
gold price today 2025- सोना खरीदने का सुनहरा मौका, लगातार दूसरे दिन धड़ाम से गिरे दाम, चांदी भी हुई सस्ती
gold price today 2025-अगर आप सोना या चांदी खरीदने की योजना बना रहे हैं, तो आपके लिए एक बड़ी खुशखबरी है। वैश्विक बाजारों से मिले कमजोर संकेतों और स्थानीय स्तर पर मुनाफावसूली के कारण सोने और चांदी की कीमतों में लगातार दूसरे दिन भारी गिरावट देखने को मिली है। इस गिरावट के बाद सोना एक बार फिर एक लाख रुपये प्रति 10 ग्राम के मनोवैज्ञानिक स्तर से नीचे आ गया है, जिससे खरीदारों के चेहरे खिल उठे हैं।
gold price today 2025/शुक्रवार को दिल्ली के सर्राफा बाजार में सोने की चमक फीकी पड़ गई।
99.9 प्रतिशत शुद्धता वाले सोने का भाव 600 रुपये की बड़ी गिरावट के साथ 99,960 रुपये प्रति 10 ग्राम पर आ गया। इससे पहले गुरुवार को भी इसमें 150 रुपये की नरमी आई थी और यह 1,00,560 रुपये पर बंद हुआ था।इसी तरह, 99.5 प्रतिशत शुद्धता वाले सोने की कीमत भी 550 रुपये टूटकर 99,250 रुपये प्रति 10 ग्राम रह गई।
चांदी 2000 रुपये लुढ़की
सोने की राह पर चलते हुए चांदी की कीमतों में भी भारी गिरावट दर्ज की गई। शुक्रवार को चांदी का भाव 2000 रुपये लुढ़ककर 1,05,200 रुपये प्रति किलोग्राम पर पहुंच गया। गुरुवार को भी चांदी 1000 रुपये सस्ती हुई थी। इस बड़ी गिरावट के साथ चांदी अपने हाल के उच्चतम स्तर से फिसलकर एक हफ्ते के निचले स्तर पर आ गई है।
क्यों गिरे सोने-चांदी के दाम? जानिए एक्सपर्ट्स की राय
बाजार विशेषज्ञों के अनुसार, इस गिरावट के पीछे कई राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय कारण हैं:
मुनाफावसूली: ईरान और इजराइल के बीच तनाव बढ़ने की आशंका से सोने के दाम हाल ही में काफी बढ़ गए थे। अब निवेशक बढ़े हुए दामों पर मुनाफावसूली कर रहे हैं, जिससे बिकवाली का दबाव बढ़ा है।
वैश्विक संकेत: बैंक ऑफ इंग्लैंड द्वारा ब्याज दरों को स्थिर रखने के फैसले से कीमती धातुओं की तेजी पर लगाम लगी है।
कमजोर मांग: घरेलू बाजार में ज्वैलर्स और स्टॉकिस्टों की ओर से मांग कमजोर पड़ने से भी कीमतों पर दबाव बना है।
हालांकि, एक्सपर्ट्स का यह भी मानना है कि मध्य-पूर्व में बढ़ता तनाव और डॉलर के मुकाबले रुपये में कमजोरी सोने की कीमतों को निचले स्तर पर समर्थन दे सकती है।
वैश्विक बाजार का हाल
अंतरराष्ट्रीय बाजार में भी सोना-चांदी दबाव में कारोबार कर रहे हैं। हाजिर सोना लगभग 0.5% की गिरावट के साथ 2,353 डॉलर प्रति औंस के आसपास रहा, जबकि हाजिर चांदी भी 0.77% फिसलकर 30.10 डॉलर प्रति औंस पर आ गई। बाजार की नजरें अब अमेरिकी अर्थव्यवस्था के आंकड़ों और मध्य-पूर्व के घटनाक्रमों पर टिकी हैं। अगर तनाव कम होता है तो सोने पर दबाव बना रह सकता है, लेकिन तनाव बढ़ने पर कीमतों को फिर से समर्थन मिलेगा।