
10 major universities defaulters – UGC ने 10 प्रमुख विश्वविद्यालयों को घोषित किया डिफॉल्टर
10 major universities defaulters/देशभर में उच्च शिक्षा के क्षेत्र में पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (UGC) ने सख्त रुख अपनाया है। यूजीसी ने 54 निजी विश्वविद्यालयों को डिफॉल्टर घोषित कर दिया है, जिनमें मध्यप्रदेश की 10 प्रमुख प्राइवेट यूनिवर्सिटीज भी शामिल हैं।
10 major universities defaulters/यह कार्रवाई उन संस्थानों पर हुई है जिन्होंने बार-बार चेतावनी दिए जाने के बावजूद अपनी वेबसाइट पर अनिवार्य जानकारी अपलोड नहीं की।
यूजीसी के नियमों के अनुसार, सभी प्राइवेट विश्वविद्यालयों को अपनी आधिकारिक वेबसाइट पर Public Self Disclosure के तहत जरूरी जानकारियाँ उपलब्ध कराना अनिवार्य है।
इसमें फैकल्टी की सूची, फीस संरचना, संस्थान के नियम, कोर्स डिटेल्स और अन्य महत्वपूर्ण जानकारी शामिल होती है। इसका उद्देश्य छात्रों और अभिभावकों के लिए पारदर्शिता लाना और फर्जी विश्वविद्यालयों से बचाव सुनिश्चित करना है।
हालांकि, मध्यप्रदेश सहित देशभर के कई विश्वविद्यालयों ने इस नियम का पालन नहीं किया। इसी वजह से यूजीसी ने उन्हें डिफॉल्टर घोषित किया और चेतावनी दी कि वे जल्द से जल्द नियमों का पालन करें, वरना उनके खिलाफ और भी कड़े कदम उठाए जा सकते हैं।
मध्यप्रदेश की डिफॉल्टर सूची में शामिल विश्वविद्यालय/10 major universities defaulters
अजीम प्रेमजी यूनिवर्सिटी भोपाल, आर्यावर्त यूनिवर्सिटी सीहोर, प्रीति ग्लोबल यूनिवर्सिटी शिवपुरी, ज्ञानवीर यूनिवर्सिटी सागर, जेएनसीटी यूनिवर्सिटी भोपाल, शुभम यूनिवर्सिटी भोपाल, महर्षि महेश योगी वैदिक विश्वविद्यालय जबलपुर, एलएनसीटी विद्यापीठ यूनिवर्सिटी इंदौर, महाकौशल यूनिवर्सिटी जबलपुर और मानसरोवर ग्लोबल यूनिवर्सिटी सीहोर को डिफॉल्टर सूची में शामिल किया गया है।
विशेषज्ञों का मानना है कि यूजीसी का यह कदम उच्च शिक्षा क्षेत्र में पारदर्शिता लाने की दिशा में अहम साबित होगा। साथ ही, यह छात्रों और अभिभावकों को सही जानकारी तक पहुंच सुनिश्चित करेगा।