
Chhattisgarh chief secretary : छत्तीसगढ़ को पहली महिला मुख्य सचिव मिलने की उम्मीद, इन दो सीनियर IAS अफसरों की दौड़ में सबसे मजबूत दावेदारी
वर्तमान मुख्य सचिव अमिताभ जैन जून महीने के अंत में सेवानिवृत्त होने वाले हैं
Chhattisgarh chief secretary: छत्तीसगढ़ प्रशासनिक गलियारों में इस वक्त सबसे बड़ी चर्चा नए मुख्य सचिव की नियुक्ति को लेकर चल रही है। राज्य के वर्तमान मुख्य सचिव अमिताभ जैन जून महीने के अंत में सेवानिवृत्त होने वाले हैं और उनके उत्तराधिकारी को लेकर अटकलों का बाजार गर्म है।
Chhattisgarh chief secretary।ऐसे में इस बार सबसे ज्यादा ध्यान दो वरिष्ठ महिला आईएएस अधिकारियों पर केंद्रित हो गया है, जिनमें से किसी एक को राज्य की पहली महिला मुख्य सचिव बनाए जाने की संभावनाएं जताई जा रही हैं।
गौरतलब है कि देश के कई राज्यों—महाराष्ट्र, कर्नाटक और झारखंड—में वर्तमान समय में महिला अफसर मुख्य सचिव की जिम्मेदारी बखूबी निभा रही हैं। लेकिन छत्तीसगढ़ में पिछले 25 वर्षों में कभी भी किसी महिला को यह शीर्ष प्रशासनिक ओहदा नहीं मिला है। अब जबकि दो सीनियर महिला आईएएस—रेणु पिल्लै और ऋचा शर्मा—मुख्य सचिव की दौड़ में शामिल हैं, तो उम्मीद की जा रही है कि इस बार महिला शक्ति को अवसर मिल सकता है।
मुख्य सचिव बनने की दौड़ में कुल पांच वरिष्ठ आईएएस अधिकारी सुब्रत साहू, रेणु पिल्लै, ऋचा शर्मा, अमित अग्रवाल और मनोज पिंगुआ शामिल हैं।
सभी अधिकारी अपनी योग्यता और प्रशासनिक अनुभव के आधार पर इस पद के लिए मजबूत दावेदार हैं और उच्च स्तर पर अपनी-अपनी कोशिशों में लगे हुए हैं। हालांकि सूत्रों की मानें तो शासन स्तर पर अब तक कोई औपचारिक कवायद शुरू नहीं हुई है।
वर्तमान मुख्य सचिव अमिताभ जैन ने दिसंबर 2020 में इस पद की जिम्मेदारी संभाली थी और उनका कार्यकाल अब तक का सबसे लंबा माना जा रहा है।
साय सरकार ने भी उनके प्रशासनिक अनुभव, सहज स्वभाव और सादगी को देखते हुए उन्हें पद पर बनाए रखा। हालांकि उनके कार्यकाल को लेकर एक्सटेंशन की भी चर्चा चल रही है, लेकिन महिला आईएएस को मौका देने की संभावनाओं ने चर्चाओं को नया मोड़ दे दिया है।
यदि रेणु पिल्लै या ऋचा शर्मा में से किसी एक को मुख्य सचिव बनाया जाता है, तो यह छत्तीसगढ़ के प्रशासनिक इतिहास में एक ऐतिहासिक कदम होगा। ऐसे में यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या भाजपा सरकार इस बार महिला नेतृत्व को सर्वोच्च प्रशासनिक पद पर मौका देती है या परंपरा के अनुसार पुरुष अधिकारी की नियुक्ति होती है।