मूर्ति लोकार्पण विवाद…महिला समूह ने चक्काजाम कर .मांगा 10 लाख…सरपंच का आरोप..कच्ची शराब बेचने वाले कांग्रेसियों की साजिश
पानी टंकी की जमीन पर कांग्रेसी ने बनाया घर...सरकारी जमीन पर खेतीबाड़ी
बिलासपुर—रविवार को गनियारी में दोपहर बाद मूर्ति लोकार्पण को लेकर जमकर विवाद हुआ। नाराज महिला समूह की कार्यकर्ताओं ने चक्काजाम कर कोटा मार्ग आवागमन को घंटों तक बाधित किया। स्थानीय लोगों ने चक्काजाम किया है। मामले में स्थानीय सरंपच जितेन्द्र राज ने बताया कि कच्ची शराब बेचने वाले कुछ कांग्रेसियों ने अपने बड़े नेता के इशारे पर मूर्ति लोकार्पण को विवादास्पद बनाया है। जल्द ही पत्रकार वार्ता कर महिला समूह की साजिश को बेनकाब करूंगा। बताऊंगा कि पुलिस के आळाधिकारियों के सामने महिला समूह ने 10 लाख रूपयों की डिमाण्ड की है।
मामला गनियारी का है। दोपहर को पुलिस को खबर मिली कि गनियारी स्थित बिलासपुर कोटा मार्ग को ग्रामीणों ने सड़क जाम कर दिया है। आनन फानन में पुलिस मौके पर पहुंच गयी। बातचीत के दौरान जानकारी मिली कि एक पक्ष नव निर्मित छत्तीसगढ महतारी मूर्ति का लोकार्पण स्थानीय विधायक करवाना चाहता था। समयाभाव के कारण विधायक धर्मजीत सिंह ने सिर्फ नवनिर्मित पंचायत भवन समेत अन्य निर्माणों का का ही लोकार्पण किया। इसके बाद क्षेत्र का दौरा करने निकल गए।
दो घंटे में एक मूर्ति का दो बार लोकार्पण
पंचायत भवन लोकार्पण के दौरान ही सूर्यवंशी समाज के लोगों ने बस स्टैण्ड के पास स्थापित नव निर्मित मूर्ति छत्तीसगढ़ महतारी के चेहरे से कपड़ा हटाकर लोकार्पण कर दिया। इस दौरान समाज के लोगों ने मजकर नारेबाजी की।
इसके बाद महिलाओं के समूह ने बिलासपुर कोटा मार्ग को जाम कर दिया। जानकारी मिलते ही एडिश्वनल एसपी अर्चना झा समेत एसडीओपी नूपुर उपाध्याय, स्थानीय थानेदार समेत पुलिस के आलाधिकारी मौके पर पहुंच गये। महिलाओं समेत ग्रामीणों को चक्काजाम समाप्त करने को कहा। बडी मशक्कत के बाद बात बनी। चक्काजाम खत्म करने के बाद महिलाओं की समूह ने स्थानीय सरपंच जितेन्द्र राज की उपस्थिति में छत्तीसगढ़ महतारी की मूर्ति का लोकार्पण दुबारा किया।
कांग्रेस के नेताओं ने कराया विवाद
गनियारी सरपंच जितेन्द्र राज ने बताया कि मूर्ति लोकार्पण को लेकर किसी प्रकार का विवाद ही नहीं था। बावजूद इसके मामले को कांग्रेसियों ने विवादास्पद बनाया। जबकि विधायक के शेड्यूल में मूर्ति लोकार्पण का कार्यक्रम ही नहीं था। बावजूद इसके कच्ची शराब बेचने और सरकारी जमीन हड़पने वाले कांग्रेसियों ने महिला समूह को मूर्ति लोकार्पण के बहाने चक्काजाम के लिए उकसाया है। जिससे विधायक को बदनाम किया जा सके। इसके पीछे बड़े कांग्रेस नेता का हाथ है।
विधायक ने नहीं किया लोकार्पण
सरपंच ने जानकारी दिया कि मूर्ति के लिए चबूतरा निर्माण में घर से 46 हजार खर्च किया है। इसके अलावा महिला समूह ने गांव के एक एक घर से चंदा काटा है और रसीद भी दिया है। दुकानदारों से भी रूपया लिया है। मूर्ति का निर्माण पंचायत और ग्रामीणों के पैसे से हुआ है। सूर्यवंशी समाज ने मंशा भी जाहिर किया था कि मूर्ति का लोकार्पण विधायक करें। लेकिन संभव नहीं हो सका। रविवार को विधायक ने पंचायत भवन समेत अन्य निर्माण कार्यों का ही लोकार्पण किया है। लेकिन उन्हें इस प्रकरण में बेवजह शामिल कर अफवाह फैलाने का काम किया गया। जबकि विधायक के शेड्यूल में मूर्ति लोकार्पण का कार्यक्रम ही नहीं था।
कांग्रेस नेताओं की साजिश0
गनियारी सरंपच जितेन्द्र राज ने हमें पता है कि साजिश के पीछे किस बड़े कांग्रेसी का हाथ है। बहरहाल महिला समूह को उकसाने वाले का नाम कांग्रेस नेता लाला वर्मा है। लाला वर्मा कच्ची शराब बनाने का काम करता है। सरकारी जमीन पर बेजाकब्जा कर घर बनवाया है। घर को किराये पर भी उठा दिया है। जबकि इस जमीन पर गांव के लिए पानी टंकी बनाने का प्रस्ताव है। बावजूद इसके बड़े कांग्रेस नेता का धौंस दिखाकर सारे गलत काम करता है।
इसके अलावा कांग्रेस नेता विनोद गुप्ता ने सरकारी जमीन पर कब्जा कर धान की फसल ले रहा है। विऱोध करने पर बड़े कांग्रेस नेताओं का खौफ दिखाता है। जल्द ही प्रेस कांफ्रेंस कर दोनो की पोल खोलूंगा। इस घटना से वह बहुत ही दुखी है।
महिला समूह ने मांगा दस लाख
महिला समूह की महिलाओं ने चक्काजाम खाली कराने पहुंची पुलिस के सामने सरपंच से दस लाख रूपया दिलाने की मांग की। पुलिस का दबाव लगातार दबाव बढ़ने पर महिला समूह ने 5 लाख दिलाने को कहा। इसके बाद तीन लाख फिर दो लाख पर उतर गयी। लेकिन पुलिस ने महिलाओं को बिना कुछ दिए चक्काजाम को खत्म कराया। इसके बाद सरपंच की उपस्थिति में छत्तीसगढ़ महतारी की मूर्ति को दुबारा धूम धाम से करवाया।