CG NEWS: शिक्षक–शिक्षा विभाग से जुड़े ये सवाल उठे विधानसभा में…, शिक्षक भर्ती और युक्तियुक्तकरण पर मिला यह जवाब
CG NEWS:रायपुर।पिछले हफ़्ते छत्तीसगढ़ विधानसभा सत्र के दौरान शिक्षक और शिक्षा विभाग से जुड़े कई सवाल किए गए। जिसमें शिक्षकों की भर्ती, वेतन विसंगति, युक्तियुक्तकरण, पदोन्नति- पदस्थापना – संशोधन आदि से संबंधित सवाल थे।
युक्तियुक्तरकरण पर सरकार ने जवाब दिया कि प्रक्रिया ज़ारी है। जबकि शिक्षकों की भर्ती पर कहा कि समय सीमा बता पाना संभव नहीं है। सवालों के जवाब में यह जानकारी भी सामने आई कि प्रदेश में तीन सौ से अधिक स्कूल शिक्षकविहीन हैं।
48 सौ से अधिक स्कूल एक शिक्षकीय हैं और सहायक शिक्षक के 24 हज़ार 6 सौ से अधिक पद रिक्त हैं।
शिक्षकों की भर्ती पर समय सीमा बताना संभव नहीं
विधायक रिकेश सेन ने सवाल किया था कि क्या बजट सत्र के दौरान प्रदेश के शिक्षा विभाग में 33000 शिक्षकों की भर्ती की घोषणा तत्कालीन शिक्षा मंत्री श्री बृजमोहन अग्रवाल द्वारा की गई थी। इसके अनुसार भर्ती कब तक की जाएगी। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने इस सवाल के लिखित जवाब में जानकारी दी कि बजट सत्र के दौरान शिक्षा विभाग में 33000 शिक्षकों की भर्ती की घोषणा की गई थी। समय सीमा बताया जाना संभव नहीं है।
वेतन विसंगति पर मिला यह जवाब
विधायक श्रीमती कविता प्राण लहरे ने सवाल किया था कि विधानसभा क्षेत्र बिलाईगढ़ में शिक्षा विभाग में कुल कितने सहायक शिक्षक पदस्थ हैं। सहायक शिक्षकों के वेतनमान विसंगतियों पर विभाग द्वारा क्या कार्रवाई की गई है। इसके लिखित जवाब में मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने जानकारी दी कि विधानसभा क्षेत्र भिलाईगढ़ में शिक्षा विभाग में कुल 804 सहायक शिक्षक कार्यरत हैं ।वेतन विसंगति संबंधी सवाल के जवाब में उन्होंने जानकारी दी कि विभिन्न विभागों में कार्यरत अधिकारियों / कर्मचारियों के वेतन विसंगतियों के कारण वेतनमान में संशोधन करने के प्रस्ताव का परीक्षण कर प्रतिवेदन प्रस्तुत करने हेतु 9 जून 2024 को विशेष सचिव सामान्य प्रशासन विभाग (नियम शाखा) की अध्यक्षता में आंतरिक समिति का गठन किया गया है कार्यवाही प्रक्रियाधीन है।
जशपुर जिले में कितने पद खाली
विधायक श्रीमती गोमती साय ने सवाल किया था कि जिला जशपुर में कितनी प्राथमिक शाला, माध्यमिक शाला, हाई स्कूल एवं हायर सेकेंडरी स्कूल, आश्रम शाला, छात्रावास संचालित है। उन्होंने यह भी पूछा था कि जशपुर जिले की शालाओं में कितने पद स्वीकृत पदस्थ एवं रिक्त हैं। कितनी शालाएं एकल शिक्षक की एवं शिक्षक विहीन हैं । रिक्त पदों की पूर्ति कब तक की जाएगी। मुख्यमंत्री ने इसकी लिखित जानकारी में जशपुर जिले की शालाओं का विवरण दिया। साथ ही रिक्त पदों की पूर्ति के संबंध में जानकारी दी कि अभी समय सीमा बताया जाना संभव नहीं है।
मुंगेली में 17 स्कूल भवन विहीन
विधायक पुन्नू लाल मोहले ने पूछा था कि विधानसभा क्षेत्र मुंगेली में शिक्षा विभाग के अंतर्गत कितने उच्चतर माध्यमिक , पूर्व माध्यमिक एवं प्राथमिक शाला संचालित है। इनमें से कितने भवन विहीन, जर्जर, क्षतिग्रस्त हैं। 2021 से अब तक स्कूलों के नवीन भवन एवं जर्जर के रखरखाव एवं मरम्मत में कितनी राशि खर्च की गई है ।उन्होंने यह भी जानना चाहा था कि स्कूलों में शिक्षकों के कुल कितने पद स्वीकृत हैं, कितने भरे गए एवं कितने रिक्त हैं। प्रत्येक वित्तीय वर्षों में पात्रता अनुसार कुल कितने छात्र-छात्राओं को, कुल कितने साइकिल का वितरण किया जाना था। जिसके विरुद्ध कितने साइकिल तथा विकलांग छात्राओं को ट्राई साइकिल का वितरण किया गया। कितने शेष हैं एवं कब तक किया जाएगा। इस प्रश्न के लिखित उत्तर में मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने जानकारी दी कि विधानसभा क्षेत्र मुंगेली में शिक्षा विभाग के अंतर्गत 28 उच्चतर माध्यमिक, 28 माध्यमिक ,109 पूर्व माध्यमिक और 270 प्राथमिक शाला संचालित है। उपरोक्त में से 17 भवन विहीन, 127 जर्ज,र 54 क्षतिग्रस्त है। उन्होंने बताया कि स्कूलों में प्राचार्य के 19 ,व्याख्याता के 103, प्रधान पाठक माध्यमिक शाला के 45, शिक्षक के 39, प्रधान पाठक प्राथमिक शाला के 31 और सहायक शिक्षक के 433 पद रिक्त हैं ।
करतला स्कूल में कृषि / कामर्स बंद नहीं
विधायक फूल सिंह राठिया ने सवाल किया था स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी वह हिंदी माध्यम शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय करतला -जिला कोरबा में कृषि व कामर्स संकाय को किस कारणवश बंद किया गया है। कोरबा जिले के अधीन कुल कितने स्वामी आत्मानंद स्कूल संचालित है और कितने स्कूलों में कृषि एवं कॉमर्स संकाय को बंद कर दिया गया है और क्यों। इस हेतु जिम्मेदार कौन है। जिले के अधीन समस्त बंद किए गए संस्थाओं को पुनः कब तक प्रारंभ करेंगे। इस सवाल के लिखित जवाब में मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने बताया कि स्वामी आत्मानंद अंग्रेजी व हिंदी माध्यमिक उच्च शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय करतला में कृषि व कामर्स संकाय को बंद नहीं किया गया है। कोरबा जिले के अधीन कुल 55 स्वामी आत्मानंद स्कूल संचालित है। किसी भी स्कूलों में कृषि एवं कॉमर्स संकाय को बंद नहीं किया गया है।
बिलासपुर जिले में कितने पीएमश्री स्कूल
विधायक धर्मजीत सिंह ने सवाल किया था कि पीएम श्री स्कूल योजना अंतर्गत 2022 -23 ,2023- 24 और 2024 -25 में बिलासपुर जिला अंतर्गत कुल कितने स्कूलों को शामिल किया गया है। उन्होंने यह भी जानना चाहा कि तखतपुर विधानसभा क्षेत्र के कितने स्कूलों को शामिल किया गया है और उनके अध्ययन स्थिति क्या है। इस सवाल के लिखित जवाब में मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने बताया कि पीएम श्री योजना के अंतर्गत 2022- 23 एवं 24- 25 में बिलासपुर जिला अंतर्गत कुल 13 स्कूलों को शामिल किया गया है। सत्र 2023- 24 अंतर्गत भारत सरकार द्वारा किसी भी स्कूल का चयन नहीं किया गया। तखतपुर विधानसभा क्षेत्र के दो स्कूलों को शामिल किया गया है ।जिसमें पीएम श्री शासकीय प्राथमिक शाला संबलपुरी विकासखंड तखतपुर और पीएम श्री स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट अंग्रेजी माध्यम शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय तखतपुर को शामिल किया गया है । वर्तमान में दोनों विद्यालय सुचारू रूप से पीएम श्री योजना अंतर्गत संचालित हो रहे हैं ।
बेलतरा में कितने कार्य अपूर्ण
विधायक सुशांत शुक्ला ने सवाल किया था कि मुख्यमंत्री स्कूल जतन योजना अंतर्गत 2021 से 24 तक बेलतरा विधानसभा क्षेत्र अंतर्गत कितने एवं किन-किन स्कूलों का उन्नयन निर्माण मरम्मत कार्य हेतु कितनी- कितनी राशि स्वीकृत की गई है। उन्होंने अपूर्ण कार्यों की अद्यतन स्थिति की जानकारी भी मांगी थी। इस सवाल के लिखित जवाब में मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने बताया कि स्वीकृत कार्यों में से 103 पूर्ण एवं 9 अपूर्ण है ।स्वीकृत कार्यों में अनियमिता, गुणवत्ता विहीन सामग्री के उपयोग की शिकायतें प्राप्त नहीं हुई है।
बालोद में मिली कितनी राशि
विधायक श्रीमती संगीता सिन्हा ने सवाल किया था कि 2020-21 से अब तक जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय बालोद को किन-किन मदों में कितनी कितनी राशि आवंटित की गई है। आवंटित राशि में से कितनी- कितनी राशि व्यय की गई है और कितनी राशि शेष है। इस समयावधि में जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय द्वारा किन-किन मदों से कितनी राशि की कौन-कौन सी सामग्री, कितनी कितनी मात्रा में, किसी एजेंसी से खरीदी गई है। उन्होंने यह भी जानना चाहा था कि किन-किन मदों से कब-कब कौन से आयोजन, शिविर कैंप इत्यादि कहां-कहां पर आयोजित किए गए।
पदोन्नति- पदस्थापना – संशोधन पर सवाल
विधायक गजेंद्र यादव ने सवाल किया था कि जुलाई /अगस्त 2023 में शिक्षा विभाग में पदोन्नति पश्चात पदस्थापना आदेश में शासन की नीति की विरुद्ध संशोधन किए जाने के आरोप में कितने अधिकारियों को निलंबित किया गया था। उन्होने नाम, पदनाम, पदस्थापना सहित जानकारी मांगी थी। निलंबन पश्चात कितने अधिकारियों को बहाल किया जा चुका है तथा पदस्थापना कहां की गई है। क्या आरोप पत्र जारी हुआ था, क्या विभागीय जांच पूर्ण हो चुकी है, क्या निलंबित अधिकारियों को बहाल करने के बाद विभागीय जांच पूर्ण किए बिना इस कार्यालय में पुनः पदस्थापना किए जाने का प्रावधान नियम के तहत है। नहीं तो पुनः पदस्थापना किए जाने का कारण बताएं। इस सवाल के लिखित जवाब में मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने जानकारी दी की की हेमंत उपाध्याय निलंबित प्रभारी संभागीय संयुक्त संचालक शिक्षा संभाग सरगुजा के द्वारा स्कूल शिक्षा विभाग के आदेश के विरुद्ध छत्तीसगढ़ उच्च न्यायालय में याचिका दायर की गई थी। इस संबंध में पारित आदेश के द्वारा निलंबन आदेश को निरस्त किए जाने के कारण हेमंत उपाध्याय का एससीईआरटी रायपुर में किए गए स्थानांतरण आदेश को निरस्त करते हुए प्रभारी संयुक्त संचालक सरगुजा में पदस्थ किया गया है ।
बालोद में कितने स्वामी आत्मानंद स्कूल
विधायक श्रीमती अनिला भेड़िया ने सवाल किया था कि जिला बालोद में स्वामी आत्मानंद शासकीय अंग्रेजी/ हिंदी माध्यम स्कूल कितने एवं कहां-कहां पर संचालित है। संचालित स्कूलों में विभिन्न वर्गों के शिक्षकों एवं अन्य स्टाफ के कितने पद स्वीकृत हैं। सेटअप अनुसार वर्तमान में किस-किस वर्ग के कितने शिक्षक पदस्थ हैं तथा कितने पद रिक्त हैं। इस प्रश्न के लिखित उत्तर में मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने जानकारी दी की जिला बालोद में 30 स्वामी आत्मानंद शासकीय अंग्रेजी /हिंदी मध्यम स्कूल संचालित है ।रिक्त पदों की पूर्ति के संबंध में समय सीमा बताया जाना संभव नहीं है।
327 स्कूल शिक्षक विहीन
विधायक दीपेश साहू ने पूछा था कि छत्तीसगढ़ में कितनी प्राथमिक शाला शिक्षक विहीन है। कितनी शालाएं एक शिक्षकीय हैं। कितनी ऐसी शालाएं हैं जिनमें स्वीकृत पद के विरुद्ध शिक्षा के अधिकार के नियमावली अनुरूप शिक्षण कार्यरत हैं एवं कितने शिक्षक के पद रिक्त हैं। राज्य में कितने सहायक शिक्षकों की कमी है। क्या शिक्षा विभाग में विभिन्न पदों पर भर्ती किए गए किए जाने हेतु शासन की कोई कार्य योजना है। विभाग में कितने प्राचार्य, व्याख्याता प्रधान पाठक के पद रिक्त हैं। क्या इन पदों पर पदोन्नति हेतु शासन की कोई कार्य योजना है। इस सवाल के लिखित जवाब में मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने जानकारी दी कि छत्तीसगढ़ में 327 प्राथमिक शाला शिक्षक विहीन है। 4822 शालाएं एक शिक्षकीय हैं। प्राथमिक शाला, माध्यमिक, हाई स्कूल एवं हायर सेकेंडरी स्कूल के लिए निर्धारित रचना क्रम अनुसार शिक्षक कार्यरत हैं। राज्य में 24636 सहायक शिक्षक के पद रिक्त हैं ।शिक्षा विभाग में विभिन्न पदों पर नवीन भर्ती किए जाने के लिए शासन की कोई कार्य योजना नहीं है। विभाग में प्राचार्य के 2856 ,व्याख्याता के 13024 ,प्रधान पाठक माध्यमिक शाला 3217, प्राथमिक शाला 3724 पद रिक्त है। इन पदों पर पदोन्नति के लिए शासन की प्रक्रिया जारी है। इस हेतु शासन की कोई पृथक से योजना नहीं है।
दुर्ग जिले में उनन्यन
विधायक ललित चंद्राकर ने पूछा था कि दुर्ग ग्रामीण विधानसभा क्षेत्र में विगत 3 वर्षों से नवंबर 2024 तक की अवधि में उन्नयन किए गए कितने शासकीय स्कूल वर्तमान में भवन विहीन है । स्कूलों में भवन निर्माण की स्वीकृति कब तक कर दी जाएगी। उन्नयन किए गए स्कूलों में विशेषज्ञ शिक्षकों के पद स्वीकृत हैं। क्या उन्नयन किए गए स्कूलों में विशेषज्ञ शिक्षकों के पद स्वीकृत है। स्वीकृत पद अनुसार कितने शिक्षक कार्यरत हैं। रिक्त पद कब तक भर लिए जाएंगे। इस सवाल के लिखित जवाब में मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने बताया कि दुर्ग ग्रामीण विधानसभा क्षेत्र में पिछले 3 साल के दौरान आठ स्कूलों का उन्नयन किया गया। जिसमें से चार स्कूल वर्तमान में भवन विहीन है । भवन की व्यवस्था के संबंध में समय सीमा बताया जाना संभव नहीं है। एक पूर्व माध्यमिक शाला में एक प्रधान पाठक , चार शिक्षक का पद स्वीकृत है। जिनके विरुद्ध एक प्रधान पाठक और दो शिक्षक कार्यरत है। तीन हाई स्कूल एवं 4 हायर सेकंडरी स्कूलों में विषय वार 58 व्याख्याता का पद स्वीकृत है । जिसके विरुद्ध 25 व्याख्याता कार्यरत हैं। रिक्त पद भरे जाने के संबंध में समय सीमा बताया जाना संभव नहीं है।
कैसे संचालित हो रहे स्वामी आत्मानंद स्कूल
विधायक राजेश मूणत ने सवाल किया था कि प्रदेश में विभिन्न जिले में चल रहे स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट अंग्रेजी/ हिंदी मध्य विद्यालयों का संचालन स्कूल शिक्षा विभाग या जिला कलेक्टरों द्वारा अथवा किसके माध्यम से किया जा रहा है। यहां पदस्थ शिक्षकों का वेतन किस मद से दिया जा रहा है। स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट अंग्रेजी /हिंदी मध्य विद्यालयों में दैनंदिनी के छोटे-छोटे कार्यों के लिए राशि कहां से आवंटित की जाती है। स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट अंग्रेजी/ हिंदी माध्यमिक विद्यालय में अन्य छोटे-छोटे पद – भृत्य एवं सफाई कामगारों की पदस्थापना तथा उनके वेतन भुगतान के क्या नियम है। इस सवाल के लिखित जवाब में मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने बताया कि स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट अंग्रेजी/ हिंदी माध्यम विद्यालयों का संचालन कलेक्टर की अध्यक्षता में गठित समिति द्वारा किया जा रहा है। यहां पदस्थ शिक्षकों का वेतन आहरण स्थापना अनुदान / स्थानीय निधि से किया जा रहा है। स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट अंग्रेजी/ हिंदी मध्य विद्यालयों में दैनंदिनी के छोटे-छोटे कार्यों के लिए सामान्य प्रशासन विभाग से प्राप्त राशि आवंटित की जाती है। इन विद्यालयों में अन्य छोटे-छोटे पद की पदस्थापना प्रति नियुक्ति, संविदा से तथा सफाई कामगारों की पदस्थापना कलेक्टर दर पर की जाती है। इनका वेतन भुगतान स्थापना अनुदान मद/ स्थानीय निधि से किया जाता है।
युक्तियुक्तकरण पर मिला यह जवाब
विधायक ओंकार साहू ने जिला धमतरी अंतर्गत स्कूल शिक्षा विभाग में कार्यरत सहायक शिक्षक, शिक्षक, व्याख्याता विषय अनुसार ग्रंथपाल एवं सहायक शिक्षक -विज्ञान, प्रयोगशाला के रिक्त पदों से संबंधित सवाल पूछा था।
उन्होंने पूछा था कि क्या सरकारी स्कूलों का युक्तियुक्तकरण करने पर विचार कर रही है । यदि हां तो युक्तियुक्तकरण करने वाले स्कूलों की जानकारी देवें। इस सवाल के लिखित जवाब में मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने बताया कि युक्तियुक्तकरण की कार्रवाई प्रचलन में है। वर्तमान में विद्यालयों की जानकारी दिया जाना संभव नहीं है ।