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व्यवस्था में प्रशासन ने झोंकी ताकत..लाखों ने किया सप्तमी दर्शन..सेवादार बनकर रात्रि 2 बजे डीएम और कप्तान ने जलेबी से किया भूख शांत
सप्तमी की रात्रि शहर से ज्यादा श्रद्धालुओं की संख्या
बिलासपुर—सप्तमी और अष्टमी की रात्रि आदिशक्ति माता महामाया का दरबार पूरी रात भक्तों के लिए खुला रहा। आम और खास सभी लोगों ने फरियाद लगायी। देश दुनिया के लोग धार्मिक नगरी पहुंचकर माता से कष्ट साझा किया। और समस्या निराकरण का आशीर्वाद मांगा। महामाया को देखने पूरी रात्रि पदयात्रियों का तांता लगा रहा। प्रबंधन की माने तो सप्तमी को मंदिर पहुंचने वाले श्रद्धालुओं की संख्या रतनपुर की आबादी से ज्यादा पहुंच गयी। इस दौरान पुलिस और प्रशासन को व्यवस्था बनाने में जमकर पसीना बहाना पड़ा। श्रद्धालुओं ने भी पुलिस के साथ व्यवस्था को बेहतर बनाने में भरपूर सहयोग किया। थोड़ा समय मिलते ही कलेक्टर और पुलिस कप्तान अपनी टीम के साथ जलेबी का स्वाद चखकर रात्रि करीब दो बजे भूख को शांत किया। एडिश्नल एसपी से लेकर निगम कमिश्नर ने भी जलेबी का आनन्द लिया।
सप्तमी और अष्ठमी की रात्रि रतनपुर की आबादी से कहीं ज्यादा लोगों ने दूर दराज से पहुंचकर मातारानी महामाया का दर्शन लाभ लिया। पूरी रात माता का दरबार आम और खास के लिए खुला रहा। व्यवस्था बनाने में ट्रस्ट प्रबंधन से लेकर प्रशासन और पुलिस टीम को जमकर पसीना बहाना पड़ा। और संयुक्त प्रयास को सफलता भी मिली।
शाम से ही कलेक्टर अवनीश शरण और पुलिस कप्तान रजनेश सिंह माता महामाया के दरबार में टीम के साथ मुस्तैद नजर आये। पूरे समय दोनो अधिकारियों को एक पल भी नसीब नहीं हुआ कि पेट की भूख शांत कर सकें। रात्रि करीब डेढ़ बजे मातारानी की कृपा से अवनीश शरण और रजनेश सिंह को टीम के साथ भूख शांत करने का मौका मिला। प्रबंधन के प्रयास से दोनों अधिकारियों ने एडिश्नल एसपी अर्चना झा, कमिश्नर निगम अमित कुमार,एसडीओपी कोटा नूपुर उपाध्याय, कोटा एसडीएम युगल उर्वशा के साथ जलेबी खाकर भूख को शांत किया।
जलेबी का स्वाद लेने के दौरान अधिकारी व्यवस्था को लेकर काफी खुश नजर आए। जब तब प्रशासन के दोनों आलाधिकारी अपनी टीम के साथ श्रद्धालुओं से व्यवस्था में सहयोग करने की मांग की। भक्तों ने भी पुरजोर सहयोग किया। साथ ही माता दर्शन के बाद जगत जननी के प्रति आस्था भी जाहिर किया। अधिकारियों ने बताया कि व्यवस्था बनाने में आदिशक्ति के आशीर्वाद से सभी लोगों ने अपनी जिम्मेदारियों का बखूबी निर्वहन किया है। इसके लिए प्रशासन हमेशा शुक्रगुजार रहेगा।