
CG Weather-छत्तीसगढ़ में मानसून की देरी से विदाई! 15 अक्टूबर के बाद लौटने का अनुमान, 26 जिलों में गरज-चमक का येलो अलर्ट; रायपुर में सुबह तेज बारिश
राजधानी रायपुर में भी मौसम का मिजाज बदला हुआ है; रातभर हल्की बूंदाबांदी होती रही, जबकि सुबह के बाद कई इलाकों में तेज बारिश भी दर्ज की गई है। हालांकि, कांकेर, नारायणपुर, कोंडागांव, बस्तर, दंतेवाड़ा, बीजापुर और सुकमा जिलों में मौसम सामान्य रहने की संभावना है।
CG Weather-छत्तीसगढ़ में इस साल मानसून की वापसी में देरी होने की संभावना है। जहां मानसून इस बार 15 दिन पहले पहुंचा था, वहीं अब यह सामान्य से करीब 10 दिन की देरी से यानी 15 अक्टूबर के बाद प्रदेश से लौट सकता है। मौसम विभाग ने आज (सोमवार) प्रदेश के 26 जिलों में गरज-चमक, आंधी और बिजली गिरने को लेकर यलो अलर्ट जारी किया है।
CG Weather-राजधानी रायपुर में भी मौसम का मिजाज बदला हुआ है; रातभर हल्की बूंदाबांदी होती रही, जबकि सुबह के बाद कई इलाकों में तेज बारिश भी दर्ज की गई है। हालांकि, कांकेर, नारायणपुर, कोंडागांव, बस्तर, दंतेवाड़ा, बीजापुर और सुकमा जिलों में मौसम सामान्य रहने की संभावना है।
CG Weather-मौसम विभाग के अनुसार, 30 सितंबर तक हुई बारिश को मानसून की बारिश माना जाता है, जबकि इसके बाद की बारिश को ‘पोस्ट मानसून’ यानी मानसून के बाद की बारिश माना जाता है। छत्तीसगढ़ में मानसून की वापसी आमतौर पर 5 अक्टूबर के आसपास सरगुजा की तरफ से शुरू होती है, लेकिन इस बार वापसी में देरी हो सकती है।
पिछले 24 घंटों के दौरान राज्य के कई हिस्सों में बारिश दर्ज की गई, जिनमें सुकमा में सर्वाधिक 49.3 मिमी वर्षा रिकॉर्ड की गई। हालांकि, आज से बारिश की गतिविधियों में कमी आने की संभावना है।
प्रदेश में अब तक औसत बारिश 1167.4 मिमी हुई है।
बलरामपुर जिले में 1520.9 मिमी बारिश हुई है, जो सामान्य से 52% ज्यादा है।
वहीं, बेमेतरा जिले में अब तक सिर्फ 524.5 मिमी पानी बरसा है, जो सामान्य से 50% कम है, जिससे किसानों की चिंता बढ़ी है।
इस बीच, बिलासपुर के चचेई डैम में पिकनिक मनाने गए आकाश पटेल नामक एक युवक के डूबने की दुखद घटना भी सामने आई है। 12 घंटे बाद भी युवक का कोई सुराग नहीं मिल पाया है।