
Chhattisgarh Chief Secretary: छत्तीसगढ़ के नए मुख्य सचिव की तलाश तेज,यह नाम सबसे आगे, दिल्ली से मंथन जारी
छत्तीसगढ़ कैडर के सात आईएएस अधिकारी इस पद के लिए योग्य माने जा रहे हैं, मीडिया रिपोर्ट में 1994 बैच के मनोज पिंगुआ का नाम सबसे आगे चल रहा है।
Chhattisgarh chief secretary।रायपुर/दिल्ली: छत्तीसगढ़ के वर्तमान मुख्य सचिव अमिताभ जैन का कार्यकाल 30 जून को समाप्त हो रहा है, जिसके बाद नए प्रशासनिक मुखिया की तलाश तेज हो गई है।
रायपुर से लेकर दिल्ली तक इस पद के लिए गहन मंथन चल रहा है और अगले तीन दिनों में नए मुख्य सचिव का नाम सामने आने की उम्मीद है। छत्तीसगढ़ कैडर के सात आईएएस अधिकारी इस पद के लिए योग्य माने जा रहे हैं, जिनमें 1994 बैच के सबसे जूनियर अधिकारी मनोज पिंगुआ का नाम सबसे आगे चल रहा है।
मनोज पिंगुआ ने शुक्रवार को दिल्ली में प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) के कुछ अधिकारियों से मुलाकात भी की। सूत्रों के अनुसार, उनकी नियुक्ति तभी संभव है जब वर्तमान में दिल्ली में प्रतिनियुक्ति पर तैनात अमित अग्रवाल छत्तीसगढ़ आने से इनकार कर दें। अमित अग्रवाल (1993 बैच) 22 दिसंबर, 2016 से दिल्ली में हैं और पीएमओ में भी काम कर चुके हैं।
इस दौड़ में दूसरा प्रमुख नाम 1992 बैच के सुब्रत साहू का है। हालांकि, छत्तीसगढ़ से दिल्ली भेजे गए नामों में केवल मनोज पिंगुआ और सुब्रत साहू शामिल हैं, लेकिन यदि वरिष्ठता को प्राथमिकता दी जाती है, तो 1991 बैच की रेणु पिल्ले को भी मुख्य सचिव बनाया जा सकता है।
मुख्य दावेदार: कौन आगे, कौन पीछे?
मनोज पिंगुआ (1994 बैच): साफ -सुथरी छवि और शांत प्रशासनिक अधिकारी के रूप में जाने जाते हैं। मुख्यमंत्री सचिवालय की पहली पसंद माने जाते हैं।
सुब्रत साहू (1992 बैच): रेणु पिल्ले के बाद सबसे सीनियर और तेजतर्रार अधिकारी माने जाते हैं। सहकारिता और धार्मिक न्यास के अपर मुख्य सचिव हैं। भूपेश सरकार में मुख्यमंत्री के सचिव रह चुके हैं, जिसके कारण भाजपा के कुछ बड़े नेता उनके नाम पर विचार करने से हिचकिचा रहे हैं।
अमित अग्रवाल (1993 बैच): पीएमओ में काम करने का अनुभव है और केंद्र में उनकी कार्यशैली के लोग कायल हैं। वर्तमान में दिल्ली में औषधि विभाग के सचिव हैं। अमित के साथ माइनस पॉइंट यह है कि छत्तीसगढ़ में बहुत कम समय रहे हैं और पिछले 9 सालों से दिल्ली में ही हैं। प्रदेश की भौगोलिक और प्रशासनिक स्थिति से अधिक परिचित नहीं हैं।
रेणु पिल्ले (1991 बैच): वर्तमान में विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी की अपर मुख्य सचिव, व्यापमं और छत्तीसगढ़ शिक्षा बोर्ड की अध्यक्ष हैं। कामकाज में व्यावहारिक न होने के कारण बाहर।वही ऋचा शर्मा 1994 बैच की अफसर है फारेस्ट एंड क्लाइमेट चेंज की अपर मुख्य सचिव हैं। कार्यशैली में जटिलता की वजह से बाहर है।
महिला में एक नाम निधि छिब्बर 1994 बैच भी है।जो केंद्र में खाद्य प्रसंस्करण उद्योग की सचिव हैं। मीडिया रिपोर्ट मुताबिक परिवार दिल्ली में रहता है, इसलिए वापस नहीं लौटना चाहतीं।
अब देखना यह होगा कि अगले तीन दिनों में रायपुर और दिल्ली के बीच चले इस मंथन का क्या नतीजा निकलता है और छत्तीसगढ़ को उसका नया प्रशासनिक मुखिया कौन मिलता है।