Chhattisgarh

TI Suspend-जंगल में चल रहे बड़े जुआ फड़ पर SP की स्ट्राइक, 20 गिरफ्तार; लापरवाही पर थाना प्रभारी सस्पेंड

TI Suspend-छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले में अवैध गतिविधियों के खिलाफ पुलिस ने अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई करते हुए एक संगठित जुआ गिरोह का भंडाफोड़ किया है।

पुलिस अधीक्षक (एसपी) सिद्धार्थ तिवारी के नेतृत्व में की गई इस छापेमारी के बाद विभाग में हड़कंप मच गया है। एसपी ने कर्तव्य के प्रति लापरवाही और संदिग्ध कार्यशैली बरतने के आरोप में करतला थाना प्रभारी कृष्ण कुमार वर्मा को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है।

यह सख्त कदम तब उठाया गया जब यह पाया गया कि थाना क्षेत्र के नाक के नीचे लंबे समय से जुए का बड़ा कारोबार फल-फूल रहा था, लेकिन स्थानीय पुलिस ने इसे रोकने के लिए कोई प्रभावी कदम नहीं उठाए थे।

घटनाक्रम के अनुसार, एसपी सिद्धार्थ तिवारी को गोपनीय सूचना मिली थी कि करतला थाना क्षेत्र के भेलवाटार जंगल में बड़े पैमाने पर जुआ संचालित किया जा रहा है। घने जंगल और सुनसान इलाके का लाभ उठाकर जुआरी वहां नियमित रूप से महफिल सजाते थे। मामले की गंभीरता और स्थानीय पुलिस की निष्क्रियता को देखते हुए एसपी ने रजगामार चौकी, सायबर सेल और उरगा थाना के चुनिंदा पुलिसकर्मियों की एक विशेष टीम गठित की। इस टीम ने शुक्रवार को पूरी गोपनीयता के साथ भेलवाटार जंगल में दबिश दी। पुलिस ने चारों तरफ से घेराबंदी की, जिससे जुआरियों को भागने का मौका नहीं मिला और मौके से 20 जुआरियों को रंगे हाथ दबोच लिया गया।

TI Suspend/मौके से हुई बरामदगी ने पुलिस को भी चौंका दिया है। छापेमारी के दौरान जुआरियों के कब्जे से लगभग 2.5 लाख रुपये नकद, 26 मोटरसाइकिल, एक लग्जरी कार और 35 मोबाइल फोन जब्त किए गए हैं।

इतनी बड़ी संख्या में वाहनों और मोबाइल फोन की बरामदगी से यह साफ हो गया कि इस जुआ फड़ में केवल स्थानीय ही नहीं, बल्कि आसपास के कई अन्य इलाकों के रसूखदार लोग भी शामिल थे। जंगल के बीचों-बीच इतनी बड़ी गतिविधि संचालित होना और स्थानीय पुलिस को इसकी भनक न लगना, सीधे तौर पर प्रशासनिक विफलता की ओर इशारा कर रहा था।

जांच में यह स्पष्ट हुआ कि थाना स्तर पर इस अवैध कारोबार पर लंबे समय से कोई कार्रवाई नहीं की गई थी। निलंबन आदेश में यह उल्लेख किया गया है कि पूर्व में हुई अपराध समीक्षा बैठकों में जुआ जैसे सामाजिक अपराधों पर नकेल कसने के स्पष्ट निर्देश दिए गए थे, बावजूद इसके थाना प्रभारी द्वारा कोई ठोस वैधानिक कार्रवाई नहीं की गई।

एसपी सिद्धार्थ तिवारी ने इसे पदीय कर्तव्यों के प्रति घोर लापरवाही और कर्तव्यविमुखता माना है। उन्होंने साफ चेतावनी दी है कि जिले में अवैध गतिविधियों को संरक्षण देने वाले या उन्हें नजरअंदाज करने वाले किसी भी अधिकारी या कर्मचारी को बख्शा नहीं जाएगा।

Shri Mi

पत्रकारिता में 8 वर्षों से सक्रिय, इलेक्ट्रानिक से लेकर डिजिटल मीडिया तक का अनुभव, सीखने की लालसा के साथ राजनैतिक खबरों पर पैनी नजर
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