
शेयर बाजार 2025: सीधे निवेश से किनारा कर रहे खुदरा निवेशक, mutual fund और गोल्ड बना पहली पसंद
Mutual fund।मुंबई/नई दिल्ली। साल 2025 भारतीय शेयर बाजार के लिए बड़े बदलावों का गवाह बना है। कोविड महामारी के बाद से जिस तरह आम लोगों में सीधे शेयर खरीदने (Direct Equity) का जुनून सवार था, वह इस साल काफी हद तक ठंडा पड़ता नजर आया।
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) की ताजा वार्षिक रिपोर्ट 2025 के आंकड़े बताते हैं कि खुदरा निवेशकों ने इस साल बाजार से हाथ खींचना शुरू कर दिया है और अपनी पूंजी को अधिक सुरक्षित विकल्पों की ओर मोड़ दिया है।
वर्ष 2020 से 2024 तक जहां घरेलू बाजार में रिकॉर्ड खरीदारी हुई थी, वहीं 2025 में व्यक्तिगत निवेशकों ने 8,461 करोड़ रुपये की शुद्ध बिकवाली की।
यह एक बड़ा संकेत है कि बाजार में लगातार हो रहे उतार-चढ़ाव (Volatility) ने खुदरा निवेशकों के आत्मविश्वास को प्रभावित किया है। डीमैट खातों के आंकड़ों में भी यह गिरावट साफ दिखी; जहां 2024 में 4.6 करोड़ नए खाते खुले थे, वहीं 2025 में यह संख्या घटकर 2.8 करोड़ रह गई।
Mutual fund और SIP पर बढ़ा भरोसा
शेयरों से पैसा निकालकर निवेशकों ने इसे म्यूचुअल फंड्स में लगाना बेहतर समझा। खासतौर पर सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान (SIP) ने इस साल सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए। नवंबर 2025 तक एसआईपी के जरिए 3.04 लाख करोड़ रुपये का निवेश हुआ, जो 2024 के 2.69 लाख करोड़ से कहीं अधिक है।
बाजार के विशेषज्ञों का मानना है कि निवेशक अब सीधे जोखिम लेने के बजाय फंड मैनेजरों के माध्यम से निवेश करना अधिक सुरक्षित मान रहे हैं।
जब खुदरा निवेशक बिकवाली कर रहे थे, तब घरेलू संस्थागत निवेशकों (DIIs) ने भारतीय बाजार को स्थिरता प्रदान की। एनएसई की रिपोर्ट के अनुसार, इस साल संस्थागत निवेशकों ने 7.6 लाख करोड़ रुपये से अधिक का निवेश किया।
इसमें म्यूचुअल फंड्स की शुद्ध इक्विटी खरीद नवंबर 2025 तक 4.6 लाख करोड़ रुपये के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गई, जो बाजार के लिए एक सुरक्षा कवच साबित हुई।
2025 में निवेशकों की रुचि केवल म्यूचुअल फंड तक सीमित नहीं रही। सोने (Gold) की कीमतों में आई तेजी और आईपीओ (IPO) बाजार के शानदार रिटर्न ने भी खुदरा निवेशकों को अपनी ओर आकर्षित किया। शेयर बाजार की अस्थिरता से बचने के लिए निवेशकों ने सोने को ‘सेफ हेवन’ के रूप में चुना। साथ ही, प्राइमरी मार्केट (IPO) में नई कंपनियों की लिस्टिंग ने भी बाजार से काफी पूंजी बटोरी।















