
RBSE:10वीं और 12वीं की उत्तर पुस्तिकाओं के मूल्यांकन में लापरवाही का मामला
RBSE।अजमेर। राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (RBSE) की 10वीं और 12वीं कक्षाओं की उत्तर पुस्तिकाओं के मूल्यांकन में बड़े पैमाने पर लापरवाही सामने आई है।
मीडिया रिपोर्ट मुताबिक हालात इतने गंभीर हैं कि 46 हजार से ज्यादा विद्यार्थियों ने अपने परिणामों पर असंतोष जताते हुए स्क्रूटनी के लिए आवेदन कर दिया है।
विशेषकर 12वीं की भौतिक विज्ञान की उत्तर पुस्तिकाओं में जो गड़बड़ी उजागर हुई है, उसने पूरे मूल्यांकन तंत्र पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
एक छात्रा की उत्तर पुस्तिका की फोटोकॉपी से हुए खुलासे में सामने आया कि परीक्षक ने 10 अंकों वाले प्रश्न को 5 अंकों में ही समेट दिया।
हर भाग के लिए निर्धारित 1 अंक की बजाय सिर्फ 0.5 अंक दिए गए। इतना ही नहीं, एक अन्य प्रश्न जो 1.5 अंक का था, उसे बिना पढ़े ही आधा अंक दे दिया गया, वह भी बिना लाल स्याही में मूल्यांकन के।
इस छात्रा की कॉपी जांचने वाले परीक्षक ने ऐसी ही गलती करीब 400 अन्य कॉपियों में दोहराई हो सकती है, जिससे हजारों छात्रों का नुकसान हुआ है।
बोर्ड सचिव कैलाशचंद शर्मा का कहना है कि स्क्रूटनी में केवल टोटल अंक ही जांचे जाते हैं, यह नहीं देखा जाता कि प्रश्नों का मूल्यांकन सही किया गया या नहीं। इस बयान ने बोर्ड की कार्यप्रणाली पर और भी सवाल खड़े कर दिए हैं।
सूत्रों के मुताबिक एक परीक्षक को औसतन 400 उत्तर पुस्तिकाएं जांचने को दी जाती हैं। यदि एक ही कॉपी में इतने गंभीर मूल्यांकन दोष हैं, तो बाकी 399 कॉपियों का क्या हाल होगा, इसका अंदाजा लगाना कठिन नहीं है।