
CG NEWS:वेलकम डिस्टलरी छेरकाबांधा कब बंद करेंगे…. ? अटल श्रीवास्तव ने विधानसभा में उठाया सवाल
CG NEWS:रायपुर। छत्तीसगढ़ विधानसभा के में प्रश्नकाल के दौरान कोटा विधायक अटल श्रीवास्तव ने वेलकम डिस्टलरी छेरकाबांधा की वजह से हो रहे प्रदूषण से संबंधित सवाल किया ।उन्होंने जानना चाहा कि इस डिस्टलरी को कब बंद करेंगे। उन्होंने कहा कि अब तक कार्यवाही के नाम पर केवल पेनाल्टी लगाई जाती है। लेकिन कोई ठोस कार्रवाई नहीं होने से स्कूली बच्चों से लेकर किसान तक सभी समस्याओं का सामना करना कर रहे हैं।
अटल श्रीवास्तव ने विधानसभा में पूछा था कि वेलकम डिस्टलरी छेरकाबांधा- कोटा को पर्यावरण अनुमति कब प्रदान की गई ।अनुमति की शर्तें क्या-क्या है। वेलकम डिस्टलरी के विरुद्ध पिछले 2 साल में कब और किसके द्वारा क्या-क्या शिकायत प्राप्त हुई है। इन शिकायतों के को लेकर पर्यावरण विभाग द्वारा कब-कब जांच की गई है। जांच में क्या पाया गया और क्या कार्रवाई की गई है उन्होने कहा कि इसके आसपास जितने गांव हैं पेसा कानून के तहत आते हैं और आदिवासी बहुल ग्राम है। यहां मिडिल स्कूल के प्रधान पाठक ने भी शिकायत की थी। ग्राम पंचायत की ओर से इस सिलसिले में शिकायत करते हुए चुनाव के बहिष्कार की चेतावनी भी दी गई थी। इस डिस्टलरी से होने वाले प्रदूषण की वजह से छेरकाबांधा, खरगहनी, खुरदुर, जोगीपुर ,सिलदहा, भैंसाझार जैसे कई गांव प्रभावित हैं। लेकिन शिकायतों के बावजूद फैक्ट्री चल रही है और उसका एक्सटेंशन भी किया गया है। स्कूल के बच्चे दुर्गंध के कारण पढ़ नहीं पाते। फैक्ट्री का अपशिष्ट पदार्थ खेतों में डाल दिया जाता है ।
इसके जवाब में वित्त मंत्री ओपी चौधरी ने बताया कि वेलकम डिक्शनरी को 2004 में पर्यावरण की स्वीकृति दी गई ।उन्होंने बताया कि पीपर तराई ,पथर्रा और अमने ग्राम पंचायत से मिली शिकायतों के बाद इस चालू वित्त वर्ष में तीन बार डिस्टलरी की जांच की गई है। साथ ही एक बार तीन लाख नब्औबे हज़ार और दो बार नौ-नौ लाख रुपए की पेनाल्टी लगाई गई है। अटल श्रीवास्तव ने कहा कि केवल पेनाल्टी लगाने से क्या प्रदूषण पहनना बंद हो गया है। अब भी स्कूल के बच्चे प्रभावित हैं। खेत की फसलों पर इसका प्रभाव पड़ रहा है। उन्होंने जानना चाहा कि क्या फैक्ट्री का संचालन मानक के अनुसार किया जा रहा है । उन्होंने पूछा कि फैक्ट्री को कब बंद किया जाएगा।
जवाब में मंत्री ओपी चौधरी ने कहा कि निर्धारित नियम के अनुसार पेनल्टी लगाई जाती है। यदि फैक्ट्री के निरीक्षण के दौरान शर्तों का पालन नहीं पाया गया तो नोटिस भी दिया जाता है। उन्होंने कहा कि अगर किसी तरह की शिकायत हो तो वह लिखकर दें इस पर कार्रवाई की जाएगी। अटल श्रीवास्तव ने कहा कि क्या विधायकों की कमेटी से इसकी जांच कराई जाएगी । कांग्रेस विधायक उमेश पटेल ने भी कहा कि विधायक को लगातार शिकायत मिल रही है। इस पर कार्यवाही की जानी चाहिए।