
Mahakumbh: सीएम यादव ने जापान के कोबे से मुख्य सचिव को दूरभाष पर दिये निर्देश
किसी प्रकार का वीआईपी प्रोटोकॉल लागू नहीं होगा
Mahakumbh।मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने प्रयागराज में हुई भगदड़ को ध्यान में रखते हुए मुख्य सचिव अनुराग जैन और रीवा संभाग के आयुक्त बीएस जामोद से दूरभाष पर बातचीत की।
उन्होंने मध्यप्रदेश और उत्तर प्रदेश की सीमा से महाकुंभ में जाने वाले श्रद्धालुओं के लिए समुचित और प्रभावी व्यवस्थाएं करने के निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि कुंभ में एक दुखद घटना हुई, जिसमें कई श्रद्धालु काल के गाल में समा गये। परमात्मा उन सभी दिवंगत आत्माओं को अपने श्रीचरणों में स्थान प्रदान करें।
उन्होंने कहा कि प्रयागराज की दुर्घटना में मध्यप्रदेश के भी कुछ श्रद्धालुओं की मृत्यु की जानकारी मिली है। उन्होंने बाबा महाकाल से दिवंगत आत्माओं को अपने श्रीचरणों में स्थान प्रदान करने की प्रार्थना की।
महाकुंभ में बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के साथ-साथ वीआईपी और वीवीआईपी भी त्रिवेणी संगम में स्नान कर पुण्य लाभ अर्जित करने आ रहे हैं। लेकिन योगी सरकार ने अमृत स्नान और प्रमुख स्नान पर्वों पर इस तरह के प्रोटोकॉल पर प्रतिबंध लगा दिया है।
सीएम योगी की मंशा के अनुसार, अमृत स्नान और प्रमुख स्नान पर्वों पर तथा इसके समीप की तिथियों पर प्रशासन द्वारा किसी प्रकार का वीआईपी प्रोटोकॉल लागू नहीं होगा। योगी सरकार की ओर से मेले की शुरुआत से पहले ही इसकी घोषणा की गई थी। अब इस फैसले को सख्ती से लागू किए जाने की पहल की गई है।
उल्लेखनीय है कि महाकुंभ के प्रारंभ में ही योगी सरकार ने अमृत स्नान और प्रमुख स्नान पर्वों पर तथा उसके एक दिन पहले और एक दिन बाद की तिथियों पर वीआईपी मूवमेंट रोकने को लेकर सर्कुलर जारी किया था।
योगी सरकार की इस पहल के जरिए आम श्रद्धालुओं को स्नान पर्व के अवसर पर यादगार अनुभव उपलब्ध कराया जा सकेगा, जहां वह वीआईपी मूवमेंट के कारण हुई असुविधा, मार्ग परिवर्तन, बाधा और रोक से हटकर चिंतामुक्त होकर स्नान और यात्रा कर सकेंगे।
जारी सर्कुलर में इस बात का साफ उल्लेख किया गया है कि अमृत स्नान समेत सभी प्रमुख स्नान पर्वों और उसके आसपास के दिनों में वीआईपी मूवमेंट पर रोक रहेगी। ऐसे में, वसंत पंचमी, माघ पूर्णिमा और महाशिवरात्रि तथा उसके एक दिन पहले और एक दिन बाद तीर्थराज प्रयागराज में मूवमेंट के इच्छुक वीआईपी और वीवीआईपी को वीआईपी प्रोटोकॉल नहीं मिल सकेगा।
इतना ही नहीं, योगी सरकार ने सर्कुलर में स्पष्ट किया है कि वीआईपी और वीवीआईपी मूवमेंट को लेकर एक सप्ताह पहले ही सूचना उपलब्ध करानी होगी। इससे, ऐन वक्त पर निर्धारित होने वाले वीवीआईपी और वीआईपी मूवमेंट पर भी नकेल कसने में मदद मिलेगी, जिससे स्नानार्थियों और श्रद्धालुओं को होने वाली असुविधा से बचाने में मदद मिलेगी।
इसी के साथ, वसंत पंचमी, माघ पूर्णिमा और महाशिवरात्रि के स्नानों पर श्रद्धालुओं को होने भीड़ के बीच लोगों से धैर्य बनाए रखने की विनती करते हुए इन तिथियों और इसके आसपास की तिथियों पर लोगों से सावधानी बरतने की अपील भी की गई है।