Education News- School/शिक्षकों का युक्तियुक्तकरण अभी अधर में……जेडी ऑफिस से लगे स्कूल का हाल बयां कर रहा शहर और गांवों की असली तस्वीर
Education News-:बिलासपुर (मनीष जायसवाल) । प्रदेश के कई School और शिक्षको के युक्ति युक्तकरण की प्रक्रिया किसी की सुविधा तो लिए असुविधा भरी दिखाई देती है। अव्यवस्था के जमीनी हालात कुछ इस तरह है कि बिलासपुर के संभागीय संयुक्त संचालक शिक्षा कार्यालय परिसर में पूर्व से संचालित तारबहार घोड़ादाना मिडिल स्कूल तीन कमरे में संचालित हो रहा है..। इस स्कूल और यहां के शिक्षको कीयुक्ति युक्तकरण आवश्यकता सबसे पहले व्यवहारिक रूप में दिखाई दे रही है। एक ही परिसर में बालक और बालिका दोनों चल रहे है।दोनो के यू डाइस कोर्ड अलग अलग है। पर जगह की कमी की वजह से एक ही समय में एक ही क्लास में दो स्कूल चल रहे है। अभी तक प्रभावी युक्ति युक्तकरण के नियमों के हिसाब से School और कुछ शिक्षक दोनों इसके दायरे में है।
Education News-सीजीवाल न्यूज को ग्राउंड रिपोर्ट में मिले आंकड़े बताते है कि जेडी बिलासपुर कार्यालय परिसर में संचालित तारबहार घोड़ादाना मिडिल बालक स्कूल में छात्रों की 44 दर्ज संख्या है।जबकि हेडमास्टर सहित दो कला और एक विज्ञान के शिक्षक यहां पदस्थ है। जबकि एक शिक्षक का यहां अटेचमेंट किया गया। वही तारबहार के ही घोड़ादाना के बालिका वर्ग के स्कूल में छात्राओ की संख्या 49 है। जबकि यहां पर हेड मास्टर सहित चार शिक्षक है। जिसमे तीन कला और एक विज्ञान के शिक्षक है…।
Education News- एक ही परिसर में दोनो मिडिल स्कूल के एक ही कक्षा को तीन कमरों में संचालित कर रहे है जिसमे करीब 93 छात्र-छात्राओं पर दो प्रधान पाठक और सात शिक्षक है।छठवीं से आठवीं तक की तीन कक्षाओं के करीब 13 स्कूली बच्चो पर एक शिक्षक और 47 स्कूली बच्चो दो प्रधान पाठक है।आज हालत यह है कि ग्रामीण और दूरस्थ क्षेत्र में शिक्षकों की कमी है..।शहरी क्षेत्र में शिक्षकों की संख्या अधिक है। शहर और शहर से लगे सरकारी स्कूलों में अतरिक्त शिक्षक होने के बाद भी छात्रों की स्थिति बहुत ज्यादा अच्छी नहीं है।शहर के बीच का संयुक्त शिक्षा संचालक कार्यालय से लगा हुआ स्कूल अब तक के सिस्टम पर सवाल खड़े करता हुआ नजर आ रहा है।
Education News-बताते चले कि स्कूल शिक्षा विभाग के भार साधक मंत्री होने के नाते छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने विधानसभा में प्रश्नकाल के दौरान स्कूल शिक्षा के संबंध में जानकारी देते हुए बताया था कि छत्तीसगढ़ में शिक्षकों और विद्यार्थियों का अनुपात राष्ट्रीय अनुपात से बेहतर है। देश में 26 विद्यार्थियों के पीछे एक शिक्षक हैं जबकि प्रदेश में 21 विद्यार्थियों के पीछे एक शिक्षक है।
Education News-उन्होंने कहा था कि शिक्षकों की पदस्थापना में अब तक कुछ अव्यवस्थाएं थी। जिसके कारण शिक्षकों की कमी परिलक्षित हो रही थी। इन कारणों से सर्वप्रथम युक्तियुक्तकरण करना पहली प्राथमिकता होगी। कुछ स्कूलों में जहां विषय संकाय है वहां शिक्षक नहीं है जहां विषय संकाय नहीं है वहां शिक्षक हैं। कुछ स्थानों पर राज्य के अनुपात से भी बहुत कम विद्यार्थियों पर शिक्षक है। कुछ स्थानों पर तो 4-5 विद्यार्थी पर एक शिक्षक है। युक्तियुक्तकरण की प्रक्रिया के लिए ऐसे स्कूलों का चिन्हांकन किया जा रहा है और शीघ्र ही सभी स्कूलों में शिक्षकों की पदस्थापना कर दी जाएगी। इससे सभी स्कूलों में शिक्षक उपलब्ध हो जाएंगे और शिक्षा का स्तर और भी अच्छा हो जाएगा।
कुल मिलाकर अब स्कूल शिक्षा विभाग का युक्ति युक्तकरण को रोकने का आदेश और निर्देश या कोई संशोधित आदेश तय करेगा कि शिक्षा व्यवस्था को मजबूत आधार कैसे दिया जाए शिक्षकों की कमी कैसे पूरी की जाए। चूंकि युक्ति युक्तकरण की पहल खुद मुख्यमंत्री की ओर से की गई थी। जिसके रुकने को लेकर फिलहाल किसी तरह के बयान सामने नहीं आए। वही शिक्षक, छात्र और जिले से लेकर ब्लाक तक के अधिकारियो लिए युक्ति युक्तकरण की प्रक्रिया के लिए स्थिति अधर में लटकी हुई दिखाई दे रही है।