Chhattisgarh

कार से बरामद 27 लाख किसका..अब तक नहीं हुआ खुुलासा…रकम आयकर विभाग के हवाले…लोगों में चर्चा..बंटने से पहले पहुंच गयी पुलिस

कार से बैग में पक़ड़ाया 27 लाख रूपयों से अधिक नोट का जखीरा

रायपुर—उपचुनाव के बीच रायपुर पुलिस ने एक कार से करीब 27 लाख से अधिक रूपया बरामद किया है। पूछताछ के दौरान यद्यपि वाहन चालक ने नहीं बताया कि रूपया किसका है। सार्वजनिक रूप से भी बरामद रूपयों के मालिक का नाम अब तक सामने नहीं आया है। संभव है कि पुलिस को जानकारी हो …। बताते चलें कि रूपया को पुलिस ने भाटागांव में चेकिंग अभियान के दौरान बरामद किया है।

 रायपुर में इन दिनों उप चुनाव को लेकर माहौल पूरी तरह से गरम है। रायपुर पुलिस ने भाटागांव में पाइंट लगाकर चेकिंग अभियान के दौरान एक कार को 27 लाख रूपया परिवहन करते पकड़ा है। यद्यपि पूछताछ के दौरान चालक ने रूपया मालिक का नाम नहीं बताया है। संभव हो कि पुलिस को जानकारी मिल चुकी हो..लेकिन अब तक रूपया मालिक के नाम का खुलासा नहीं किया है।

जानकारी देते चलें कि बृजमोहन अग्रवाल के सांसद बन जाने के बाद विधानसभा सीट खाली हो गयी है। इन दिनों क्षेत्र में जमकर चुनावी माहौल है। इसी के साथ राजधानी का चुनावी माहौल धीरे धीरे जोर पकड़ लिया है। पुलिस भी पूरी तरह से चाक चौबन्द है। सुरक्षा व्यवस्था के मद्देनजर पुरानी बस्ती भाटा गांव में वाहन चेकिंग के दौरान एक कार को पकड़ा गया।

छानबीन के दौारन कार क्रमांक सीजी 08 AR 8800 को रोक कर तलाशी ली गयी। पुलिस ने कार से एक काला रंग का बैग बरामद किया। कार्यपालिक मजिस्ट्रेट के सामने बैग को खोला गया। जांच में पुलिस ने नोटों का जखीरा बरामद किया। थाने में गिनती के दौरान  कुल 27 लाख से अधिक नोट पाया गया।

शराब पीने के लिए मांगा रूपया...मना करने पर जमकर मारापीटा...जान से मारने की दी धमकी..आरोपी गिरफ्तार

पुलिस पूछताछ में वाहन चालक ने वैध दस्तावेज भी पेश नहीं किया। आदर्श आचार संहिता के मद्देनजर पुलिस ने बरामद नोट को इनकम टैक्स के हवाले कर दिया है। नोट किसका है बहरहाल पुलिस ने अब तक नाम सार्वजनिक नहीं किया है। इस बात को लेकर जमकर चर्चा है। जैसा की माना जाता है…लोगों में चर्चा है कि नोट को चुनाव में मतदाताओं के बीच बांटने के लिए लाया गया था।

Bhaskar Mishra

पत्रकारिता के क्षेत्र में लगभग 16 साल का अनुभव।विभिन्न माध्यमों से पत्रकारिता के क्षेत्र मे काम करने का अवसर मिला।यह प्रयोग अब भी जारी है।वर्तमान में CGWALL में संपादकीय कार्य कर रहा… More »
Back to top button
close