CG NEWS: शिक्षक संघर्ष मोर्चा का 24 का आंदोलन क्यों जरूरी है ..? सरगुजिहा शिक्षक नेता राकेश ने समझाया – हक की लड़ाई के लिए क्यों मज़बूर हैं शिक्षक..?
CG NEWS:सूरजपुर (मनीष जायसवाल )। शिक्षक संघर्ष मोर्चा का आंदोलन क्यों जरूरी है इस विषय पर जानकारी देते हुए सहायक शिक्षक फेडरेशन के सक्रिय पदाधिकारी राकेश सेंकराज ने बताया कि शिक्षक आंदोलन नहीं करना चाहता पर शिक्षकों के हक के लिए बनाई गई आधी अधूरी नीतियां और बेमेल नीतियां उन्हें अपने हक की लड़ाई लड़ने के लिए आंदोलन करने को मजबूर करती है। इसलिए 24 अक्टूबर को जिला मुख्यालय सूरजपुर में धरना, प्रदर्शन में संघवाद छोड़ कर छतीसगढ़ शिक्षक संघर्ष मोर्चा के बैनर तले होने वाले चरणबद्ध आंदोलन में आम एलबी शिक्षक शामिल होकर अपनी मांगो का संदेश प्रदेश की विष्णु देव साय की सरकार सहित मोदी सरकार तक यह बात पहुंचाई जायेगी कि मोदी की गारंटी आज राज्य के कर्मचारियों के लिए किस अवस्था में है।
यूनियन लीडर राकेश सेंकराज का कहना है कि यह आंदोलन इसलिए भी जरूरी है क्योंकि शिक्षकों ने सरकारों की ओर से किए हुए वादे पूरे होते टूटते और बिखरते बहुत करीब से देखा हमने जो पाया है वह अपने संघर्षों से ही पाया है। इस बात को आम शिक्षकों को खुद समझना ही होगा। इसलिए जिले में मोर्चा के जिला संचालक यादवेंद्र दुबे, भूपेश सिंह, विजय साहू के नेतृत्व में शिक्षक सामूहिक अवकाश में रहकर जिला मुख्यालय में धरना, प्रदर्शन और रैली में शमिल होकर मुख्यमंत्री के नाम जिलाधीश व जिला शिक्षा अधिकारी को दिए जाने वाले ज्ञापन में अपनी उपस्थिति देने की अपील की है।
यूनियन लीडर राकेश सेंकराज बताते है कि एलबी शिक्षक वर्ग की यदि पूर्व सेवा अवधि का गणना प्रथम नियुक्ति से होती तो 10 वर्ष की सेवा में प्रथम क्रमोन्नति/ समयमान का लाभ मिलता वही 20 साल के सेवा के बाद द्वितीय क्रमोन्नति/ समयमान मिलता और 30 वर्ष की सेवा पूरी होने पर तृतीय क्रमोन्नति/ समयमान, का लाभ मिलेगा।
राकेश सेंकराज का कहना है शिक्षकों के हितों से जुड़ी जिस शाखा को देखेंगे सब के सब कमजोर आधी अधूरी है राज्य में पुरानी पेंशन योजना लागू है जिसे संविलियन की तारीख से सेवा गणना किया जा रहा है ऐसे में कोई 2051 सेवानिवृत्त होगा, वही पूर्ण पेंशन पाएगा, उसके पहले जो एल बी संवर्ग के शिक्षक सेवानिवृत्त होंगे उन्हें अनुपातिक पेंशन मिलेगा । ठीक ऐसे ही सेवानिवृत्त होने पर जिनकी अहर्तादायी सेवा 33 वर्ष की है उन्हे साढ़े 16 माह का वेतन (मूल वेतन + मंहगाई भत्ता ) ग्रेच्युटी के रूप में मिलता है, जिनका 33 वर्ष से कम सेवा है उन्हें ग्रेच्युटी में नुकसान है, पूर्व सेवा गणना होने से सभी को साढ़े 16 माह का वेतन (मूल वेतन + मंहगाई भत्ता ) ग्रेच्युटी के रूप में प्राप्त होगा।
सूरजपुर जिले के शिक्षक नेता राकेश सेंकराज बताते है कि शासकीय कर्मचारियों को पूरे सेवाकाल में जमा 240 दिन जो करीब आठ महीने का अर्जित अवकाश का वेतन सेवानिवृत्त होने पर मिलता है, पूर्व सेवा अवधि का गणना होने से सेवानिवृत्त होने पर 240 दिन यानी आठ महीने का अर्जित अवकाश का वेतन भी मिलेगा, और सेवाकाल में जरूर पड़ने पर अर्जित अवकाश भी मिलेगा,अब संविलियन 2018 से मान्य किए जाने पर पूरी तरह 240 दिन का लाभ नही मिल सकता।
सरगुजिहा शिक्षक नेता राकेश का कहना है कि आम शिक्षक इस बात को समझे कि राज्य की सरकारो ने लाभ की नीतियां सभी कर्मचारियों के लिए बनाई है। लेकिन उन लाभ की नीतियों में एलबी शिक्षक कभी अन्य कर्मचारियों के बराबर का हकदार नहीं रहा है। जबकि एलबी शिक्षक अधिक हकदार और दावेदार इसलिए लिए भी होना चाहिए क्योंकि वह शिक्षक और राष्ट्र निर्माता की भूमिका में है।