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EPFO EDLI scheme 2025- EPFO का बड़ा फैसला: अब नौकरी बदलने पर भी नहीं टूटेगी सर्विस, 60 दिन के गैप के बावजूद मिलेगा 7 लाख तक का बीमा लाभ

EPFO EDLI scheme 2025/कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) ने करोड़ों निजी क्षेत्र के कर्मचारियों और उनके आश्रितों को बड़ी राहत देते हुए एम्प्लॉइज डिपॉजिट लिंक्ड इंश्योरेंस स्कीम (EDLI) के नियमों में महत्वपूर्ण बदलाव किए हैं।

17 दिसंबर 2025 को जारी नए सर्कुलर के अनुसार, अब नौकरी बदलने वाले कर्मचारियों की सर्विस में आने वाले छोटे अंतराल को ‘सर्विस ब्रेक’ नहीं माना जाएगा।

नए नियमों के तहत यदि कोई कर्मचारी एक नौकरी छोड़कर दूसरी कंपनी ज्वाइन करता है और इस बीच अधिकतम 60 दिनों तक का अंतर रहता है, तो भी इसे ‘कंटीन्यूअस सर्विस’ यानी निरंतर सेवा ही माना जाएगा। ईपीएफओ के इस फैसले का सबसे बड़ा लाभ उन कर्मचारियों के परिवारों को मिलेगा, जो नौकरी बदलने के दौरान किसी अनहोनी का शिकार हो जाते हैं, क्योंकि अब उनका बीमा कवर बरकरार रहेगा।

इस बदलाव की बारीकियों को स्पष्ट करते हुए ईपीएफओ ने कहा है कि यदि कोई कर्मचारी शुक्रवार को अपनी पुरानी नौकरी छोड़ता है और सोमवार को नई नौकरी ज्वाइन करता है, तो बीच में आने वाले शनिवार और रविवार को सर्विस ब्रेक के रूप में नहीं गिना जाएगा। इसी तरह, राष्ट्रीय अवकाश, राजपत्रित छुट्टियां, राज्य सरकार की छुट्टियां और प्रतिबंधित अवकाशों को भी निरंतर सेवा का हिस्सा माना जाएगा, बशर्ते पहली नौकरी छोड़ने और दूसरी नौकरी ज्वाइन करने के बीच केवल यही छुट्टियां हों। यह कदम उन लाखों युवाओं के लिए गेम-चेंजर साबित होगा जो करियर ग्रोथ के लिए बार-बार स्विच करते हैं और पहले इस छोटे से गैप के कारण अपने इंश्योरेंस लाभ खो देते थे।

EPFO EDLI scheme 2025/बीमा राशि के दावों को लेकर भी ईपीएफओ ने एक बड़ा मानवीय बदलाव किया है। अब यदि किसी मृत कर्मचारी के पीएफ खाते का बैलेंस 50,000 रुपये से कम है, तब भी उसके परिवार को कम से कम 50,000 रुपये का न्यूनतम बीमा लाभ अनिवार्य रूप से मिलेगा।

इससे पहले यह राशि तभी देय होती थी जब खाते में एक निश्चित बैलेंस मौजूद हो। हालांकि, इस लाभ के लिए शर्त यह है कि कर्मचारी की मृत्यु सेवा के दौरान होनी चाहिए और उसका अंतिम पीएफ योगदान मृत्यु से 6 महीने के भीतर जमा हुआ हो। साथ ही, कर्मचारी का नाम कंपनी के मास्टर रोल (रजिस्टर) पर होना अनिवार्य है।

बता दें कि भारत सरकार द्वारा 1976 में शुरू की गई ईडीएलआई योजना ईपीएफ खाताधारकों को मुफ्त जीवन बीमा की सुविधा प्रदान करती है। इस योजना के तहत कर्मचारियों को उनकी औसत सैलरी और पीएफ बैलेंस के आधार पर न्यूनतम 2.5 लाख रुपये से लेकर अधिकतम 7 लाख रुपये तक का बीमा कवर मिलता है।

EPFO EDLI scheme 2025/यह योजना ईपीएफ और ईपीएस के पूरक के रूप में काम करती है और इसका प्रीमियम पूरी तरह से नियोक्ता (कंपनी) द्वारा भरा जाता है। ईपीएफओ के इस ताजा सर्कुलर से अब उन परिवारों को वित्तीय सुरक्षा मिल सकेगी, जिन्हें पहले तकनीकी कारणों या नौकरी बदलने के दौरान आए मामूली अंतराल की वजह से बीमा लाभ से वंचित रहना पड़ता था।

Shri Mi

पत्रकारिता में 8 वर्षों से सक्रिय, इलेक्ट्रानिक से लेकर डिजिटल मीडिया तक का अनुभव, सीखने की लालसा के साथ राजनैतिक खबरों पर पैनी नजर
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