CG NEWS:बहुत उपयोगी है OTT प्लेटफार्म पर WAVES ,छत्तीसगढ़ के शिक्षकों को क्यों याद आए प्रसार भारती के CEO गौरव द्विवेदी,आखिर ऐसा क्या खास था, पढ़े पूरी खबर…..
CG NEWS:बिलासपुर: (मनीष जायसवाल) प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार ने डिजिटल स्ट्रीमिंग वर्ल्ड में अपना बहुत बड़ा कदम रखा है। सरकारी ब्रॉडकास्टर प्रसार भारती ने बीते दिनों अपना OTT प्लेटफॉर्म WAVES लॉन्च कर दिया है। इस OTT को एंड्रॉयड और iOS दोनों ही प्लेटफॉर्म पर एक्सेस कर सकते हैं। इस WAVES App OTT प्लेटफॉर्म पर लाइव टीवी से लेकर ऑन डिमांड विडियोज भी देख सकते हैं। इस डिजीटल क्षेत्र में प्रसार भारती के बढ़ते हुए कदम के लिए इसके सीईओ गौरव द्विवेदी की बड़ी भूमिका रही है। उनकी इस उपलब्धि को छत्तीसगढ़ में भी याद किया गया है। श्री द्विवेदी का छत्तीसगढ़ की माटी से विशेष जुड़ाव रहा है। वे पूर्व की रमन सरकार के कार्यकाल में स्कूल शिक्षा विभाग के प्रमुख सचिव रहे इस वजह से छत्तीसगढ़ के कई शिक्षक नेताओं और आम शिक्षकों से भी इनका मधुर संबंध रहा है। शिक्षकों के निर्विवाद संविलियन में इनका बड़ा योगदान रहा है।
प्रसार भारती में सीईओ
नवम्बर 2022 में गौरव द्विवेदी ने प्रसार भारती के सीईओ के पदभार ग्रहण करने के बाद कहा था कि प्रसार भारती की दो इकाईयां है आकाशवाणी और दूरदर्शन इसे अब भी सबसे विश्वसनीय माना जाता है। उन्होंने कहा कि इन इकाइयों को और आगे मजबूत करने के प्रयास किए जाएंगे।
सरकारी ओटीटी Prasar Bharati WAVES App: OTT
प्रसार भारती के सीईओ गौरव द्विवेदी ने अपने कार्यकाल के करीब दो साल बाद जब WAVES App: OTT लॉच हुआ तब उन्होंने इस मौके पर कहा कि सार्वजनिक प्रसारक को सभी प्लेटफॉर्म पर मौजूद रहने की आवश्यकता है ।क्योंकि हमें अपने देश के दर्शकों के लिए सूचना और सामग्री उपलब्ध करानी है। उन्होंने कहीं कहा था कि WAVES OTT का यह माध्यम उन सभी भारतीयों के लिए है बहुत उपयोगी होगा जो अपनी जड़ों से दूर चले गए हैं लेकिन अपनी संस्कृति से जुड़े रहना चाहते हैं।
क्या खास है वेव्स ओटीटी में WAVES App: OTT
बताया गया कि आज वेव्स’ एक बड़े एग्रीगेटर ओटीटी के रूप में प्रवेश कर रहा है, जिसमें समावेशी भारत की कहानियां हैं, जो भारतीय संस्कृति को अंतर्राष्ट्रीय दृष्टिकोण के साथ जोड़ती हैं। यह 12 से अधिक भाषाओं जैसे हिंदी, अंग्रेजी, बंगाली, मराठी, कन्नड़, मलयालम, तेलुगु, तमिल, गुजराती, पंजाबी, असमिया में उपलब्ध होगा। यह इन्फोटेनमेंट की 10 से शैलियों में विस्तृत होगा। यह वीडियो ऑन डिमांड, फ्री-टू-प्ले गेमिंग, रेडियो स्ट्रीमिंग, लाइव टीवी स्ट्रीमिंग, 65 लाइव चैनल, वीडियो और गेमिंग सामग्री के लिए कई ऐप इन ऐप इंटीग्रेशन और ओपन नेटवर्क फॉर डिजिटल कॉमर्स (ओनडीसी) समर्थित ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म के माध्यम से ऑनलाइन शॉपिंग की सुविधा प्रदान करेगा।
गौरव द्विवेदी शिक्षको को याद आए
छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह के कार्यकाल में शिक्षाकर्मियों के 23 सालों से चल रहा संघर्ष एक जुलाई 2018 को खत्म हुआ इसमें आठ साल की सेवा पूरी कर चुके करीब एक लाख तीन हजार शिक्षाकर्मियों का संविलियन हुआ और बाकि के बचे हुए करीब 38 हजार शिक्षाकर्मियों के नियमिति करण का रास्ता भी बना। उस दौरान इस फैसले से सरकार पर हर साल करीब एक हजार 346 करोड़ रुपए का वित्तीय भार बढ़ना शुरू हो गया। बात आई और चली गई..! लेकिन यह पूर्व की रमन सरकार का यह ऐतिहासिक निर्णय था..। संविलियन से शिक्षाकर्मियों के जीवन में अपने भविष्य को लेकर चल रहा अंधेरा खत्म हो चुका था। हालांकि इसमें कई खामियां भी थी लेकिन बहुत कम समय में जो पूरी प्रकिया की गई। उनकी वरिष्ठता सूची बनाई गई शिक्षकों को बड़ी तादात में संविलियन करते हुए नियमितीकरण का वेतनमान दिया गया इस खुशी में सारी खामियां गौण हों गई। क्योंकि शिक्षकों की मुख्य मांग संविलियन थी और संविलियन क्रांति को सरकार ने स्वीकार कर लिया। इस पूरी प्रक्रिया का श्रेय तत्कालीन भाजपा की रमन सिंह सरकार और तत्कालीन भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह को दिया जाता है। लेकिन इस पूरी प्रक्रिया को निर्विवाद पूरा करने के लिए पर्दे के पीछे एक अधिकारी थे गौरव द्विवेदी वे उस समय स्कूल शिक्षा के प्रमुख सचिव थे।
राज्य से केंद्र तक
भारतीय प्रशासनिक सेवा के वरिष्ठ अधिकारी गौरव द्विवेदी प्रसार भारती के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (CEO) के पद पर नवम्बर 2022 में पदभार संभाला था ।भारतीय प्रशासनिक सेवा के वरिष्ठ अधिकारी गौरव द्विवेदी जो 1995 बैच के छत्तीसगढ़ के दसवें सबसे वरिष्ठ अफसर रहे हैं। वे छत्तीसगढ़ के बिलासपुर सहित कुछ जिलों के कलेक्टर रह चुके हैं। लंबे समय तक केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर दिल्ली में सेवाएं देते रहे। इस दौरान वे सूचना और प्रसारण मंत्रालय में निदेशक भी रह चुके हैं। रमन सरकार के अंतिम साल में वे प्रदेश की सेवा में वापस आए थे। उस दौरान उन्हें स्कूल शिक्षा विभाग की जिम्मेदारी दी गई थी। दिसम्बर 2018 में कांग्रेस सरकार के सत्ता में आते ही गाैरव द्विवेदी को पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने उन्हें अपना सचिव बनाया । प्रमुख सचिव का प्रमोशन मिला। यह पदोन्नति कुछ समय के लिए अटकी भी रही । बाद ने वे जन संपर्क विभाग के प्रमुख बने। साल 2020 में गौरव द्विवेदी मुख्यमंत्री सचिवालय से हटे और आबकारी, वाणिज्यिक कर विभाग की जिम्मेदारी दे दी गई। बाद में उनसे आबकारी लेकर पंचायत एवं ग्रामीण विभाग जैसे विभागों की अतिरिक्त जिम्मेदारी दी गई। योजना आर्थिक सांख्यिकी विभाग के प्रमुख सचिव रहने के दौरान करीब 5 सालों के लिए श्री द्विवेदी केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर चले गए केंद्र सरकार ने उन्हें प्रसार भारती का मुख्य कार्यपालन अधिकारी सीईओ बनाया।
चलते चलते
पूर्व की रमन सरकार के कार्यकाल में गौरव द्विवेदी को स्कूल शिक्षा विभाग की जिम्मेदारी दी गई थी। सरकार के जाने के पहले वे प्रदेश से करीब डेढ़ लाख और पूर्व नियमित करीब पचास हजार शिक्षकों के बीच अपनी एक अलग छाप छोड़ने में कामयाब रहे। क्योंकि एक समय कहा जाता था कि संविलियन संभव ही नहीं है..! इसमें नियम कायदे और कई तकनीकी खामियों की बात समाने आई थी। इस दौरान गौरव द्विवेदी ने प्रदेश के वरिष्ठ और अनुभवी शिक्षकों से सलाह ली सुझाव और दस्तावेज मांगे तब जाकर संविलियन को अंतिम मुहर लगी। ठीक ऐसे ही सरकारी प्रसार भारती के लिए ओटीटी में जाना कोई आसान नहीं रहा होगा कई दिक्कतें होंगी कई तकनीकी बाधाएं रही होगी लेकिन छत्तीसगढ़ में संविलियन की प्रकिया के मुख्य सूत्रधार प्रसार भारती के सीईओ गौरव द्विवेदी ने अपने कार्यकाल के सिर्फ दो साल में प्रसार भारती का सफल ओटीटी प्लेटफार्म खड़ा करके दिखा दिया है..! इसलिए OTT प्लेटफॉर्म WAVES अब छत्तीसगढ़ के शिक्षकों के बीच अच्छी खासी चर्चा में है। क्योंकि इसमें प्रसार भारती के पुराने संग्रह है जिसको देखते सुनते हुए प्रदेश का शिक्षक वर्ग भी बड़ा हुआ है फिर शिक्षक भी बना और शिक्षक प्रसार भारती के उन सुनहरे दिनों की चर्चा कई बार अपने छात्रों के बीच करता रहा हैं।