Chhattisgarh

CG News- अंतागढ़ के सुदूर अंचल के स्कूलों का डीईओ ने किया निरीक्षण, शिक्षा गुणवत्ता व मध्यान्ह भोजन की हुई समीक्षा

खनिज प्रभावित क्षेत्र के बच्चों को जिला मुख्यालय लाने की पहल, शीतकालीन अवकाश में होगा शैक्षणिक भ्रमण

CG News/कांकेर/जिले के सुदूर एवं दुर्गम अंचल में शिक्षा की स्थिति को सुदृढ़ करने के उद्देश्य से जिला मुख्यालय कांकेर अंतर्गत विकासखंड अंतागढ़ के अंतिम छोर, जो जिला नारायणपुर की सीमा से लगा हुआ है, वहां स्थित शैक्षणिक संस्थानों का निरीक्षण किया गया।

इस दौरान प्राथमिक शाला आतुरबेड़ा, प्राथमिक शाला भैंसगांव, माध्यमिक शाला भैंसगांव एवं हाई स्कूल तालाबेड़ा का गहन निरीक्षण किया गया। जिला शिक्षा अधिकारी रमेश कुमार निषाद एवं नवनीत पटेल डीएमसी द्वारा संयुक्त रूप से निरीक्षण किया गया।

निरीक्षण के दौरान कक्षा 1 से 8 तक की कक्षाओं में शिक्षा की गुणवत्ता, विद्यार्थियों की उपस्थिति, शिक्षण-अधिगम प्रक्रिया, मध्यान्ह भोजन योजना एवं अन्य शैक्षणिक बिंदुओं की बारीकी से समीक्षा की गई।अधिकारियों ने शिक्षकों को नियमित अध्यापन, बच्चों की सतत निगरानी एवं शैक्षणिक स्तर में सुधार हेतु आवश्यक दिशा-निर्देश भी दिए।

निरीक्षण के दौरान यह तथ्य सामने आया कि इन सुदूर एवं खनिज प्रभावित क्षेत्रों के कई बच्चे आज तक जिला मुख्यालय कांकेर भी नहीं देख पाए हैं। इसे गंभीरता से लेते हुए जिला कलेक्टर नीलेश कुमार महादेव क्षीरसागर एवं जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी हरीश मंडावी द्वारा विशेष निर्देश जारी किए गए हैं।

निर्देशानुसार इन खनिज प्रभावित एवं दूरस्थ क्षेत्रों के विद्यार्थियों को दो दिवसीय शैक्षणिक भ्रमण पर जिला मुख्यालय कांकेर लाया जाएगा। इस भ्रमण के माध्यम से बच्चों को जिले में संचालित प्रशासनिक, शैक्षणिक एवं विकासात्मक कार्यप्रणाली से अवगत कराया जाएगा, ताकि उनके ज्ञान, आत्मविश्वास और सोच का विस्तार हो सके।

यह शैक्षणिक भ्रमण शीतकालीन अवकाश के दौरान आयोजित किया जाएगा। इसके साथ ही विकासखंड कोयलीबेड़ा के चारगांव क्षेत्र के विद्यार्थियों को भी इस शैक्षणिक भ्रमण में शामिल किए जाने की योजना है।

अधिकारियों का मानना है कि इस प्रकार के शैक्षणिक दौरों से बच्चों में शिक्षा के प्रति रुचि बढ़ेगी और वे अपने भविष्य के प्रति अधिक जागरूक होंगे। जिला प्रशासन की यह पहल सुदूर अंचलों के बच्चों को मुख्यधारा से जोड़ने की दिशा में एक सराहनीय और दूरदर्शी कदम मानी जा रही है, जो आने वाले समय में जिले की शैक्षणिक तस्वीर को सकारात्मक रूप से बदलने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।

Shri Mi

पत्रकारिता में 8 वर्षों से सक्रिय, इलेक्ट्रानिक से लेकर डिजिटल मीडिया तक का अनुभव, सीखने की लालसा के साथ राजनैतिक खबरों पर पैनी नजर
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