्ष कार्यक्रम के अंतर्गत मिशन चंद्रयान, मंगलयान के संबंध में छात्राओं को जानकारी दी गई। उन्होंने बच्चों से पूछा कि आप आगे चलकर क्या बनना चाहते हैं तो अधिकांश बच्चों ने डॉक्टर, इंजीनियर, शिक्षक जैसे पेशों को बताया। लेकिन विशेषज्ञों ने आगे जब अंतरिक्ष, रॉकेट एवं सेटेलाइट के संबंध में रोचक तरीके से जानकारी दी तब अधिकांश बच्चों ने बड़े उत्साह के साथ वैज्ञानिक बनने की बात कही।
बच्चों ने पूरी तन्मयता के साथ विशेषज्ञों की बातें सुनी और बीच-बीच में राकेट,सेटेलाइट, टेलीस्कोप और अंतरिक्ष के संबंध में प्रश्न पूछकर अपनी जिज्ञासाओं को शांत किया। कार्यक्रम के अंत में संस्था के प्रभारी प्राचार्य, श्री बी. के. गुप्ता ने आभार प्रदर्शन किया। इस दौरान संस्था के सभी शिक्षक एवं कर्मचारीगण उपस्थित रहे।