Aaj ka mausam: बदला मौसम का मिज़ाज, नया सिस्टम हो रहा एक्टिव, बादल-बारिश के संकेत
दिसंबर के अंत में कड़ाके की ठंड और शीतलहर की संभावना
Aaj ka mausam/मध्य प्रदेश में अगले हफ्ते से मौसम में एक बार फिर से बदलाव देखने को मिलेगा। दिसंबर के अंत में कड़ाके की ठंड और शीतलहर की संभावना जताई जा रही है।
Aaj ka mausam/मौसम विभाग के अनुसार, नए पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने से राज्य में बादल छा सकते हैं और कुछ इलाकों में हल्की बूंदाबांदी भी हो सकती है। फिलहाल, पश्चिमी विक्षोभ और हवा का रुख पूर्वी और दक्षिण-पूर्वी दिशा में होने के कारण अगले चार दिनों तक तापमान में 2 से 4 डिग्री तक की वृद्धि हो सकती है।
Aaj ka mausam/भोपाल, उज्जैन, ग्वालियर, चंबल और सागर जैसे क्षेत्रों में 3-4 डिग्री तक तापमान बढ़ने की संभावना है, जबकि इंदौर, नर्मदापुरम, रीवा, शहडोल और जबलपुर में न्यूनतम तापमान 2 से 3 डिग्री बढ़ सकता है।
Aaj ka mausam/हालांकि, ग्वालियर और चंबल में सुबह के समय कोहरा रहने की संभावना है। इंदौर, नर्मदापुरम, ग्वालियर, और सतना में हवाओं की गति सामान्य रहेगी, जबकि भोपाल में 9.8 किमी प्रति घंटे (नॉर्थ-नॉर्थ ईस्टरली) और जबलपुर में 11.1 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलेंगी।
Aaj ka mausam/मौसम विभाग के मुताबिक, 25 दिसंबर के बाद मौसम में और बदलाव होगा। 27 दिसंबर को एक प्रभावी पश्चिमी विक्षोभ उत्तर भारत में पहुंचेगा, जिसके बाद 28 दिसंबर से बादल छाने और हल्की बारिश हो सकती है।
इस दौरान ठंड भी तेज हो जाएगी और घना कोहरा भी छा सकता है। शनिवार सुबह भोपाल, ग्वालियर, श्योपुर, मुरैना, भिंड, निवाड़ी, दमोह, छतरपुर और पन्ना में कोहरा देखा गया।
वर्तमान में, उत्तर भारत के ऊपर जेट स्ट्रीम, बंगाल की खाड़ी में गहरा कम दबाव का क्षेत्र, और पाकिस्तान के पास स्थित चक्रवात के कारण हवाओं का रुख बदलने की संभावना कम है।
इस वजह से रात का तापमान बढ़ा हुआ रह सकता है। पश्चिमी विक्षोभ के असर से अगले 2-3 दिनों तक शीतलहर और कोल्ड डे की स्थिति से राहत मिल सकती है, लेकिन जैसे ही पश्चिमी विक्षोभ उत्तर भारत से गुजर जाएगा, पहाड़ों पर बर्फबारी और उत्तरी हवाओं के प्रभाव से प्रदेश में ठिठुरन बढ़ेगी।
Aaj ka mausam/दिसंबर के अंत से जनवरी तक, 20 से 22 दिनों तक कोल्ड वेव और घने कोहरे की स्थिति बनी रहने की संभावना है। विशेष रूप से भोपाल, उज्जैन और जबलपुर में 4-5 दिनों तक रात का तापमान 8-10 डिग्री सेल्सियस से नीचे जा सकता है। इस समयावधि में ठंड और शीतलहर के प्रभाव से सामान्य जीवन पर असर पड़ सकता है, इसलिए प्रदेशवासियों को सतर्क रहने की सलाह दी जा रही है।