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सरकार का सिस्टम फेल…जीपीएम में पूर्व विधायक ने दागा सवाल…बताए..कहां गए नागपुर के लोग..क्यों भागे पुलिस कप्तान
रिहाई तक करेंगे आंदोलन..जन जन को बताएंगे सच्चाई..शैलेष
बिलासपुर ,जीपीएम…प्रदेश के सभी जिलों में कांग्रेस नेताओं ने प्रेसवार्ता कर बलौदा बाजार मामले में विधायक देवेंद्र यादव की गिरफ्तारी का विऱोध किया है। इसी क्रम मे ंगौरेला पेंड्रा मरवाही जिला कांग्रेस कार्यालय में जिला प्रभारी शैलेष पाण्डेय ने छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी के निर्देश पर पत्रकारों को संबोधित किया। बिलासपुर नगर पूर्व विधायक शैलेष ने बताया कि प्रदेश सरकार अपनी नाकामी को छिपाने विपक्ष को परेशान कर रही है। जनता सब समझ रही है। हम अलोकतांत्रिक गिरफ्तारी का सरकार को मुंहतोड़ जवाब देंगे। आंदोलन तब तक करेंगे जब तक भिलाई विधायक देवेन्द्र को रिहा नहीं किया जाता है।
।गौरेला पेंड्रा मरवाही के प्रभारी और बिलासपुर नगर पूर्व विधायक शैलेश पांडे ने भिलाई विधायक देवेन्द्र यादव की गिरफ्तारी के खिलाफ जीपीएम में पत्रकारों को संबोधित किया। प्रदेश सरकार की अन्याय पूर्ण करवाई और कांग्रेसियों पर हो रहे अत्याचार को उजागर किया।
बिलासपुर नगर पूर्व विधायक ने बताया कि बलौदाबाजार आगजनी मामले में प्रदेश सरकार बेनकाब हो चुकी है। देश में हुई बदनामी पर पर्दा डालने के लिए ही देवेन्द्र यादव को गिरफ्तार कर सरकार अपना पीठ थप थपा रही है। सच्चाई तो यह है कि कांग्रेस विधायक देवेन्द्र यादव की गिरफ्तारी भाजपा की बौखलाहट को जाहिर करता है। दरअसल विपक्ष को बदनाम करने की सरकार की बहुत बड़ी साजिश है।
शैलेष ने बताया कि विधायक देवेन्द्र यादव ने बलौदाबाजार ही नहीं दिया। उन्हें समाज के लोगों ने प्रदर्शन के लिए बुलाया..बावजूद इस के मंच पर नहीं गए। जमीन पर कुछ देर बैठने के बाद दूसरे कार्यक्रम में शिरकत करने चले गए। यदि सरकार के पास देवेन्द्र पर भीड़ को उकसाने या भाषण दिए जाने का कोई प्रमाण है तो जाहिर करे।
दरअसल सरकार की जिला कार्यालय आगजनी के बाद राष्ट्रीय स्तर पर फजीहत हो गयी है। अपनी शर्मिन्दगी को छिपान के लिए ही फर्जी कार्रवाई कर देवेन्द्र के बहाने कांग्रेस को निशाना बनाया गया है। गिरफ्तारी को लेकर प्रदेश सरकार की पुलिस ने अलोकतांत्रिक प्रक्रिया को अपनाया है। सरकार को बताना होगा कि पुलिस ने अब तक किसने भाजपा नेताओं को नोटिस जारी किया है।
पूर्व विधायक ने कहा आठ महीने में भाजपा सरकार की चाल, चरित्र और चेहरा सामने आ गयी है। सरकार को आइना दिखाने वाले पत्रकारो को झूठे मुकदमें में फंसाया जा रहा है। बलौदाबाजार मामले में सतनामी समाज और कांग्रेस नेताओं,कार्यकर्ताओं को चिन्हांकित कर जेल भेजा जा रहा है।
बलौदाबाजार आगजनी की भयावह घटना में सरकार की इंटेलीजेंट पूरी तरह से फेल है। यदि समय परसीबीआई जांच की मांग को गंभीरता से लिया जाता तो प्रदेश को शर्मसार करने वाली घटना होती ही नहीं। मामले में भाजपा जिला सनम जांगड़े समेत प्रदर्शन में शामिल अन्य भाजपा नेताओ की जांच बहुत जरूरी है। यदि सरकार में हिम्मत है तो जांच कराए। जांच में दूध और पानी अलग अलग हो जाएगा।
पत्रकार वार्ता मे शैलेष पाण्डेय तत्कालीन कलेक्टर और पुलिस कप्तान की भूमिका पर भी सवाल किया। उन्होने बताया कि जब इतनी बड़ी घटना को अंजाम दिया जा रहा था पुलिस कप्तान मौके से क्यों भागे। सरकार को जवाब देना होगा। पत्रकार वार्ता के दौरान उत्तम वासुदेव ,अशोक शर्मा ,बेचू अहीरेश ,पवन केशरवानी समेत बड़ी संख्या में कांग्रेस पदाधिकारी और कार्यकर्ता मौजूद थे।